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Fruit Seller arrested
  • डीएसपी ऑफिस के सामने चल रहा था खेल, नगर थाने को नहीं लगी भनक
  • उत्पाद विभाग ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर फल दुकानदार सहित दो लोगों को दबोचा

रोहतास पत्रिका/सासाराम: शहर के सबसे व्यस्तम जगह कचहरी के समीप सासाराम डीएसपी ऑफिस के सामने एक फल दुकानदार द्वारा फल दुकान की आड़ में शराब का कारोबार चलाया जा रहा था। जहां उत्पाद विभाग के उत्पाद निरीक्षक प्रभात विद्यार्थी के नेतृत्व में गुप्त सूचना पर छापेमारी कर विदेशी शराब के साथ फल व्यवसायी सहित दो लोगों को रंगे हाथ धर दबोचा गया। गिरफ्तार फल व्यवसायी सुशील कुमार बताया गया है, जिसके पास से उत्पाद विभाग की टीम ने 6 पीस ब्रांडेड विदेशी शराब बरामद किया है। जबकि दूसरा गिरफ्तार आरोपी सासाराम शहर के वार्ड-40 आलमगंज निवासी रवि कुमार बताया गया है।

उत्पाद विभाग ने दोनो को न्यायिक प्रक्रिया के तहत जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग की टीम द्वारा कई जगहों पर विशेष अभियान के तहत कुल 5 शराब के धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है। जिसमें बिक्रमगंज से तीन शराब कारोबारी के अलावे 40 लीटर चुलाई शराब बरामद किया गया है। बिक्रमगंज से उत्पाद विभाग की टीम ने विशेष अभियान के तहत दो शराब के धंधेबाज के अलावा शराब के एक बड़े कारोबारी नासरीगंज निवासी विकास कुमार को भी दबोचा है। विशेष अभियान में उत्पाद की टीम ने सासाराम शहर में तीन पियक्कड़ों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार पियक्कड़ों में शोभागंज निवासी विन्ध्याचल चौधरी, करनसराय निवासी संतोष सिंह व संपत पाल खुड़िया निवासी बताया गया है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में शराबबंदी के बाद से ही सासाराम सदर डीएसपी कार्यालय के सामने आदित्य विजन के आगे मुख्य सड़क किनारे फल व्यवसायी द्वारा फल दुकान की आड़ में ब्रांडेड विदेशी शराब का कारोबार में लगा हुआ था। लेकिन नगर थाने की पुलिस को इसकी थोड़ी सी भी भनक नहीं लग सकी। हालांकि डीएसपी ऑफिस के सामने फल दुकान की आड़ में शराब के कारोबार में संलिप्त फल दुकानदार के गिरफ्तारी के बाद से लोगों में तरह-तरह के सवाल स्थानीय पुलिस पर उठने लाजिमी हो गया है।

क्या कहते है संबंधित अधिकारी 

सहायक उत्पाद आयुक्त अमृता कुमारी ने बताया कि शनिवार को विभाग के द्वारा उत्पाद निरीक्षक के अगुवायी में शराबबंदी को सफल बनाने को लेकर विशेष अभियान चलाया गया था। जिसमें एक फल व्यवसायी द्वारा फल दुकान की आड़ में शराब का कारोबार करने की गुप्त सूचना पर उत्पाद टीम ने सत्यापन कर मौके से फल व्यवसायी सुशील कुमार को विदेशी शराब के साथ धर दबोचा गया, वहीं मौके से शराब कारोबार में संलिप्त रवि कुमार नामक व्यक्ति की भी गिरफ्तारी की गयी है। हालांकि मौके से फल दुकानदार के पास से 3 पीस ब्लैक डॉग, 3 पीस रॉयल स्टैग सहित कुल 6 पीस ब्रांडेड विदेशी शराब जब्त किया गया है। जबकि बिक्रमगंज में भी एक बड़े शराब के कारोबार सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सासाराम में तीन पियक्कड़ को भी गिरफ्तार किया गया है।

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dead bodies found in rohtas
रोहतास पत्रिका/नासरीगंज: कच्छवा थाना क्षेत्र के बेलाढ़ी गांव में बुधवार देर शाम को एक घर से पति-पत्नी की लाश मिली है। लोगों का कहना है कि आपसी विवाद के बाद दंपति ने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया। घटना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ उमड़ गई है तथा तरह-तरह के अटकले लगाए जा रहे है। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया है।

