Sanjeev Kumar

मैं रोहतास पत्रिका के साथ ईमानदार पत्रकारिता करने की कोशिश कर रहा हूँ, जिसका सरोकार आम जनता से है। अभी तक का मेरा सफ़र एक डिजिटल जर्नलिस्ट के तौर पर रहा है। मुझे क्राइम से जुड़ें घटनाओं पर लिखना पसंद है।

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iskcon patna

रोहतास पत्रिका/पटना: ISKCON पटना में आज से पवित्र कार्तिक महीने की शुरुआत के साथ दीपदान उत्सव की शुरुआत हो गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास को दामोदर मास भी कहते हैं। मान्यता यह भी है कि इस माह में पुण्य प्राप्त करना बेहद ही आसान और सहज होता है, क्योंकि कार्तिक मास में भगवान विष्णु के मंदिर में दीपक जलाना शुभ फलदायी होता है।

साथ ही गंगा स्नान का भी महात्म्य होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस माह में गंगा जी में भी दीपदान करते हैं और पूजा-पाठ करते हैं। जो जातक आरोग्यता प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें प्रात काल उठकर गंगा स्नान कर पीपल और तुलसी की पूजा करनी चाहिए, साथ ही दीपदान भी करना चाहिए। कार्तिक मास में आने वाली देव उठानी एकादशी एक महत्वपूर्ण धार्मिक तिथि है।

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मंदिर परिसर में प्रसाद ग्रहण करते भक्त

मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की निद्रा के बाद उठते हैं। इस दिन के बाद से भगवान की प्रात: कालीन पूजा आदि सभी मांगलिक कार्य शुरू होते हैं। कार्तिक मास की पहले पंद्रह दिनों के उपासना और दीपों के जलाने से जीवन में नई दिशा मिलती है। इन 15 दिनों के बाद भगवान विष्णु की निद्रा से उठने का समय आता है, और इसके साथ ही सारे मांगलिक कार्य शुरू होते हैं।

कार्तिक मास में, पवित्र नदियों में, मंदिरों में और अन्य स्थानों पर दीपों का दान किया जाता है। दीपों का प्रकाश करने से जीवन में प्रकाश और शुभता आती है। यह त्योहार समाज में आत्मा की शुद्धता और प्राचीन धार्मिक अदर्शों का महत्व स्थापित करता है। दीपदान की जानकारी ISKCON के प्रवक्ता नंदगोपाल दास ने दी। उन्होंने बताया की इस मौके पर हज़ारों भक्तों ने मंदिर में कार्तिक महीने के पहले दिन दीपदान किया, शरद पूर्णिमा के मौके विशेष प्रसाद भी भक्तों के बीच वितरित किया गया।

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karm ka lekha jokha

लेखक: धीरेन्द्र कुमार 

मनुष्य की कतार है लंबी, स्वर्ग और नर्क के रास्ते का

बनोगे तुम भी पथिक, इस सुगम और दुर्गम पथ का

अच्छे कर्म के रास्ते में, पृथ्वी लोक पर शूल मिलेंगे

पर घबराना मत अच्छे कर्म के लिए, स्वर्ग के पथ पर फूल मिलेंगे ।

 

यमलोक में आएगी बारी, सबकी पारी पारी

राजा – रंक, चोर सिपाही, चाहे हो कोई अधिकारी

अच्छे बुरे कर्मों का, होता नहीं कोई फेरबदल

चाहे कितना भी हो किसी का, धन संपति चल अचल ।

 

चित्रगुप्त लेता नहीं रिश्वत, कर्मों का लेखा सम करता है

अपनी पोथी में सबकी, एक एक पाप पुण्य को भरता है

फिर एक दिन यमलोक में, दरबार लगाया जाएगा

एक एक तुम्हारे कर्मों को, वहां सुनाया जाएगा ।

 

तुम्हारे अच्छे कर्मों को दरबार में, शान से सुनाया जाएगा

यमलोक के दरबार का मंत्री, ताली भी खूब बजाएगा

सोचकर विधाता खुश होंगे, अच्छा किया तुम्हे बनाकर

मातृभूमि भी धन्य होगी, तृप्त होगी तुम्हें पाकर ।

 

