रोहतास पत्रिका/सासाराम: लंबे समय से एंबुलेंस कर्मियों के वेतन भुगतान नहीं होने के कारण 102 के चालक और कर्मी बुधवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए। एंबुलेंस चालक व कर्मी वाहन लेकर सदर अस्पताल परिसर स्थित डीएचएस कार्यालय पहुचे। जहां वाहन लगाकर विरोध करना शुरू किया। वहीं, एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ सुविधा ठप्प हो गई है। जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकारी एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल के वजह से रेफर मरीजों को बाहर ले जाने के लिए परिजनो को अब निजी एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ रहा है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनमोल सिंह ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण एंबुलेंस कर्मी भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। परिवार के भरण पोषण में असमर्थ हो गए है। मांगे पूरी होने तक हमलोगों का हड़ताल जारी रहेगा। इस दौरान घटना व दुर्घटना होने पर घायलों को एंबुलेंस सेवा नहीं मिलने की सारी जबावदेही जिला स्वास्थ्य समिति की होगी।
समिति की ओर से एजेंसी का भुगतान लंबित रखा गया है। ऐसे में कर्मियों के पारिश्रमिक का भुगतान एजेंसी नहीं कर रही है। दशहरा जैसे पर्व में भी वेतन नहीं दी गई। जबकि, 15 दिन पहले जिला स्वास्थ्य समिति को एजेंसियों के भुगतान के लिए पांच करोड रुपये आया था। फिर दो करोड रुपया मिला। लेकिन अब तक हमलोगों का भुगतान नहीं हो पाया है।
जिलाउपाध्यक्ष विरेंद्र सिंह ने कहा कि कमीशन जहां से तय हो जा रहा है, उस एजेंसी को अधिकारी भुगतान कर रहे है। जबकि, हमलोग अल्प पारिश्रमिक भोगी है। हमारे कमाई का एक-एक पाई खर्च में ही चला जाता है। ऐसे में तीन माह के पारिश्रमिक भुगतान लंबित रहने से हमलोग कर्ज लेकर घर चला रहे है। लेकिन, अधिकारी कमीशनखोरी में लगे हुए है।
धरना में शामिल धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि पिछले तीन माह से वेतन भुगतान तो चार माह का पीएफ बकाया है। इसके आलावा ईएसआईसी रोककर रखने, आठ घंटा की जगह 12 घंटा काम लेने व बिहार सरकार श्रम अधिनियम के द्धारा तय की गई कुशल मजदूरी भी नहीं मिल रही है। विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल शुरू किया गया है। मांगों की पूर्ति तक हड़ताल जारी रहेगा। धरना में धनंजय कुमार सिंह, मुम्ताज अंसारी, मदन मोहन पाठक, मिथिलेश कुमार, दिनानाथ सिंह, काशी यादव, अलाउद्दीन मंसूरी, मोतीलाल सिंह, पप्पू कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, रंजीत कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार समेत करीब 150 कर्मी शामिल रहे।