मृतकों की पहचान बेलाढ़ी गांव निवासी कन्हैया महतो के 26 वर्षीय पुत्र शशि कांत और उसकी पत्नी 24 वर्षीय प्रियंका कुमारी के रूप में हुई है। प्रियंका औरंगाबाद के मदनपुर थाना के बंगेर गांव निवासी वकील मेहता की बेटी है। कच्छवां थानाध्यक्ष बिरेंद्र प्रसाद ने बताया कि बैलहाड़ी गांव में आपसी विवाद में पति-पत्नी के आत्महत्या का मामला सामने आया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

एक दिन पहले ही ससुराल से लौटा था शशिकांत

लड़की के परिजनों ने कहा कि मृतक शशि कांत अपनी पत्नी प्रियंका के साथ कुछ दिन से अपने ससुराल बंगेर में रह रहा था। मंगलवार 13 दिसंबर को ही ससुराल बंगेर से बेलाढ़ी गांव लौटा था। जिसके बाद बुधवार को भी दोनों में झगड़ा हुआ, फिर दोनों की आत्महत्या की खबर मिली। 

Source: Dainik Bhaskar

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Ashok Shilalekh
  • अशोक शिलालेख की चाबी हस्तगत करने को डीएम को निर्देश

रोहतास पत्रिका/सासाराम: जिला प्रशासन की उदासीनता की वजह से शहर में लगातार अतिक्रमण का मामला बढ़ता जा रहा है। खासकर ऐतिहासिक धरोहरों पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सुस्त पड़ी हुई है। बता दें कि पिछले महीने सासाराम नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत चंदतन शहीद पहाड़ पर स्थित अशोक शिलालेख को मुहर्रम कमेटी के लोगों द्वारा अतिक्रमण कर अशोक शिलालेख को मिटाने का प्रयास का मामला सामने आया था। इसको लेकर शहर का माहौल काफी गर्म हुआ था।

अशोक शिलालेख को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराने को लेकर नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने सासाराम में धरना दिया और रोहतास जिलाधिकारी को शिलालेख को मुक्त करने के लिए आवेदन भी सौंपा था। बता दें कि उस दौरान पर्व का माहौल होने के कारण रोहतास जिलाधिकारी ने छठ पूजा के बाद उस शिलालेख से अतिक्रमण को हटाने का आश्वासन दिया था। परंतु एक महीने का समय बीत जाने के बाद भी शिलालेख को अबतक मुक्त नहीं कराया गया।

7 नवंबर को जिलाधिकारी एवं अनुमंडलाधिकारी को जारी किया गया था लेटर

इधर शिलालेख को मुक्त करने के लिए पुरातत्व विभाग भी लगातार प्रयासरत है। इसको लेकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निदेशक डॉ बसंत स्वर्णकार ने पिछले महीने बैठक करके अशोक शिलालेख को मुक्त कराने के लिए पटना अंचल को निर्देश दिया था। इसके आलोक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण पटना अंचल के अधीक्षक पुरातत्वविद् जी भट्टाचार्य ने 7 नवंबर को जिलाधिकारी एवं सासाराम अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र निर्गत करके शिलालेख को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराते हुए, उसपर बनाये गए कमरों की चाबी लेने की निर्देश दिया है।

इसके बावजूद अभी तक उक्त शिलालेख को मुक्त नहीं कराया गया। इस संबंध में जब सासाराम संरक्षण सहायक के. टीएन बेहरा से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि उक्त संरक्षित शिलालेख पर अतिक्रमण किए हुए लोगों ने 3 दिन पूर्व मात्र एक ही चाभी उपलब्ध कराई है जबकि उसका दो चाभी है। उन्होंने बताया कि कमेटी के लोगों से दोनों चाभी की मांग की गई है।

Source: Dainik Bhaskar Digital

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ANM Posting
  • जिले के विभिन्न प्रखण्डों में 229 नए एएनएम की हुई पदस्थापना
  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने पर दिया जा रहा बल

रोहतास पत्रिका/सासाराम: स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके लिए कई कारगर कदम भी उठाए जा रहे हैं। खासकर ग्रामीण एवं सुदूरवर्ती इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर किया जाए इसपर ज्यादा बल दिया जा रहा है। पिछले दिनों राज्य सरकार द्वारा बहाल किए गए एएनएम को रोहतास जिले के विभिन्न प्रखंडों में पदस्थापना कर दी गयी है। रोहतास जिले का नौहट्टा, रोहतास, शिवसागर ऐसे प्रखंड है जो पहाड़ी क्षेत्र है जहां पर सैकड़ों गांव स्थित है।

