रोहतास: अब थाना भी सुरक्षित नहीं, मालखाने में लगातार चार दिनों तक चोरी

रोहतास पत्रिका/तिलौथू: बिहार में अब थाना भी सुरक्षित नहीं! किसी एक पुलिसकर्मी की बात क्या कहें, चोरों ने थाना परिसर को ही निशाना बना लिया।जिनके कंधे पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेवारी है, वैसे पुलिसकर्मी भी अब सुरक्षित नहीं हैं। यह इसलिए क्योंकि तिलौथू थाना परिसर के मालखाना का खिड़की तोड़कर चोरों ने देसी-विदेशी शराब समेत लाखों रुपए के सामान की चोरी कर लिया।

चोरों ने एक दिन नहीं, बल्कि लगातार चार दिनों तक मालखाना का खिड़की तोड़कर जब्त सामानों की चोरी करते रहे। वहीं थाने में पदस्थापित साहब से लेकर पुलिसकर्मी आराम फरमाते रहे। थाना के अंदर चार दिनों तक लगातार चोरी की घटना का खुलासा थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज से हुआ तो पुलिस दंग रह गई।

सीसीटीवी फुटेज से चोरों के कारनामों का खुलासा हुआ। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 29 सितंबर की रात्री से लेकर 2 अक्टूबर की रात्री तक लगातार चोर सामान तो ले ही गए, मालखाने में रखी गई अंग्रेजी शराब की बोतल भी साथ ले गए। इस मामले में मालखाना प्रभारी रमेश मेहता ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।

प्राथमिकी के अनुसार 13 से 15 साल के बीच के चार किशोर चार दिनों तक रात्री में थाने के मालखाने में खिड़की का रोड मोड़कर घुसे और लैपटॉप समेत कई सामान अपने साथ ले कर चले गए। थाने में चोरी की वारदात के बाद घोर लापरवाही का मामला प्रदर्शित होता है।

अहम बात यह है कि थाना के मालखाना में लगातार चोरी की वारदात होती रही और मालखाना प्रभारी को इसकी भनक तक नहीं लगी। हालांकि थानाध्यक्ष ने इसे गंभीर मामला मानते हुए मालखाना प्रभारी रमेश मेहता के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर लिया है। अभी तक चोर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। घटना के बाद से पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।

क्या कहते है थानाध्यक्ष 

तिलौथू थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि मालखाना प्रभारी द्वारा मालखाने से चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सामान का मिलान करने के बाद ही पता चलेगा कि कितने की चोरी हुई है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस छानबीन में जुट गई है।

Source: Hindustan 

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रोहतास: हत्या के दो महीने बाद भी नहीं हो सका शवों का पहचान

dead bodies found in rohtas

जिले के करगहर व सासाराम मुफस्सिल थान क्षेत्र से बरामद हत्या कर फेंके गए महिला के शव की पहचान करने में पुलिस तंत्र विफल है। घटना के करीब दो माह के समय गुजरने के बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगे हैं। ऐसे में घटना को अंजाम देने वाले अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत आठ नवंबर को करगहर थाना क्षेत्र में सड़क से एक महिला का शव बरामद हुआ था। महिला को अपराधियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतारा था। हत्या के बाद अपराधी सड़क पर महिला का शव फेंक भाग निकले थे। सड़क से गुजर रहे लोगों की सूचना पर पुलिस ने शव को बरामद किया था। लेकिन, शव बरामदगी के लंबे समय बीतने के बाद पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग सका है। थाना से मिली जानकारी के अनुसार महिला की पहचान के लिए प्रयास चल रहा है। लेकिन, अभी तक कोई उपलब्धि नहीं मिली है।

वहीं एक दूसरी घटना सासाराम के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोहद्दीगंज से 13 नवम्बर को प्रकाश में आई थी। जहां एक तालाब में महिला का शव पुलिस ने बरामद किया था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो महिला की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए तालाब में फेंकने के दौरान भारी वस्तु बांधकर उसे डूबा दिया गया होगा। ऐसे में दो-तीन दिन बाद जब शव पानी में ऊपर आया, तो लोग देख सके। बहरहाल मामला जो भी हो मृतका की पहचान के बाद ही घटना का खुलासा होगा।

पुलिस तलाब से मिली महिला के शव की कोई जानकारी महीना दिन बाद भी नहीं जुटा सकी है। ऐसे में करगहर व मुफस्सिल थाना क्षेत्र से बरामद दो महिला शवों की पहचान वउसके मौत फाइलों में दब कर रह गई है। मुफस्सिल थानाध्यक्ष मो. रिजवान अहमद ने बताया कि शव की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। वहीं करगहर थानाध्यक्ष रामविलास प्रसाद ने बताया कि हत्या कर फेंकी गई महिला का शव की पहचान में पुलिस जुटी है।

Source: Hindustan

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मोबाइल नहीं देने पर सीने में दाग दी गोली, युवक की हालत गंभीर

