Sanjeev Kumar

मैं रोहतास पत्रिका के साथ ईमानदार पत्रकारिता करने की कोशिश कर रहा हूँ, जिसका सरोकार आम जनता से है। अभी तक का मेरा सफ़र एक डिजिटल जर्नलिस्ट के तौर पर रहा है। मुझे क्राइम से जुड़ें घटनाओं पर लिखना पसंद है।

अगली खबर

रोहतास पत्रिका/सासाराम: प्रशासक नगर परिषद् नोखा-सह-निदेशक, लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, रोहतास, सासाराम के पत्रांक- 579/जि.ग्रा., दिनांक-28.03.2022 द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा के विरूद्ध सैरात बन्दोबस्ती के संबंध में कार्यालय कार्य पद्धति के अनुसार कार्य नहीं करने, प्रशासक के अनुमोदन के बिना ही नई योजना का कार्यान्वयन कराने, कार्यान्वित योजनाओं में राशि व्यय करने, साफ-सफाई संस्था को राशि भुगतान करने एवं संस्था का एकरारनामा समाप्त होने के पश्चात भी अवैध ढंग से कार्य लेने, वित्तीय अनियमितता एवं अनुशासनहीनता के संबंध में गंभीर आरोप प्रतिवेदित किये गये है।

आरोपों के अतिगंभीर प्रकृति के कारण उक्त आरोपों की संयुक्त जाँच जिला पदाधिकारी,रोहतास के ज्ञापांक- 1535/गो॰, दिनांक- 12.05.2022 द्वारा भानु प्रकाश, जिला योजना पदाधिकारी, रोहतास एवं चेत नारायण राय, वरीय उप समाहर्ता, रोहतास से करायी गई। संयुक्त जाँच दल द्वारा पत्रांक-2550/विधि, दिनांक- 28.05.2022 द्वारा जाँच प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित किया गया है, जिसमें संयुक्त जाँच दल द्वारा मंतव्य के रूप में प्रतिवेदित किया गया है कि “कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा के द्वारा साफ-सफाई करने वाली संस्था के असंतोषप्रद कार्य के पश्चात भी भुगतान किया जा रहा है जबकि ऐसी संस्था का एकरारनामा रद् कर उसे काली सूची में दर्ज करने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी।

इसे संयुक्त जाँच दल द्वारा बिना संतोषप्रद कार्य के किया गया भुगतान को भुगतान मानते हुए उसे वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में दर्शाया गया है। इसी प्रकार नई योजनाओं के कार्यान्वयन एवं कार्यान्वित योजनाओं में राशि विमुक्ति/भुगतान आदि प्रशासक के अनुमोदन/स्वीकृति के पश्चात ही किया जाना चाहिए था जो कि कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा द्वारा नहीं किया गया है जिसे नियमानुकूल नहीं बताया गया है। प्रशासक से समन्वय स्थापित कर कार्य कराना कार्यपालक पदाधिकारी का दायित्व था जिसका निर्वहन उनके द्वारा नहीं किया गया है।’’

उक्त संयुक्त जाँच प्रतिवेदन के आलोक में अमित कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा से इस कार्यालय के पत्रांक- 1926/गो॰, दिनांक- 15.06.2022 द्वारा कारण पृच्छा करते हुए स्पष्टीकरण समर्पित करने हेतु निर्देशित किया गया। तद्आलोक में कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा द्वारा अपने पत्र सं॰-512, दिनांक- 02.07.2022 के माध्यम से स्पष्टीकरण समर्पित किया गया। समर्पित स्पष्टीकरण पर संयुक्त जाँच दल से पुनः मंतव्य की मांग की गयी (पत्रांक-’ 2313/गो॰, दिनांक- 07.07.2022।

संयुक्त जाँच दल द्वारा अपने पत्र संख्या- 4786/विधि, दिनांक- 03.09.2022 द्वारा सभी आरोपों के संबंध में प्राप्त स्पष्टीकरण की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए श्री अमित कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नोखा के विरूद्ध प्रशासक नगर परिषद, नोखा-सह-निदेशक, डीआरडीए, रोहतास द्वारा लगाये गये आरोपों की प्रकृति को गंभीर मानते हुए इसे स्वेच्छाचारिता, वित्तीय अनियमितता दर्शाते हुए श्री कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नोखा के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। संयुक्त जाँच दल से प्राप्त अनुशंसा के आलोक में अमित कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नोखा के विरूद विहित प्रपत्र में प्रपत्र-‘‘क‘‘ गठित कर आरोप पत्र के साथ उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने एवं उन्हें निलंबित करने की अनुशंसा की गई है।

