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SNCU Sasaram
  • पिछले आठ महीनों में 149 निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चों को सदर अस्पताल के एसएनसीयू में कराया गया भर्ती

रोहतास पत्रिका/सासाराम:स्वास्थ्य विभाग को लेकर लोगों में पहले नकारात्मक सोच हुआ करती थी परंतु अब सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मिल रही बेहतर सुविधाओं की वजह से लोगों की सोच बदली है। अब लोग सरकारी स्वास्थ्य सेवा लेने में नहीं हिचक रहे हैं। केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग को लगातार बेहतर करने में लगी हुई है। बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा लोगों को मिले इसके लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।

उन्हीं सेवाओं में से एक है सासाराम सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू । एसएनसीयू सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों के लिए तो कारगर साबित हो ही रहा निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चोँ के लिए भी जीवन रक्षक साबित हो रहा है। लोग अब निजी अस्पताल की सुविधाओं को छोड़ सरकारी अस्पताल में मौजूद एसएनसीयू पर पूरा भरोसा कर रहे और नवजात शिशुओं को सदर अस्पताल के एसएनसीयू में ही भर्ती करवा रहे हैं।

पिछले आठ महीनों में 149 बच्चे हुए भर्ती

एसएनसीयू में वैसे नवजात शिशुओं को भर्ती किया जाता है जिनका जन्म समय से पहले हुआ हो या फिर कमजोर पैदा हुए बच्चों के साथ साथ जन्म के दौरान अन्य समस्याओं से ग्रसित हों। इस दौरान जिले के सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चों को भी भर्ती किया जाता है। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 8 महीनों में सासाराम सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में कुल 677 नवजातों को भर्ती किया गया।

जिसमें से 528 बच्चे रोहतास जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में जन्मे थे जबकि 149 बच्चे निजी अस्पतालों में जन्मे शामिल हैं । विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी महीने में कुल 59 नवजात भर्ती किए गए, जिसमें 22 निजी अस्पतालों के बच्चे शामिल थे। फरवरी में 73 बच्चों में से 12, मार्च में 77 बच्चों में से 14, अप्रैल में 72 बच्चों में से 18, मई में 78 बच्चों में से 15, जून में 102 बच्चों में से 26, जुलाई में 96 बच्चों में से 16 एवं अगस्त में 110 बच्चों में से 26 बच्चे निजी अस्पतालों में जन्म लिए थे, जिनका इलाज परिजनों ने सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में कराया।

जिला स्वास्थ्य समिति सुविधाओं को ले तत्पर: सीएस

रोहतास के सिविल सर्जन डॉ कामेश्वर नाथ तिवारी ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जो भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है उन सुविधाओं को बखूबी इस्तेमाल किया जा रहा और इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले इसके लिए भी जिला स्वास्थ्य समिति लगातार प्रयासरत है।

सिविल सर्जन ने कहा कि एसएनसीयू के साथ-साथ आईसीयू एवं नवजात शिशु से जुड़े अन्य विभागों के अलावा सदर अस्पताल के सभी विभागों को बेहतर किया गया है, जिसका परिणाम यह है कि सदर अस्पताल में इलाज के प्रति लोगों में विश्वास जगा है और लोग सभी तरह के इलाज के लिए अस्पताल में पहुंच रहे और बेहतर इलाज से लाभान्वित भी हो रहे हैं।


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Ayushman Bharat
  • डिहरी तथा दिनारा प्रखण्ड क्रमशः दूसरे एवं तीसरे स्थान पर
  • जिले में अबतक 3.59 लाख से अधिक लोगों का बनाया जा चुका है आयुष्मान कार्ड

रोहतास पत्रिका/सासाराम: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनने वाला आयुष्मान कार्ड लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। खासकर वैसे लोग जो गरीबी रेखा के नीचे रह रहे हैं, उनके लिए यह कार्ड संजीवनी साबित हो रही। आयुष्मान कार्ड के लाभार्थी पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज का लाभ अपने जिले के अस्पतालों के साथ-साथ राज्य तथा राज्य के बाहर के अस्पतालों में पा रहे हैं।

आयुष्मान योजना कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में कुल 13 लाख 25 हज़ार 959 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके विरुद्ध अभी तक 3 लाख 59 हज़ार 105 लोगों का कार्ड बनाया जा चुका है ।

आयुष्मान कार्ड लाभार्थियों में सासाराम प्रखण्ड अव्वल

सासाराम सदर अस्पताल स्थित आयुष्मान योजना कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार आसमान योजना कार्ड पाने वालों में सासाराम प्रखंड अव्वल नंबर पर है। सासाराम प्रखण्ड में अब तक 45854 लोगों का कार्ड बनाया जा चुका है। दूसरे नंबर पर डिहरी प्रखंड है, जहां 35769 लोगों का कार्ड बनाया जा चुका, जबकि तीसरे नंबर पर दिनारा प्रखंड है जहां पर 22536 लोग का कार्ड बनाया गया है। चौथे नंबर पर नासरीगंज है जहां 22237 लोगों को कार्ड बनाया जा चुका है।