इन दिनों बिहार में मोबाइल चोरी, छिनतई अब आम बात हो गई है. हर जिलों से प्रतिदिन सैकड़ों इस तरह के केस आते हैं. क्राइम पर कोई रोक नहीं है.अपराधियों के भीतर कानून का भय खत्म होते जा रहा है. प्रदेश के भोजपुर जिले से ऐसी ही एक घटना सामने आई है. जहां एक युवक से जबरन मोबाइल छिनने की कोशिश की गई. जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत सोनघट्टा मोड़ स्थित आलू कोल्ड स्टोर के समीप युवक से अपराधी मोबाइल छिन रहे थे. युवक ने जमकर विरोध किया. गिड़गिड़ाता रहा है, कहा कि हम गरीब है हमारे पास मोबाइल नहीं है लेकिन बदमाशों ने एक नहीं सुनी. मोबाइल नहीं देनेे पर युवक के ऊपर गोली चला दी. बदमाश एक अपाची बाइक से आए थे. लड़का पुरी तरह से घायल होकर उसी स्थान पर बेसुध हो गया. परिजनों को सूचना मिलते ही आनन-फानन में आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया. जहां पर युवक इलाज चल रहा है. डॉक्टर ने बताया कि गोली सीने में लगी है, ब्लड काफी बह चुका है. उसके सीने में टेस्ट ट्यूब लगाया जा रहा है. दो यूनिट ब्लड चढ़ाया जाएगा. डॉ.विकास सिंह ने आगे बताया कि स्थिति अभी नाजुक बनी है, युवक को कुछ दिनों तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा.

SP ने कहा कि बदमाशों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा

घटना की सूचना मिलते ही SP सीधे अस्पताल पहुंच कर घायल से मिले. पुरी घटना की जानकारी लेते उन्होंने बताया कि घायल युवक कोइलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत सोनघट्टा गांव निवासी लाल मोहन पांडेय का पुत्र 19 वर्षीय अमन पांडे है. अमन दुध प्लांट में पैकिंग का काम करता है. हर रोज की तरह वो काम पर जा रहा था इसी दौरान घटना हो गई. अधीक्षक ने कहा कि हम इसे लुट-पाट की एंगल से ही जांच कर रहे हैं. उस जगह पर जो भी घटनाएं घटी है उसे लेकर जांच करेंगे ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द से गिरफ्तार कर सकें. SP ने बताया कि हम लोगों से कोआर्डिनेशन बनाए ऱखे हुए जिससे लॉ एंड आर्डर बनी रहे. वही थाना इंचार्ज प्रवीण कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गए हैं.

 

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Aadhar Card नहीं दिखाने पर BJP नेता ने एक व्यक्ति की ली जान? सोशल साइट पर वीडियो वायरल

मध्य प्रदेश: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें एक युवक से आधार कार्ड नहीं दिखाने पर बेरहमी से पीटा जा रहा है. ये वीडियो मध्यप्रदेश के नीमच जिले की बताई जा रही है हालांकि इस वीडियो की पुष्टि रोहतास पत्रिका नही कर रहा है. वायरल वीडियो में बीजेपी पार्षद के पति दिनेश कुशवाहा को कथित तौर पर जैन की पिटाई करते हुए देखा जा रहा है और उसे आधार कार्ड मांग रहे हैं. बीजेपी नेता युवक से पुछ रहे हैं कि क्या तुम मुस्लिम हो?

वायरल वीडियो पर पुलिस ने क्या कहा?

सोशल मीडिया पर वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में जिस व्यक्ति से आधार कार्ड मांगा जा रहा है. उसका नाम रतलाम के सरसी गांव निवासी 60 वर्षीय भंवरलाल जैन बताया जा रहा है. वहीं मानसा से भंवरलाल मृत स्थित में पाए गए. पुलिस ने शनिवार को सूचना दिया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने शनिवार को IPC की धारा 304 (लापरवाही से मौत) और 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की. मनासा थाना प्रभारी केएल डांगी ने बताया कि भंवरलाल जैन 18 मई को अपने परिवार के साथ चित्तौड़गढ़ गया था. उसके बाद में वह लापता हो गया. शुक्रवार को नीमच जिले के मनासा में उनका शव मिला. उन्होंने आगे कहा कि हम वीडियो की जांच कर रहे हैं. मामले में आरोपी के साथ वीडियो बनाने वाले के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले के बाद दिनेश कुशवाहा फरार हो गए हैं.

स्थानीय नेताओं ने बोला हमला

Congress के नेताओं ने BJP सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं. विधायक जीतू पटवारी ने कहा, ‘राज्य में कानून-व्यवस्था नहीं है और सिर्फ आधार कार्ड नहीं दिखाने पर एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला गया. मुस्लिम, दलित और आदिवासी के बाद जैन पर हमले हुए. प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं है. इस मामले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह जी को कुछ कहना चाहिए. वही BJP के प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने कहा, ‘यह बेहद दुखद घटना है, मामले की निष्पक्ष जांच होगी.