अगली खबर

mahaveer quiz
  • सभी पंचायतों में खुलेगा नि:शुल्क लाइब्रेरी सेंटर: मुरारी प्रसाद गौतम

रोहतास पत्रिका/सासाराम: कुराईच स्थित निःशुल्क शिक्षण संस्थान महावीर क्विज एन्ड टेस्ट सेंटर द्वारा शनिवार को बिहार पुलिस में चयनित अभ्यर्थियों को सम्मान समारोह का आयोजन कर सम्मानित किया गया। बता दें की पिछले दिनों केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) द्वारा आयोजित परीक्षा का परिणाम जारी किया गया जिसमें नि:शुल्क संस्था से चार दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों ने सफलता अर्जित किया है।

इसी को लेकर संस्था द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री सह चेनारी विधानसभा से विधायक मुरारी प्रसाद गौतम ने सभी सफल पुरुष महिला अभियार्थियों को सम्मानित किया।

सम्मान समारोह में छात्रों को सम्बोधित करते हुए पंचायती राज मंत्री सह चेनारी विधायक मुरारी प्रसाद गौतम ने कहा कि महावीर क्विज सेंटर जिले के लिए एक मिशाल है की यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तयारी निशुल्क कराई जाती हैं। और दूर दराज से बच्चे आकार इस मंदिर के प्रांगण में दरी बिछाकर बैठ पढ़ाई करते है और यहां से सफलता हासिल करते हैं।

उन्होंने कहा की इस संस्था से प्रेरित होकर मैंने बिहार के हर पंचायत में लाइब्रेरी खोलने का निर्णय लिया है। क्यों की इस तरह के संस्थान में अधिकतर गरीब परिवार के ही बच्चे आते हैं। उन्हें अपने गांव से कई किलोमीटर दूर पढ़ने आना पड़ता है। ऐसे में यदि पंचायत स्तर पर ही पुस्तकालय का निर्माण हो जाए तो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले बच्चों को काफी सहूलियत होगी। इस लिए पंचायत में लाइब्रेरी खोलने की योजना बना रहे है। वहां पर सभी प्रकार के कॉम्पिटेटीव एग्जाम में प्रयोग होने वाले पुस्तकों को भी रखा जाएगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार विधान परिषद सदस्य रामेश्वर कुमार महतो ने बताया कि यह संस्था काफी वर्षों से नि:शुल्क और निस्वार्थ भाव से छात्र-छात्राओं के लिए हरदम तत्पर रहा है। बिहार पुलिस में चयनित सभी अभ्यर्थियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं जो भी छात्र-छात्राएं अभी आगामी प्रतियोगिताओं की तैयारियां कर रहे है उनको सफल होने की कामना करते हैं। अगर संस्था को सुचारू रूप से चलाने में जो भी परेशानी आ रही है उसको दूर करने के लिए हर संभव मदद का वादा करते हैं।

संस्था के संस्थापक छोटेलाल सिंह ने बताया कि संस्था अध्ययनरत छात्रों के लिए हर संभव मदद करने के लिए प्रयासरत है। संस्था से अध्ययन कर जॉब पा चुके जॉब होल्डर समय-समय पर आ कर पढ़ने वाले के बीच अपना एक्सपेरिएंस शेयर करते है जिससे छात्रों को सहूलियत मिलती है।

मौके पर बिहार विधान परिषद सदस्य रामेश्वर कुमार महतो (सीतामढ़ी), पूर्व नगर परिषद उपचेयरमैन चंद्रशेखर कुशवाहा, विवेक कुमार उर्फ डब्लू, वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश कुमार, अधिवक्ता उपेंद्र कुमार, जुबेनाइल कोर्ट मेंबर विशाल कुमार, मुन्ना चौहान एवं अन्य लोग शामिल हुए। साथ ही बिहार पुलिस में चयनित दर्जनों अभ्यर्थी, सैकड़ो जॉब होल्डर तथा संस्था में अध्ययनरत छात्र – छात्राएं मौजूद रहे।


खबर/विज्ञापन चलवाने के लिए संपर्क करें: 7367872336 

अगली खबर

neet

रोहतास पत्रिका/सासाराम: रोहतास जिला अंतर्गत नोखा प्रखंड अंतर्गत सरियांव गांव निवासी मनोज सिंह की पुत्री तृप्ति सिंह ने ऑल इंडिया मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में 655 अंक प्राप्त करके जिला का नाम रौशन किया है। तृप्ति के दादा सेवानिवृत शिक्षक राम प्रताप सिंह बताते हैं की तृप्ति बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है। मैट्रिक में 10 सीजीपीए प्राप्त किया था, जबकि इंटर में भी अच्छे अंकों के साथ पास हुई थी।