पर सोच क्या होगा जब, तुम्हारे कुकर्मों को एक-एक सुनाया जाएगा

यम के भरे दरबार में तुमसे, मुंह न छुपाया जाएगा

होता था खुश कुकर्म को कर के, चलो कोई ना देख पाया है

अब एक-एक कर सारा राज. चित्रगप्त ने भरे दरबार में गाया है ।

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रोहतास पत्रिका/तिलौथू: बिहार में अब थाना भी सुरक्षित नहीं! किसी एक पुलिसकर्मी की बात क्या कहें, चोरों ने थाना परिसर को ही निशाना बना लिया।जिनके कंधे पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेवारी है, वैसे पुलिसकर्मी भी अब सुरक्षित नहीं हैं। यह इसलिए क्योंकि तिलौथू थाना परिसर के मालखाना का खिड़की तोड़कर चोरों ने देसी-विदेशी शराब समेत लाखों रुपए के सामान की चोरी कर लिया।

चोरों ने एक दिन नहीं, बल्कि लगातार चार दिनों तक मालखाना का खिड़की तोड़कर जब्त सामानों की चोरी करते रहे। वहीं थाने में पदस्थापित साहब से लेकर पुलिसकर्मी आराम फरमाते रहे। थाना के अंदर चार दिनों तक लगातार चोरी की घटना का खुलासा थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज से हुआ तो पुलिस दंग रह गई।

सीसीटीवी फुटेज से चोरों के कारनामों का खुलासा हुआ। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 29 सितंबर की रात्री से लेकर 2 अक्टूबर की रात्री तक लगातार चोर सामान तो ले ही गए, मालखाने में रखी गई अंग्रेजी शराब की बोतल भी साथ ले गए। इस मामले में मालखाना प्रभारी रमेश मेहता ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है।

प्राथमिकी के अनुसार 13 से 15 साल के बीच के चार किशोर चार दिनों तक रात्री में थाने के मालखाने में खिड़की का रोड मोड़कर घुसे और लैपटॉप समेत कई सामान अपने साथ ले कर चले गए। थाने में चोरी की वारदात के बाद घोर लापरवाही का मामला प्रदर्शित होता है।

अहम बात यह है कि थाना के मालखाना में लगातार चोरी की वारदात होती रही और मालखाना प्रभारी को इसकी भनक तक नहीं लगी। हालांकि थानाध्यक्ष ने इसे गंभीर मामला मानते हुए मालखाना प्रभारी रमेश मेहता के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर लिया है। अभी तक चोर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। घटना के बाद से पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।

क्या कहते है थानाध्यक्ष 

तिलौथू थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि मालखाना प्रभारी द्वारा मालखाने से चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सामान का मिलान करने के बाद ही पता चलेगा कि कितने की चोरी हुई है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस छानबीन में जुट गई है।

Source: Hindustan 

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Ambulance

रोहतास पत्रिका/सासाराम: लंबे समय से एंबुलेंस कर्मियों के वेतन भुगतान नहीं होने के कारण 102 के चालक और कर्मी बुधवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए। एंबुलेंस चालक व कर्मी वाहन लेकर सदर अस्पताल परिसर स्थित डीएचएस कार्यालय पहुचे। जहां वाहन लगाकर विरोध करना शुरू किया। वहीं, एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ सुविधा ठप्प हो गई है। जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

सरकारी एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल के वजह से रेफर मरीजों को बाहर ले जाने के लिए परिजनो को अब निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनमोल सिंह ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण एंबुलेंस कर्मी भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। परिवार के भरण पोषण में असमर्थ हो गए है। मांगे पूरी होने तक हमलोगों का हड़ताल जारी रहेगा। इस दौरान घटना व दुर्घटना होने पर घायलों को एंबुलेंस सेवा नहीं मिलने की सारी जबावदेही जिला स्वास्थ्य समिति की होगी।