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दो बच्चे के पिता ने 7 साल की बच्ची के साथ किया रेप, बच्ची की हालत नाजुक

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है जहां पर एक युवक ने 7 साल की बच्ची के साथ रेप किया है. युवक का नाम विकास कुमार है जो कि मिठनपुरा का रहने वाला है. आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है. आरोप स्वीकार्य करते हुए कहा कि मैं नशे के हालत में था इसलिए ये घटना हो गया. मैं होश में नहीं था, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था. महिला थाना की पुलिसकर्मी स्नेही ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी उसके घर से हो गई है. आरोपी दो बच्चे का पिता है. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसे जेल भेजा जा रहा है.

तीन दिन पूर्व की घटना

आरोपी तीन दिन पहले एक शादी समारोह में गया था. जिस बच्ची के साथ रेप हुआ है उसके मौसा के साथ शादी में शामिल हुआ. शादी के दौरान युवक ने बच्ची को कोल्ड ड्रिंक पिलाने का झांसा देकर उसे बाइक पर बैठाकर घर के बाहर सुनसान झाड़ियों में ले गया और बच्ची के साथ रेप किया. बच्ची ने चिल्लाने की कोशिश की तो उसकी आवाज दबाकर उसके साथ जबरन रेप करते रहा. उसके बाद बच्ची को वही छोड़कर भाग गया. पीड़ित बेहोशी की हालात में पाई गई जहां पर दरिंदा ने रेप किया था. बच्ची अस्पताल में भर्ती है परिजनों ने बताया कि प्राइवेट पार्ट में काफी ब्लीडिंग हो गई है. आनन-फानन में पहले PHC में प्राथमिक इलाज करवाया गया है उसके बाद डॉक्टर ने SKMCH रेफर कर दिया. फिलहाल बच्ची SKMCH में भर्ती है. जहां पर उसका इलाज चल रहा है, स्थित काफी नाजुक बताई जा रही है. वहीं स्थानीय लोगों इसे लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की है. लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि क्षेत्र में क्राइम की घटना में काफी वृद्धि हो गई है. प्रशासन घटना होने का इंतजार करती है.

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रोहतास: अगरेर खुर्द दलित हत्याकांड के मुख्य आरोपी गिरफ्तार, 21 दिन बाद पुलिस को मिली सफलता

Agar Khurd Dalit Murder Case

रोहतास पत्रिका/सूर्यपुरा: सूर्यपुरा थाना अंतर्गत अगरेर खुर्द गांव में 20 मार्च को आपसी विवाद में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद मामले के आरोपी फरार चल रहे थे। अब हत्याकाण्ड के 21 दिन बाद सोमवार को पुलिस को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। मिली जानकारी के अनुसार अभियुक्त ब्रिज भूषण पांडे को पुलिस ने बिक्रमगंज थाना क्षेत्र से जांच के लिए गठित एसआईटी ने गिरफ्तार किया है।

घटना में प्रयुक्त हथियार अभी भी पुलिस के पहुँच से बाहर, नहीं हुआ आर्म्स लाइसेंस रद्द

घटना के बाद मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया था कि दलितों पर गोलीबारी करने में प्रयुक्त हथियार लाइसेंसी है या अवैध इसकी जांच की जा रही है। जांच में पता चला कि जिस हथियार से गोलीबारी हुई थी वह हथियार लाइसेंसी और उसकी लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा की गई है। जब इस संबंध में बिक्रमगंज एसडीपीओ से बात किया गया तो पता चला की हथियार का लाइसेंस घटना के 21 दिन बीत जाने के बाद भी रद्द नहीं किया है।

मृतक की पत्नी ने कराई थी प्राथमिकी दर्ज

मृतक राजदेव पासवान की पत्नी इंदु देवी ने स्थानीय सूर्यपुरा थाना में गांव के ही 8 दबंगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। सूर्यपुरा थानाध्यक्ष सुसंत कुमार ने धारा 147/148/149/341/323/447/307/302/504, 27 आर्म्स एक्ट एवं एससी/एसटी एक्ट के तहत कांड संख्या 32/22 दर्ज किया था। इस कांड में कुल 8 लोगों को नामजद किया गया था जिसमें अगरेर खुर्द निवासी भैया राम पांडे के पुत्र बृज भूषण पांडे, चंद्र भूषण पांडे एवं राज भूषण पांडे, स्व जय गोविंद पांडे के पुत्र भैया राम पांडे, बृज भूषण पांडे का पुत्र विकास पांडे, श्रीकांत दुबे का पुत्र सौरभ दुबे उर्फ किस्तु दुबे, रंगनाथ पांडे का पुत्र अभय पांडे एवं कमलेश पांडे का पुत्र संजीव पांडे शामिल है।