बता दें की तृप्त सिंह के पिता मनोज सिंह बरौनी बेगूसराय स्थित इंडियन ऑयल रिफाइनरी में कार्यरत थे और माता मीना सिंह गृहणी है इस वजह से तृप्ति सिंह का प्रारंभिक शिक्षा बरौनी बेगूसराय स्थित डीएवी से हुई है। वर्ष 2019 में पिता का तबादला इंडियन ऑयल रिफाइनरी पानीपत में हो गया और तृप्ति ने दिल्ली से अपना बारहवीं की पढ़ाई पूरी कर के वही से नीट परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। वही तृप्ति के माता पिता अपनी बेटी की सफलता पर गौरवान्वित हो रहें हैं।

उनलोगों ने कहा की आज बेटियां सभी क्षेत्रों में आगे निकल रहीं है बस जरूरत है उन्हे एक मौका देने की। उन्होंने कहा की अपनी बेटी की सफलता पर काफी खुश है क्योंकि नीट परीक्षा में बेहतर स्थान प्राप्त कर कर अपने माता पिता ही नही वरन अपने जिले का भी नाम रौशन किया हैं। वही तृप्ति अपनी सफलता की श्रेय अपने माता, पिता, दादा, गुरुजनों और स्वर्गीय दादी को देती हैं।

तृप्ति डॉक्टर बन देश व समाज का सेवा करना चाहती है। प्रतियोगी छात्रों के लिए कहती हैं कि कड़ी मेहनत व लगन से अध्ययन करें तो सफलता निश्चित मिलेगी। नीट का परिणाम घोषित होने के साथ ही तृप्ति के परिजनों समेत रिस्तेदारो में भी खुशी की लहर है। लोग बधाइयां देने के लिए उसके घर पहुंच रहे हैं।


खबर/विज्ञापन चलवाने के लिए संपर्क करें: 7367872336 

अगली खबर

psi
  • शहरी स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने को लेकर पीएसआई इंडिया ने किया कार्यशाला का आयोजन

रोहतास पत्रिका/सासाराम: शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गुरुवार को एक निजी होटल में पीएसआई इंडिया के तत्वावधान में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में शहरी क्षेत्रों में खासकर स्लम बस्तियों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने और उसके लिए सुझाव लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आईसीडीएस विभाग, मुंसिपल कारपोरेशन, सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी सहयोगी संस्थाओं को भी आमंत्रित किया गया था।

कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि रोहतास के सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी के अलावा डीपीएम अजय कुमार, डीआईओ डॉ आरकेपी साहू, सहायक नगर आयुक्त सासाराम, एसीएमओ डॉ अशोक कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया।

शहरी स्वाथ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए एमओआईसी व अशाकर्मी की होगी नियुक्ति: सिविल सर्जन

इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोहतास जिला बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। कोरोना टीकाकरण हो या फिर रूटीन टीकाकरण या फिर अन्य कार्यक्रम सभी में जिला स्वास्थ्य समिति बेहतर करने में लगा हुआ है। सिविल सर्जन ने कहा कि जिला स्वास्थ्य समिति ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने को लेकर प्रयासरत है।

सासाराम प्रखंड के शहरी क्षेत्रों में स्थित 5 उप स्वास्थ्य केंद्रों में से 3 उप स्वास्थ्य केंद्रों पर अभी भी एमओआईसी मौजूद नहीं है, परंतु सभी केंद्रों पर एमओआईसी की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में आशा कर्मियों की भी कमी देखी जा रही है। उस पर पर जिला स्वास्थ्य समिति लगातार कार्य कर रहा है और जल्द से जल्द आशा कर्मियों की नियुक्ति कर स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा।

स्वास्थ्य सुविधाओं को लोगों तक पहुँचना मुख्य मकसद

वहीं पीएसआई इंडिया के पटना से आए एसआईएल विवेक मालवीय ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोहतास जिले का स्थान सहित कई अन्य महत्वपूर्ण आंकड़ों पर चर्चा की । उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्रों में भी कुछ ऐसे स्थान हैं जहां स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने की जरूरत है। स्वास्थ्य सुविधाएं तो लोगों तक पहुंच रही परंतु लोग उस सुविधाओं का इस्तेमाल भरपूर नहीं कर पा रहे हैं ।

जिसमें कहीं ना कहीं जागरूकता की कमी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि लोगों को जागरूक करके स्वास्थ्य से जुड़ी सभी सुविधाओं को उपयोग करवाना है। इसके लिए स्वास्थ विभाग के साथ सहयोगी संस्थाएं भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा की आज भी शहरी क्षेत्रों में महिलाएं या युवतियां मासिक धर्म, परिवार नियोजन के संसाधनों पर खुल कर बात नही कर पा रही हैं जिस कारण वे कई सुविधाओं को लेने से वंचित हो जा रही हैं। वहीं परिवार नियोजन को लेकर पुरुषों में भी चुप्पी देखी जाती है। इस सोच को बदलना है ताकि लोग स्वास्थ्य की सुविधाओं को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करें।