समिति की ओर से एजेंसी का भुगतान लंबित रखा गया है। ऐसे में कर्मियों के पारिश्रमिक का भुगतान एजेंसी नहीं कर रही है। दशहरा जैसे पर्व में भी वेतन नहीं दी गई। जबकि, 15 दिन पहले जिला स्वास्थ्य समिति को एजेंसियों के भुगतान के लिए पांच करोड रुपये आया था। फिर दो करोड रुपया मिला। लेकिन अब तक हमलोगों का भुगतान नहीं हो पाया है।

जिलाउपाध्यक्ष विरेंद्र सिंह ने कहा कि कमीशन जहां से तय हो जा रहा है, उस एजेंसी को अधिकारी भुगतान कर रहे है। जबकि, हमलोग अल्प पारिश्रमिक भोगी है। हमारे कमाई का एक-एक पाई खर्च में ही चला जाता है। ऐसे में तीन माह के पारिश्रमिक भुगतान लंबित रहने से हमलोग कर्ज लेकर घर चला रहे है। लेकिन, अधिकारी कमीशनखोरी में लगे हुए है।

धरना में शामिल धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि पिछले तीन माह से वेतन भुगतान तो चार माह का पीएफ बकाया है। इसके आलावा ईएसआईसी रोककर रखने, आठ घंटा की जगह 12 घंटा काम लेने व बिहार सरकार श्रम अधिनियम के द्धारा तय की गई कुशल मजदूरी भी नहीं मिल रही है। विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल शुरू किया गया है। मांगों की पूर्ति तक हड़ताल जारी रहेगा। धरना में धनंजय कुमार सिंह, मुम्ताज अंसारी, मदन मोहन पाठक, मिथिलेश कुमार, दिनानाथ सिंह, काशी यादव, अलाउद्दीन मंसूरी, मोतीलाल सिंह, पप्पू कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, रंजीत कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार समेत करीब 150 कर्मी शामिल रहे।

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Magahi Pan

रोहतास पत्रिका/सासाराम: बिहार के किसान अब पारंपरिक खेती से हटकर नई तकनीक और नई फसलों की खेती करने लगे हैं और इसमें उनका बेहतर भविष्य भी नजर आ रहा है। इसी कारण बिहार में नई फसलों एवं फलों के उत्पादन देखने को मिल रहा है। इधर रोहतास जिले के किसान भी अब पारंपरिक खेती को छोड़ नई खेती करने में जुट गए हैं और इसे उनको लाखों की आमदनी हो रही है।

रोहतास जिले के एक किसान ने स्ट्रॉबेरी की खेती कर कृषि वैज्ञानिकों के सारे दावों को फेल कर दिया था तो वहीं अब एक अन्य किसान ने अपने खेत में मगही पान की खेती कर एक बार फिर कृषि वैज्ञानिकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। सासाराम प्रखंड अंतर्गत धौडाढ़ पंचायत के मेदनीपुर गांव के एक किसान पान की खेती कर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। मेदनीपुर के रहने वाले किसान जितेंद्र कुमार ने महज प्रयोग रूप में पान की खेती की शुरुआत की थी। परंतु कुछ ही महीनों में बेहतर परिणाम मिलने के बाद उन्होंने वृहत पैमाने पर पान की खेती करनी शुरू कर दी।

जितेंद्र कुमार पान की खेती अपने खेत में उगा रहा है, जिससे पान के पत्ते की अच्छी निकासी हों रही है। इस पान की खेती को लोग दूर-दूर से देखने के लिए आ रहे हैं। किसान जितेंद्र कुमार का जुगाड़ और तरीका लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। हर कोई उनकी खेती की तारीफ कर रहा है और उनसे पान की खेती करने का गुर सीख रहे है।

जितेंद्र कुमार बताते है की वो खुद पान बेचते है और इसके लिए बाजार से पान का पत्ता लाते थे। उन्होंने बताया की महज प्रयोग के तौर पर पान का कुछ प्लांट लगाया था लेकिन उसके बेहतर परिणाम को देखते हुए अब वो व्यापक तौर पर उसकी खेती शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि अब वह अपने दुकान पर इसी पत्ते का पान बेचते हैं। उनके द्वारा बाजारों में भी इस पत्ते का सप्लाई किया जाता हैं जिससे उनको बेहतर आमदनी हो रही है।

Source: Bihar 24 News

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