दिन-दहाड़े दो लोगों को मारी गई थी गोली, एक की हुई थी मौत

सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के अगरेर खुर्द गांव में उक्त विवाद में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। एक अन्य व्यक्ति को भी गोली लगी थी, लेकिन उसकी जान बच गई थी। ग्रामीण बताते है कि आपसी विवाद में झगड़ा बढ़ गया और कुछ लोगों द्वारा दिनदहाड़े फायरिंग की जाने लगी थी। जिसमें राजदेव पासवान एवं संतोष पासवान को गोली लग गई। राजदेव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संतोष को बिक्रमगंज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

3 दिनों से जारी तनाव ने लिया खूनी रूप

स्थानीय लोग बताते है कि 17 मार्च को अगरेर खुर्द गांव में नाली के ऊपर रखा पत्थर का स्लैब नाली में गिर गया था। उस स्लैब को निकाल कर हटाने को लेकर विवाद हो गया। तब गांव के दबंगों ने नींबू राम की पिटाई कर दी। उसी विवाद में 20 मार्च को भी दोनों पक्षों में नोंक-झोक हुआ। इसके बाद गांव के ही दबंगों के पक्ष से ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी जिसमें राजदेव पासवान और संतोष पासवान को गोली लग गई थी।

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जन सुराज में इस तरह से होगा उम्मीदवारों का चयन, आप भी जानिए

jan Suraaj

रोहतास पत्रिका/पटना: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी में उम्मीदवारों का चयन जनता द्वारा किया जाएगा, ना कि किसी नेता या पार्टी के समूह द्वारा। यह एक अनूठी पहल होगी, जहां पहली बार भारत में किसी राजनीतिक दल के उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह से जनता की राय से होगा।

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में कोई व्यक्ति या नेताओं का समूह उम्मीदवारों का चयन नहीं करेगा। अमेरिका की तरह, जहां राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों का चयन जनता करती है, ठीक उसी प्रकार जन सुराज में भी उम्मीदवार जनता द्वारा चुने जाएंगे। इस तरह के प्रादर्शिता से चुनाव लड़ने वाले उमीदवारों को सहूलियत मिलेगी।

प्रशांत किशोर ने उदाहरण देते हुए कहा, अमेरिका में, जब राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होता है, तो कोई एक व्यक्ति या पार्टी का अध्यक्ष यह तय नहीं करता कि डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस को टिकट मिलेगा। उम्मीदवार खुद को प्रस्तुत करते हैं, जनता और पार्टी के बीच जाकर अपनी बात रखते हैं, और अंत में जिसे जनता चुनती है, वही उम्मीदवार बनता है। आगे उन्होंने बताया कि बिहार, जो लोकतंत्र की जननी है, यहीं से एक नया आगाज होगा।

मार्च से पहले जो भी लोग विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनना चाहते हैं, उन्हें जनता के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद मार्च से नवंबर तक जन सुराज के संस्थापक सदस्य और जनता मिलकर इन उम्मीदवारों का मूल्यांकन करेंगे, और अंत में जिस पर जनता की मोहर लगेगी, वही जन सुराज का आधिकारिक उम्मीदवार बनेगा।

Source: Yash Chordia/Jan Suraaj

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बिहार: शांतिपूर्ण संपन्न हुआ विधानसभा उपचुनाव, 52.38 प्रतिशत हुआ मतदान

bihar byelection 2022

रोहतास पत्रिका/पटना: गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर कराए जा रहे उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया। दोनों सीटों पर कुल 52.38 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया गया था। बिहार निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में खबर लिखे जाने तक कुल 52.38 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले है। विभाग अनुसार मतदान प्रतिशत में और वृद्धि हो सकती है।

मोकामा में हुए सबसे अधिक मतदान

बिहार चुनाव आयोग के अनुसार मोकामा विधानसभा सीट के लिए सबसे अधिक 53.45 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि गोपालगंज सीट के लिए 51.48 प्रतिशत वोटिंग हुई है। पूरे मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया गया था जिसके कारण एक-दो इलाकों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कही से भी बड़ी अप्रिय घटना की अबतक सूचना नहीं मिली है।

मतदान के लिए बनाए गए थे 619 मतदान केंद्र

मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीट के लिए कराए जा रहे उपचुनाव के लिए कुल 619 मतदान केंद्र बनाए गए, जिसमें गोपालगंज में 330 मतदान केंद्र और मोकामा में 289 मतदान केंद्र बनाए गए थे। आपको बता दूँ कि मोकामा विधानसभा सीट से 6 प्रत्याशी तो गोपालगंज विधानसभा सीट से 9 प्रत्याशी मैदान में है। मोकामा विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 281251 है जबकि गोपालगंज विधानसभा में 331469 मतदाता हैं।