कार्यक्रम में पीएसआई इंडिया के सीआईएल गया के अजय कुमार ,अर्चना मिश्रा, सीआईएल रोहतास शैलेंद्र तिवारी , डीटीएल केयर इंडिया के दिलीप मिश्रा, फील्ड प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर पीएसआई बेतिया की प्रेमाकुमारी के अलावा डिस्ट्रिक्ट पब्लिक हेल्थ ऑफिसर केयर इंडिया के अरविंद गोस्वामी, डिस्ट्रिक हेल्थ कंसलटेंट सासाराम अर्बन के तारिक अनवर, यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर, आरबीएसके जिला कोर्डिनेटर डॉ नंद किशोर चतुर्वेदी, पिरामल की तान्या शर्मा, शिवांगी पटेल सहित अन्य सहयोगी संस्थानों के जिला समन्वयक मौजूद रहे।


यह भी पढ़ें:

अगली खबर

SNCU Sasaram
  • पिछले आठ महीनों में 149 निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चों को सदर अस्पताल के एसएनसीयू में कराया गया भर्ती

रोहतास पत्रिका/सासाराम:स्वास्थ्य विभाग को लेकर लोगों में पहले नकारात्मक सोच हुआ करती थी परंतु अब सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मिल रही बेहतर सुविधाओं की वजह से लोगों की सोच बदली है। अब लोग सरकारी स्वास्थ्य सेवा लेने में नहीं हिचक रहे हैं। केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग को लगातार बेहतर करने में लगी हुई है। बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा लोगों को मिले इसके लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।

उन्हीं सेवाओं में से एक है सासाराम सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू । एसएनसीयू सरकारी अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों के लिए तो कारगर साबित हो ही रहा निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चोँ के लिए भी जीवन रक्षक साबित हो रहा है। लोग अब निजी अस्पताल की सुविधाओं को छोड़ सरकारी अस्पताल में मौजूद एसएनसीयू पर पूरा भरोसा कर रहे और नवजात शिशुओं को सदर अस्पताल के एसएनसीयू में ही भर्ती करवा रहे हैं।

पिछले आठ महीनों में 149 बच्चे हुए भर्ती

एसएनसीयू में वैसे नवजात शिशुओं को भर्ती किया जाता है जिनका जन्म समय से पहले हुआ हो या फिर कमजोर पैदा हुए बच्चों के साथ साथ जन्म के दौरान अन्य समस्याओं से ग्रसित हों। इस दौरान जिले के सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चों को भी भर्ती किया जाता है। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 8 महीनों में सासाराम सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में कुल 677 नवजातों को भर्ती किया गया।

जिसमें से 528 बच्चे रोहतास जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में जन्मे थे जबकि 149 बच्चे निजी अस्पतालों में जन्मे शामिल हैं । विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी महीने में कुल 59 नवजात भर्ती किए गए, जिसमें 22 निजी अस्पतालों के बच्चे शामिल थे। फरवरी में 73 बच्चों में से 12, मार्च में 77 बच्चों में से 14, अप्रैल में 72 बच्चों में से 18, मई में 78 बच्चों में से 15, जून में 102 बच्चों में से 26, जुलाई में 96 बच्चों में से 16 एवं अगस्त में 110 बच्चों में से 26 बच्चे निजी अस्पतालों में जन्म लिए थे, जिनका इलाज परिजनों ने सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में कराया।

जिला स्वास्थ्य समिति सुविधाओं को ले तत्पर: सीएस

रोहतास के सिविल सर्जन डॉ कामेश्वर नाथ तिवारी ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा जो भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है उन सुविधाओं को बखूबी इस्तेमाल किया जा रहा और इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले इसके लिए भी जिला स्वास्थ्य समिति लगातार प्रयासरत है।

सिविल सर्जन ने कहा कि एसएनसीयू के साथ-साथ आईसीयू एवं नवजात शिशु से जुड़े अन्य विभागों के अलावा सदर अस्पताल के सभी विभागों को बेहतर किया गया है, जिसका परिणाम यह है कि सदर अस्पताल में इलाज के प्रति लोगों में विश्वास जगा है और लोग सभी तरह के इलाज के लिए अस्पताल में पहुंच रहे और बेहतर इलाज से लाभान्वित भी हो रहे हैं।


यह भी पढ़ें:

ताज़ा खबरें