वहीं करगहर में 22031 शिवसागर में 21411, बिक्रमगंज में 19875, काराकाट में 18670, नोखा में 17809, चेनारी में 16607, तिलौथू में 16227, अकोढ़ीगोला में 15959, नौहट्टा में 14529, कोचस में 14399, रोहतास में 12854, दावथ में 12848, राजपुर में 9256, सूर्यपुरा में 8128 तथा संझौली में 5510 लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है।

कैम्प के माध्यम से बनाया जा रहा है कार्ड

आयुष्मान योजना के जिला कॉर्डिनेटर महावीर कुमार ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों के पंचायतों एवं गांव के साथ साथ साथ शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर से कैम्प के माध्यम से लगातार आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द लक्षित लोगों का कार्ड बनाया जा सके।

उन्होंने बताया कि लक्षित लाभार्थी के आधार कार्ड एवं राशन कार्ड में नाम में थोड़ी त्रुटि होने की वजह से समस्या आ रही है। परंतु जिनका जिनका आधार कार्ड एवं राशन कार्ड में नाम सही है उनका आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि 2 जुलाई को रोहतास जिलाधिकारी का नासरीगंज प्रखण्ड में दौरा है। इस दौरान नासरीगंज में कैम्प लगाकर ऑन स्पॉट आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।

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covid cases in rohtas

सासाराम: रोहतास जिले में भी जून महीने के शुरुआत से संक्रमण के मामले देखे जा रहे हैं। पिछले 1 हफ्ते के भीतर जिले में संक्रमण के मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है। जिला स्वास्थ समिति से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 7 दिनों के भीतर जिले में कुल 26 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें 28 जून को सर्वाधिक 11 नए मामले सामने आए थे। हालांकि इन 7 दिनों के भीतर 9 संक्रमित मरीज ठीक भी हो चुके हैं। वर्तमान में जिले में कोविड एक्टिव मरीजों की संख्या 20 है। जिनमें 19 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि एक संक्रमित मरीज को सासाराम सदर अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में रखा गया है। वहीं रोहतास जिले में संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति में भी चिंता देखी जा रही है। हालांकि कोरोना संक्रमण की संभावित चौथी लहर को देखते हुए पहले से ही राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी जिला स्वास्थ्य समितियों को अलर्ट रहने के साथ-साथ कोविड आपातकालीन सेवाओं को दुरुस्त रखने के लिए भी दिशा निर्देश दे दिया था। इसके आलोक में जिला स्वास्थ्य समिति लगातार नजर बनाए हुए है और सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में भी लगी हुईहै। खासकर तीसरी लहर के दौरान जो भी कमी रही उसे भी इस बार दुरुस्त करने को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति लगातार प्रयासरत है।

पिछले एक हफ्ते के भीतर 26238 लोगों की हुई जांच

बिहार में बढ़ते संक्रमण के मामले को देख पहले से ही जांच अभियान को तेज करने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिले में प्रतिदिन 4 हजार के आसपास लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 7 दिनों के भीतर जिले में कुल 26238 लोगों की कोरोना जांच की गयी और इस दौरान 26 व्यक्तियों में संक्रमण पाया गया। पिछले सात दिनों की बात करें तो 24 जून को 01, 25 जून को 00, 26 जून को 05, 27 जून को 02, 28 जून को 11, 29 जून को 02 एव 30 जून को 05 संक्रमित मरीज पाए गए।

संक्रमण को देखते हुए टीकाकरण अभियान में तेजी

इधर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा कोरोना जांच के साथ-साथ कोरोना टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाई गई है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के पी साहू ने बताया कि जिले में जारी हर घर दस्तक अभियान के तहत कोरोना टीका से वंचित लोगों को लगातार टीकाकृत किया जा रहा है। खासकर वैसे लाभार्थी जो दूसरे डोज के साथ-साथ बूस्टर डोज से वंचित हैं । उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इसलिए जिले के जितने भी लोग टीका से वंचित हैं उन्हें जल्द से जल्द टीकाकृत करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि जिनका दूसरे एवं बूस्टर डोज का समय पूरा हो गया है वे लोग टीका जरूर लगा लें । क्योंकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी के साथ साथ टीकाकरण भी अतिआवश्यक है।

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covid cases in rohtas
  • पिछले सात दिनों के भीतर मिले 26 संक्रमित मरीज, 26238 लोगों की हुई जॉच

रोहतास पत्रिका/सासाराम: रोहतास जिले में भी जून महीने के शुरुआत से संक्रमण के मामले देखे जा रहे हैं। पिछले 1 हफ्ते के भीतर जिले में संक्रमण के मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है। जिला स्वास्थ समिति से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 7 दिनों के भीतर जिले में कुल 26 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें 28 जून को सर्वाधिक 11 नए मामले सामने आए थे। हालांकि इन 7 दिनों के भीतर 9 संक्रमित मरीज ठीक भी हो चुके हैं।

