रोहतास पत्रिका/शिवसागर: मनोरोग विभाग के वरीय नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. विप्लव कुमार सिंह एवं साइकायट्रिक नर्स के. महेश्वरन ने शकुंतलम बीएड कालेज के विद्यार्थीयों के बीच “टेली-मानस जागरूकता शिविर” का आयोजन किया गया। इस शिविर में भारत सरकार के मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम के तहत मनोरोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर विद्यार्थियों को जागरूक किया गया। वहीं डॉक्टरों की टीम ने उचित मनोपरामर्श व प्रबंधन के गुर भी बताये गए।
शिविर में वरीय नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. विप्लव कुमार सिंह ने बताया कि किसी व्यक्ति को अपनो का सपोर्ट या सामाजिक सपोर्ट समाप्त हो जाता है तो, संभवतः ज्यादा चांस रहता है कि व्यक्ति मनोरोगी बन जायेगा। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज में रहकर ही इससे सीखता है। खुशी, प्यार, गम का आदान-प्रदान करता है। जब इस आदान-प्रदान के क्रिया कलापों पर सामाजिक सपोर्ट दूर होने लगता है तो, व्यक्ति में एक एकाकीपन तथा घुटन सी महसूस होने लगता है। फलतः व्यक्ति मनोरोगी होने कि ओर बढ़ने लगता है। इसलिए व्यक्ति को अपने आसपास के लोगों से दोस्ती बनाकर अपनी बातों को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें, हंसी-मजाक जैसे वातावरण भी रखें, ताकि तनाव को सरलता से झेला जा सके।
किसी भी मनुष्य को अपनी घुटन या अपने पर घटित घटनाओं का फिलिंग को शेयर करना आवश्यक होता है। वरना यही उसके व्यवहार में या व्यक्तित्व में एक खलबली सी मचा देगा और व्यक्ति मानसिक अस्वस्थता कि ओर आज नहीं तो कल बढ़ ही जायेगा। इसलिए अपनी खुशी या गम शेयर करने कि कला सीखने का अभ्यास करते रहना चाहिए। मनोरोग से बचे रहेंगे एवं सामाजिक दायित्वों को सरलता से निभाने कि कला का विकास भी कर सकेंगे। जो रोगी हैं बताये गये प्रबंधन का अभ्यास दवा सेवन के साथ-साथ करते रहना आपको जल्दी स्वस्थ बनायेगा। निरोगी व्यक्ति भी ऐसे मनोवैज्ञानिक प्रबंधन को अपनायेगें तो सदा स्वस्थ बने रहेंगे।
वहीं शिविर में मनोवैज्ञानिक नर्सिंग केयर के बारे साइकायट्रिक नर्स के. महेश्वरन ने भी विस्तार से विद्यार्थीयों को मनोरोग तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिये मनोवैज्ञानिक केयर को समझाया। इन्होंने बताया की मानसिक स्वास्थ्य पर बुजुर्गों को भी ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कालेज के चेयरमैन एस एन ओझा, निदेशक अनिल कुमार सिंह, प्राचार्य डॉ. अवधेश कुमार मिश्रा, शिक्षक दीपक कुमार, इर्शाद अहमद एवं सीमा कुमारी सहित कालेज के सभी कर्मचारियों मौजूद रहें और सफल आयोजन में अपना योगदान दिया।