महागठबंधन और भाजपा के बीच टक्कर

बिहार में सरकार बदलने के बाद यह पहला उपचुनाव हो रहा है। इस चुनाव को राजनीतिक दृष्टिकोण के मुताबिक दोनों सीटों पर पर मुख्य मुकाबला महागठबंधन और भाजपा के बीच माना जा रहा है। गोपालगंज में भाजपा के विधायक और बिहार सरकार के पूर्व सहकारिता मंत्री सुबाष सिंह का असामयिक निधन होने से यह सीट रिक्त हो गई थी। वहीं, मोकामा के तत्कालीन विधायक अनंत सिंह को अवैध हथियार रखने के मामले में सजा होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म हो गई थी। मोकामा में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी तो गोपालगंज में सुबाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी मैदान में हैं।

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शहर की समस्यों को किया जाएगा दूर, महिलाओं के लिए विशेष सुविधा का होगा प्रावधान: सत्यवंती देवी

nagar nigam election

रोहतास पत्रिका/सासाराम: नगर निगम चुनाव को लेकर गतिविधियां पूरी तेज हो गई है। अब अभ्यर्थी पूरी तरह से मैदान में उतर चुके हैं और कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। चुनाव में विभिन्न मुद्दों को लेकर अभ्यर्थी लोगों के पास पहुंच रहे हैं और शहर को नया रूप देने के लिए वचनबद्ध भी हो रहे हैं। नगर निगम चुनाव को लेकर रविवार को माइको पर सासाराम नगर निगम के डिप्टी मेयर प्रत्याशी सत्यवंती देवी ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया।

इस दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सासाराम नगर निगम में महिलाओं की जो समस्या है वह महिलाओं से मिलने के बाद भी प्रतीत हुआ है। उन्होंने कहा कि जहां भी वो जा रही है महिलाएं उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करा रही हैं और उस समस्याओं को दूर करने के लिए आग्रह कर रही है। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं के लिए शहरी क्षेत्रों में एक भी शौचालय नहीं है इसलिए मेरे एजेंडे में सर्वप्रथम महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों के लिए डीलक्स शौचालय का निर्माण करवाना मुख्य है। इसके अलावा महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए जो भी सरकार की योजनाएं चलाई रही है उसका लाभ उन्हें दिलवाना होगा।

उन्होंने कहा कि सासाराम ऐतिहासिक शहर है और इसके इतिहास को संजोए रखना हम सभी का कर्तव्य होता है। ऐसे में सबसे पहले ऐतिहासिक धरोहरों को विश्व पटल पर लाने में कार्य किया जाएगा और शहर की जो सबसे बड़ी समस्या जल निकासी और गंदगी है उसे दूर किया जाएगा ताकि हमारे ऐतेहासिक धरोहरों को देखने के लिए जब कोई व्यक्ति अन्य राज्यों से आए तो वह शहर की स्थिति देख कर गर्व महसूस करें। सत्यवंती देवी ने कहा कि चुनावी भ्रमण के दौरान गरीब घरों में शिक्षा की कमी दिखी।

गरीब परिवारों के बच्चों को खासकर लड़कियों को शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया जाएगा ताकि लड़कियां पढ़ाई कर अपना भविष्य संवार सकें। इसके लिए सरकारी स्कूलों को सुदृढ़ किया जाएगा और शहरी क्षेत्रों में लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए मनोरंजन पार्क का भी निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि लोगों का सहयोग रहा तो हमारा सासाराम बदलेगा और शहर के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे। मौके पर पूर्व सासाराम नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद चंद्रशेखर सिंह भी मौजूद रहे।

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जातिगत जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक, तेजस्वी ने कही बड़ी बात

पटना: जातिगत जनगणना को लेकर सभी पार्टियों की सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी. ये बैठक पटना में आयोजित हुआ था. जहां RJD का प्रतिनिधित्व तेजस्वी यादव कर रहे थे. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिल को अगली कैबिनेट बैठक में लाने और नवंबर के महीने में इसे शुरू करनी चाहिए. उनका आगे कहना था कि छठ पुजा में बिहार से बाहर रहने वाले कई लोग घर आते हैं इस समय आकड़े सही प्राप्त होंगे, और पर्याप्त समय भी तैयारी करने के लिए मिल जाएगा. पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय जनगणना है ना कि जनगणना, ये हमारी जीत है. बैठक के दौरान तेजस्वी ने बताया कि इसमें मानव शास्त्रियों को शामिल करने के लिए अपना सुझाव दिया है. इसे लेकर केन्द्र सरकार को आगे आना चाहिए और आर्थिक रुप से समर्थन करना चाहिए. ये फैसला बिहार के रहने वाले लोगों के हित में है.

नीतीश कुमार ने कही ये बात

बिहार प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार ने बैठक को लेकर अपनी खुशी जताई. उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना कराने के लिए केंद्र की अनिच्छा के बाद राज्य में “सभी जातियों और समुदायों का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण” करेगी. वही सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद, कुमार ने कहा कि विशाल अभ्यास के लिए आवश्यक कैबिनेट मंजूरी जल्द ही दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये खुशी के बात है कि सभी दलों के लोगों ने इस बैठक को लेकर सर्वसम्मति से समर्थन किया है.