वर्तमान में जिले में कोविड एक्टिव मरीजों की संख्या 20 है। जिनमें 19 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि एक संक्रमित मरीज को सासाराम सदर अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में रखा गया है। वहीं रोहतास जिले में संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति में भी चिंता देखी जा रही है। हालांकि कोरोना संक्रमण की संभावित चौथी लहर को देखते हुए पहले से ही राज्य स्वास्थ्य समिति अलर्ट मोड पर है।

सभी जिला स्वास्थ्य समितियों को अलर्ट रहने के साथ-साथ कोविड आपातकालीन सेवाओं को दुरुस्त रखने के लिए भी दिशा निर्देश दे दिया था। इसके आलोक में जिला स्वास्थ्य समिति लगातार नजर बनाए हुए है और सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में भी लगी हुईहै। खासकर तीसरी लहर के दौरान जो भी कमी रही उसे भी इस बार दुरुस्त करने को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति लगातार प्रयासरत है।

पिछले एक हफ्ते के भीतर 26238 लोगों की हुई जांच

बिहार में बढ़ते संक्रमण के मामले को देख पहले से ही जांच अभियान को तेज करने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिले में प्रतिदिन 4 हजार के आसपास लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 7 दिनों के भीतर जिले में कुल 26238 लोगों की कोरोना जांच की गयी और इस दौरान 26 व्यक्तियों में संक्रमण पाया गया। पिछले सात दिनों की बात करें तो 24 जून को 01, 25 जून को 00, 26 जून को 05, 27 जून को 02, 28 जून को 11, 29 जून को 02 एव 30 जून को 05 संक्रमित मरीज पाए गए।

संक्रमण को देखते हुए टीकाकरण अभियान में तेजी

इधर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा कोरोना जांच के साथ-साथ कोरोना टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाई गई है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के पी साहू ने बताया कि जिले में जारी हर घर दस्तक अभियान के तहत कोरोना टीका से वंचित लोगों को लगातार टीकाकृत किया जा रहा है। खासकर वैसे लाभार्थी जो दूसरे डोज के साथ-साथ बूस्टर डोज से वंचित हैं।

उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इसलिए जिले के जितने भी लोग टीका से वंचित हैं उन्हें जल्द से जल्द टीकाकृत करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि जिनका दूसरे एवं बूस्टर डोज का समय पूरा हो गया है वे लोग टीका जरूर लगा लें। क्योंकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी के साथ साथ टीकाकरण भी अतिआवश्यक है।

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Do not ignore the sudden spots on the body
  • दाग त्वचा के रंग से अलग हो तो कुष्ठ विभाग में कराएं जॉच

रोहतास पत्रिका/सासाराम: कुष्ठ बीमारी को समाप्त करने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहें है और लोगों को कुष्ठ बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा हैं। साथ ही साथ लोगों को कुष्ठ बीमारी की पहचान और इसके इलाज के बारे मे भी लोगों को बताया जा रहा है। चुकि कुष्ठ चर्म रोग से संबंधित है इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि शरीर पर किसी भी प्रकार का दाग हो तो उस दाग को नजरअंदाज ना करें क्योंकि वह दाग भी कुष्ठ की शुरुआत हो सकती है।

सासाराम सदर अस्पताल स्थित कुष्ठ विभाग में कार्यरत चिकित्सा सहायक डॉ जय प्रकाश राजभर ने बताया कि शरीर पर किसी प्रकार के दाग को नज़र अंदाज़ न करें क्योंकि यह दाग कुष्ठ के भी लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि शरीर पर कोई दाग हो और दाग में सूनापन हो तो यह कुष्ठ का लक्षण हो सकता है। जिला कुष्ठ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 1000 के आसपास कुष्ठ से संक्रमित मरीज हैं जिनका इलाज जारी है।

कैसे करें पहचान

कुष्ठ रोग चर्म से सम्बंधित बीमारी है। सामान्यतः शरीर के त्वचा पर कुछ दाग दिखाई दे, उसमे सूनापन हो, दाग वाली जगह पर खुजली होना, वहां पसीना नही आना इसके अलावा दाग में उभार होना और उस दाग का रंग शरीर के रंग से थोड़ा अलग हो हल्का पीके रंग के साथ तामबई रंग जैसा हो इस तरह के दाग कुष्ठ के लक्षण हो सकते हैं।

कैसे करें बचाव

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कुष्ठ बीमारी भी चर्म से ही संबंधित है इसलिए शरीर पर अचानक आए दाग के साथ-साथ हाथ पैर के अंगुलियों मैं अचानक हो रहे परिवर्तन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि ऐसा हो रहा हो तो तुरंत सरकारी अस्पताल में संपर्क करके जांच करवाएं, क्योंकि यह सभी कुष्ठ के लक्षण हो सकते हैं।

एसीएमओ ने बताया कि लोगों में कुष्ठ की बीमारी न फैले इसके लिए अभियान के तहत रिफ्रैम्पसिन का सिंगल डोज दवा दी जाती है। उन्होंने बताया कि यह दवा खास कर उनलोगों को दिया जाता है जिनके घर मे कोई पहले से ही कुष्ठ पीड़ित हो। साथ ही यह दवा कुष्ठ पीड़ित मरीज के आसपास रहने वाले लोगों को भी दिया जाता है।

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