उक्त गांव में भी स्वास्थ सुविधा को बेहतर करने पर बल दिया जा रहा है। इसी उद्देश्य को देखते हुए भी सुदूरवर्ती एवं दुर्गम क्षेत्र स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर नए एएनएम की पदस्थापना की गई है। पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग में चयनित 9000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्ति पत्र बांटा था। इस दौरान रोहतास जिले को 229 एएनएम प्रदान किए गए थे। वहीं बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति ने सभी 229 एएनएम को जिले के विभिन्न प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ स्वास्थ्य उपकेंद्र पर नियुक्ति कर दी है।

कहाँ कितनी हुई पदस्थापना

स्वास्थ्य बेहतर करने के लिए सासाराम प्रखंड में 03, चेनारी में 20, रोहतास में 07, नौहट्टा में 10, दिनारा में 17, करगहर में 20, नोखा में 14, नासरीगंज में 16 काराकाट में 15, सूर्यपुरा में 06, अकोढ़ीगोला में 10, डिहरी में 7, तिलौथू में 5, बिक्रमगंज में 17, राजपुर में 06, शिवसागर में 15 दावथ में 11, कोचस में 12 एवं संझौली प्रखंड में 5 एएनएम की पदस्थापना की गई है।

स्वास्थ्य सुविधाओं में होगा सुधार

सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएचएम प्रवीण कुमार ने कहा कि अस्पतालों में मुख्य चिकित्सकों के बाद नर्सों की अहम भूमिका होती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग में नर्सों की बहाली से कार्य और आसान हो जाएंगे। क्योंकि कभी-कभी नर्सों की कमी की वजह से कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था परंतु नर्सों की बहाली से स्वास्थ सुविधाएँ और बेहतर होंगी।

अभियान को मिलेगा बल

रोहतास डीपीएम अजय कुमार सिंह ने कहा कि लोगों को अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधा देने के बाद भी कुछ ऐसे विशेष योजनाएं होती हैं जो डोर टू डोर संचालित कर लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचानी पड़ती है। ऐसे में एएनएम की कमी की वजह से कभी-कभी कुछ समस्याएं देखने को मिलती थी परंतु जिले के विभिन्न प्रखंडों में नए एएनएम की बहाली हो जाने से स्वास्थ्य से संबंधित अभियान को भी बल मिलेगा।

ग्रामीण इलाकों की सुदृढ़ होगी चिकित्सकीय सुविधा

सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा रोहतास जिले को 229 नए एएनएम प्रदान किया गया है। सभी नए एएनएम को आवश्यकता के अनुसार पदस्थापित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिले में ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं पर ज्यादा बल दिया जा रहा है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक एएनएम की बहाली की गई है ताकि वहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो सके।

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fisheries cooperation committee

रोहतास पत्रिका/सासाराम: सासाराम मत्स्यजीवी समिति के अध्यक्ष पद सहित मंत्री पद का चुनाव संपन्न हो चुका है। इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए तीन और मंत्री पद के लिए भी तीन उमीदवारों ने अपना नामांकन किया था। 4 नवंबर को हुए चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए देवराज बिन्द वहीं मंत्री पद के लिए संजीव मोहन ने विजय प्राप्त किया। आपको बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए देवराज बिंद, दिनेश चौधरी और राजेंद्र खटीक वहीं वहीं मंत्री पद के लिए यमुना चौधरी ,नंदू चौधरी के अलावे संजीव मोहन दावेदार थे।

4 नवंबर को हुई वोटिंग के पश्चात देवराज बिंद को 177, दिनेश चौधरी को 146 वोट जबकि राजेंद्र खटीक को सिर्फ 97 मत प्राप्त हुए। देवराज बिंद ने प्रतिद्वंदी दिनेश चौधरी को 31 मतों से परास्त कर अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया। वही मंत्री पद के लिए यमुना चौधरी को महज 34 मत प्राप्त हुए जबकि नंदू चौधरी को 139 मत से संतोष करना पड़ा। जबकि संजीव मोहन 270 वोट पाकर प्रतिद्वंदी रहे नंदू चौधरी को 131 मतों से पराजित करते मंत्री पद पर कब्जा जमाया।

संजीव मोहन पिछली बार सासाराम मत्स्य जीवी सहयोग समिति के निर्विरोध मंत्री बनाए गए थे। अध्यक्ष और मंत्री के अलावा कार्यकारी समिति के सदस्य पद पर 8 सदस्यों ने निर्विरोध सदस्यता प्राप्त की है। कार्यकारी समिति के सदस्य के तौर पर रामा देवी सोनकर, रामता बिंद, केशव चौधरी, पप्पू सोनकर राजकुमारी देवी, शीला देवी, बिरन चौधरी, हीरावती देवी सोनकर ने निर्विरोध निर्वाचन का प्रमाणपत्र प्राप्त किया है।

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