बीजेपी से कौन-कौन शामिल

उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और राज्य इकाई के प्रमुख संजय जायसवाल ने बैठक में भाग लिया. बीजेपी अपने केन्द्र के फैसले पर अडिग रही. इस बैठक को लेकर बीजेपी के नेताओं ने कैमरे से बचने की कोशिश की. जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी के कई नेता इसके हक में नहीं है लेकिन उनके भी अपनी मजबूरी है. आपको बता दें कि केन्द्र सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर राज्य सरकार जातीय जनगणना कराना चाहती है तो राज्य सरकार स्वतंत्र है. केन्द्र सरकार के तरफ से कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिल पाएगी.

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जाति आधारित जनगणना का विरोध BJP करेगा तो टूट जाएगा NDA का गठबंधन : BJP थिंक टैंक

रोहतास पत्रिका/पटना: बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर सभी पार्टियों की सहमति बन गई है. इस बात की जानकारी शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने दी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री ने पहले ही बता दिया है कि जाति आधारित जनगणना पर जल्द ही पटना में एक बैठक होगी. मंत्री ने स्पष्ट करते हुए बताया कि बिहार सरकार ने एक जून (बुधवार) को पटना में जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक करने का फैसला किया है. इस तारीख पर सभी दलों ने अपनी सहमति जताई है. आगे चौधरी ने कहा कि बैठक का स्थान 4 देश रत्न मार्ग, पटना में शाम करीब 4 बजे आयोजित होगा. वही बैठक में सभी पार्टियों के शीर्ष नेताओं का आगमन तय माना जा रहा है.

सभी पार्टियों की सहमति

27 मई को हुई बैठक को लेकर नीतीश कुमार ने सकारात्मक संकेत दिए थे. बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को छोड़कर RJD, JDU, कांग्रेस, वाम दल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) और अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सहित सभी दलों ने जाति-आधारित जनगणना पर सहमति व्यक्त की. भाजपा अपने केंद्रीय नेतृत्व के रुख पर अड़ी हुई थी, जिसने देश में जाति आधारित जनगणना नहीं करने का फैसला किया था हालांकि अब बीजेपी की रूख में हल्की नरमी देखी जा रही है.

BJP की असहमति से टूट जाएगी गठबंधन

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जाति आधारित जनगणना कराने के अपने फैसले पर अडिग हैं. BJP थिंक टैंक का मानना ​​है कि अगर वे बिहार में जाति आधारित जनगणना का विरोध करेंगे तो सीएम नीतीश कुमार बीजेपी से गठबंधन तोड़ सकते हैं और राजद की मदद से बिहार में सरकार बना सकते हैं. नीतीश कुमार और तेजस्वी की बढ़ती नजदीकियों से BJP परेशान दिख रही है. भाजपा को डर सता रहा कि गठबंधन ना टूटे, इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने अपनी सहमति जताई है. आपको बता दें, प्रधानमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि राज्य अपने खर्च पर जाति आधारित जनगणना करने के लिए स्वतंत्र हैं.

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ISKCON पटना में दीपदान उत्सव की शुरुआत, प्रसाद का किया गया वितरण

iskcon patna

रोहतास पत्रिका/पटना: ISKCON पटना में आज से पवित्र कार्तिक महीने की शुरुआत के साथ दीपदान उत्सव की शुरुआत हो गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास को दामोदर मास भी कहते हैं। मान्यता यह भी है कि इस माह में पुण्य प्राप्त करना बेहद ही आसान और सहज होता है, क्योंकि कार्तिक मास में भगवान विष्णु के मंदिर में दीपक जलाना शुभ फलदायी होता है।

साथ ही गंगा स्नान का भी महात्म्य होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस माह में गंगा जी में भी दीपदान करते हैं और पूजा-पाठ करते हैं। जो जातक आरोग्यता प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें प्रात काल उठकर गंगा स्नान कर पीपल और तुलसी की पूजा करनी चाहिए, साथ ही दीपदान भी करना चाहिए। कार्तिक मास में आने वाली देव उठानी एकादशी एक महत्वपूर्ण धार्मिक तिथि है।

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मंदिर परिसर में प्रसाद ग्रहण करते भक्त

मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की निद्रा के बाद उठते हैं। इस दिन के बाद से भगवान की प्रात: कालीन पूजा आदि सभी मांगलिक कार्य शुरू होते हैं। कार्तिक मास की पहले पंद्रह दिनों के उपासना और दीपों के जलाने से जीवन में नई दिशा मिलती है। इन 15 दिनों के बाद भगवान विष्णु की निद्रा से उठने का समय आता है, और इसके साथ ही सारे मांगलिक कार्य शुरू होते हैं।

कार्तिक मास में, पवित्र नदियों में, मंदिरों में और अन्य स्थानों पर दीपों का दान किया जाता है। दीपों का प्रकाश करने से जीवन में प्रकाश और शुभता आती है। यह त्योहार समाज में आत्मा की शुद्धता और प्राचीन धार्मिक अदर्शों का महत्व स्थापित करता है। दीपदान की जानकारी ISKCON के प्रवक्ता नंदगोपाल दास ने दी। उन्होंने बताया की इस मौके पर हज़ारों भक्तों ने मंदिर में कार्तिक महीने के पहले दिन दीपदान किया, शरद पूर्णिमा के मौके विशेष प्रसाद भी भक्तों के बीच वितरित किया गया।

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रचना: कर्म का लेखा-जोखा

karm ka lekha jokha

लेखक: धीरेन्द्र कुमार 

मनुष्य की कतार है लंबी, स्वर्ग और नर्क के रास्ते का

बनोगे तुम भी पथिक, इस सुगम और दुर्गम पथ का

अच्छे कर्म के रास्ते में, पृथ्वी लोक पर शूल मिलेंगे

पर घबराना मत अच्छे कर्म के लिए, स्वर्ग के पथ पर फूल मिलेंगे ।

 

यमलोक में आएगी बारी, सबकी पारी पारी

राजा – रंक, चोर सिपाही, चाहे हो कोई अधिकारी

अच्छे बुरे कर्मों का, होता नहीं कोई फेरबदल

चाहे कितना भी हो किसी का, धन संपति चल अचल ।

 

चित्रगुप्त लेता नहीं रिश्वत, कर्मों का लेखा सम करता है

अपनी पोथी में सबकी, एक एक पाप पुण्य को भरता है

फिर एक दिन यमलोक में, दरबार लगाया जाएगा

एक एक तुम्हारे कर्मों को, वहां सुनाया जाएगा ।

 

तुम्हारे अच्छे कर्मों को दरबार में, शान से सुनाया जाएगा

यमलोक के दरबार का मंत्री, ताली भी खूब बजाएगा

सोचकर विधाता खुश होंगे, अच्छा किया तुम्हे बनाकर

मातृभूमि भी धन्य होगी, तृप्त होगी तुम्हें पाकर ।

 

पर सोच क्या होगा जब, तुम्हारे कुकर्मों को एक-एक सुनाया जाएगा

यम के भरे दरबार में तुमसे, मुंह न छुपाया जाएगा

होता था खुश कुकर्म को कर के, चलो कोई ना देख पाया है

अब एक-एक कर सारा राज. चित्रगप्त ने भरे दरबार में गाया है ।

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रोहतास: एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल से 102 एंबुलेंस सेवा ठप्प

Ambulance

रोहतास पत्रिका/सासाराम: लंबे समय से एंबुलेंस कर्मियों के वेतन भुगतान नहीं होने के कारण 102 के चालक और कर्मी बुधवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए। एंबुलेंस चालक व कर्मी वाहन लेकर सदर अस्पताल परिसर स्थित डीएचएस कार्यालय पहुचे। जहां वाहन लगाकर विरोध करना शुरू किया। वहीं, एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ सुविधा ठप्प हो गई है। जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

सरकारी एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल के वजह से रेफर मरीजों को बाहर ले जाने के लिए परिजनो को अब निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनमोल सिंह ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण एंबुलेंस कर्मी भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। परिवार के भरण पोषण में असमर्थ हो गए है। मांगे पूरी होने तक हमलोगों का हड़ताल जारी रहेगा। इस दौरान घटना व दुर्घटना होने पर घायलों को एंबुलेंस सेवा नहीं मिलने की सारी जबावदेही जिला स्वास्थ्य समिति की होगी।

समिति की ओर से एजेंसी का भुगतान लंबित रखा गया है। ऐसे में कर्मियों के पारिश्रमिक का भुगतान एजेंसी नहीं कर रही है। दशहरा जैसे पर्व में भी वेतन नहीं दी गई। जबकि, 15 दिन पहले जिला स्वास्थ्य समिति को एजेंसियों के भुगतान के लिए पांच करोड रुपये आया था। फिर दो करोड रुपया मिला। लेकिन अब तक हमलोगों का भुगतान नहीं हो पाया है।

जिलाउपाध्यक्ष विरेंद्र सिंह ने कहा कि कमीशन जहां से तय हो जा रहा है, उस एजेंसी को अधिकारी भुगतान कर रहे है। जबकि, हमलोग अल्प पारिश्रमिक भोगी है। हमारे कमाई का एक-एक पाई खर्च में ही चला जाता है। ऐसे में तीन माह के पारिश्रमिक भुगतान लंबित रहने से हमलोग कर्ज लेकर घर चला रहे है। लेकिन, अधिकारी कमीशनखोरी में लगे हुए है।

धरना में शामिल धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि पिछले तीन माह से वेतन भुगतान तो चार माह का पीएफ बकाया है। इसके आलावा ईएसआईसी रोककर रखने, आठ घंटा की जगह 12 घंटा काम लेने व बिहार सरकार श्रम अधिनियम के द्धारा तय की गई कुशल मजदूरी भी नहीं मिल रही है। विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल शुरू किया गया है। मांगों की पूर्ति तक हड़ताल जारी रहेगा। धरना में धनंजय कुमार सिंह, मुम्ताज अंसारी, मदन मोहन पाठक, मिथिलेश कुमार, दिनानाथ सिंह, काशी यादव, अलाउद्दीन मंसूरी, मोतीलाल सिंह, पप्पू कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, रंजीत कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार समेत करीब 150 कर्मी शामिल रहे।

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रोहतास में किसान कर रहे मगही पान के पत्ते की खेती, हो रहा लाखों का मुनाफा

Magahi Pan

रोहतास पत्रिका/सासाराम: बिहार के किसान अब पारंपरिक खेती से हटकर नई तकनीक और नई फसलों की खेती करने लगे हैं और इसमें उनका बेहतर भविष्य भी नजर आ रहा है। इसी कारण बिहार में नई फसलों एवं फलों के उत्पादन देखने को मिल रहा है। इधर रोहतास जिले के किसान भी अब पारंपरिक खेती को छोड़ नई खेती करने में जुट गए हैं और इसे उनको लाखों की आमदनी हो रही है।

रोहतास जिले के एक किसान ने स्ट्रॉबेरी की खेती कर कृषि वैज्ञानिकों के सारे दावों को फेल कर दिया था तो वहीं अब एक अन्य किसान ने अपने खेत में मगही पान की खेती कर एक बार फिर कृषि वैज्ञानिकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। सासाराम प्रखंड अंतर्गत धौडाढ़ पंचायत के मेदनीपुर गांव के एक किसान पान की खेती कर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। मेदनीपुर के रहने वाले किसान जितेंद्र कुमार ने महज प्रयोग रूप में पान की खेती की शुरुआत की थी। परंतु कुछ ही महीनों में बेहतर परिणाम मिलने के बाद उन्होंने वृहत पैमाने पर पान की खेती करनी शुरू कर दी।

जितेंद्र कुमार पान की खेती अपने खेत में उगा रहा है, जिससे पान के पत्ते की अच्छी निकासी हों रही है। इस पान की खेती को लोग दूर-दूर से देखने के लिए आ रहे हैं। किसान जितेंद्र कुमार का जुगाड़ और तरीका लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। हर कोई उनकी खेती की तारीफ कर रहा है और उनसे पान की खेती करने का गुर सीख रहे है।

जितेंद्र कुमार बताते है की वो खुद पान बेचते है और इसके लिए बाजार से पान का पत्ता लाते थे। उन्होंने बताया की महज प्रयोग के तौर पर पान का कुछ प्लांट लगाया था लेकिन उसके बेहतर परिणाम को देखते हुए अब वो व्यापक तौर पर उसकी खेती शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि अब वह अपने दुकान पर इसी पत्ते का पान बेचते हैं। उनके द्वारा बाजारों में भी इस पत्ते का सप्लाई किया जाता हैं जिससे उनको बेहतर आमदनी हो रही है।

Source: Bihar 24 News

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तुम्बा पंचायत का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आठ साल से बंद, खंडहर में हुआ तब्दील

phc

रोहतास पत्रिका/रोहतास: रोहतास प्रखंड अंतर्गत तुम्बा पंचायत में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) को आठ साल पहले ग्रामीणों की सुविधा के लिए बनाया गया था, लेकिन यह अब तक चालू नहीं हो सका है। स्वास्थ्य केंद्र के बंद रहने के कारण अब यह खंडहर में तब्दील होने लगा है। इस वजह से आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले हजारों ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित हो रहे हैं।

तुम्बा पंचायत स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चालू होने के बाद तिलौथू और रोहतास प्रखंड में रहने वाले ग्रामीणों को नजदीक में ही स्वास्थ सेवाएं मिलना चालू हो जाएगा। फिलहाल इसके बंद होने के वजह से स्थानीय लोगों को इलाज कराने के लिए लगभग 10 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। दूरी के वजह से कई लोगों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है।

ग्रामीणों का आक्रोश: स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि सरकार और प्रशासन के इस फैसले से लोगों को कोई राहत नहीं मिल सका है। अगर इस स्वास्थ्य केंद्र को चालू कर दिया जाता है तो सरकारी तंत्र का सही उपयोग हो सकता है और ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकता है। उनका कहना है कि सरकारी संपत्ति का उपयोग न होने से यह नुकसान हो रहा है, और यह सरकारी संसाधनों की बर्बादी को दर्शाता है। लोगों ने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, और जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि इस मामले पर जल्द से जल्द विचार करते हुए केंद्र को चालू किया जाए।

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