रोहतास पत्रिका/सासाराम: प्रशासक नगर परिषद् नोखा-सह-निदेशक, लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, रोहतास, सासाराम के पत्रांक- 579/जि.ग्रा., दिनांक-28.03.2022 द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा के विरूद्ध सैरात बन्दोबस्ती के संबंध में कार्यालय कार्य पद्धति के अनुसार कार्य नहीं करने, प्रशासक के अनुमोदन के बिना ही नई योजना का कार्यान्वयन कराने, कार्यान्वित योजनाओं में राशि व्यय करने, साफ-सफाई संस्था को राशि भुगतान करने एवं संस्था का एकरारनामा समाप्त होने के पश्चात भी अवैध ढंग से कार्य लेने, वित्तीय अनियमितता एवं अनुशासनहीनता के संबंध में गंभीर आरोप प्रतिवेदित किये गये है।
आरोपों के अतिगंभीर प्रकृति के कारण उक्त आरोपों की संयुक्त जाँच जिला पदाधिकारी,रोहतास के ज्ञापांक- 1535/गो॰, दिनांक- 12.05.2022 द्वारा भानु प्रकाश, जिला योजना पदाधिकारी, रोहतास एवं चेत नारायण राय, वरीय उप समाहर्ता, रोहतास से करायी गई। संयुक्त जाँच दल द्वारा पत्रांक-2550/विधि, दिनांक- 28.05.2022 द्वारा जाँच प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित किया गया है, जिसमें संयुक्त जाँच दल द्वारा मंतव्य के रूप में प्रतिवेदित किया गया है कि “कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा के द्वारा साफ-सफाई करने वाली संस्था के असंतोषप्रद कार्य के पश्चात भी भुगतान किया जा रहा है जबकि ऐसी संस्था का एकरारनामा रद् कर उसे काली सूची में दर्ज करने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी।
इसे संयुक्त जाँच दल द्वारा बिना संतोषप्रद कार्य के किया गया भुगतान को भुगतान मानते हुए उसे वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में दर्शाया गया है। इसी प्रकार नई योजनाओं के कार्यान्वयन एवं कार्यान्वित योजनाओं में राशि विमुक्ति/भुगतान आदि प्रशासक के अनुमोदन/स्वीकृति के पश्चात ही किया जाना चाहिए था जो कि कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा द्वारा नहीं किया गया है जिसे नियमानुकूल नहीं बताया गया है। प्रशासक से समन्वय स्थापित कर कार्य कराना कार्यपालक पदाधिकारी का दायित्व था जिसका निर्वहन उनके द्वारा नहीं किया गया है।’’
उक्त संयुक्त जाँच प्रतिवेदन के आलोक में अमित कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा से इस कार्यालय के पत्रांक- 1926/गो॰, दिनांक- 15.06.2022 द्वारा कारण पृच्छा करते हुए स्पष्टीकरण समर्पित करने हेतु निर्देशित किया गया। तद्आलोक में कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद्, नोखा द्वारा अपने पत्र सं॰-512, दिनांक- 02.07.2022 के माध्यम से स्पष्टीकरण समर्पित किया गया। समर्पित स्पष्टीकरण पर संयुक्त जाँच दल से पुनः मंतव्य की मांग की गयी (पत्रांक-’ 2313/गो॰, दिनांक- 07.07.2022।
संयुक्त जाँच दल द्वारा अपने पत्र संख्या- 4786/विधि, दिनांक- 03.09.2022 द्वारा सभी आरोपों के संबंध में प्राप्त स्पष्टीकरण की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए श्री अमित कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नोखा के विरूद्ध प्रशासक नगर परिषद, नोखा-सह-निदेशक, डीआरडीए, रोहतास द्वारा लगाये गये आरोपों की प्रकृति को गंभीर मानते हुए इसे स्वेच्छाचारिता, वित्तीय अनियमितता दर्शाते हुए श्री कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नोखा के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। संयुक्त जाँच दल से प्राप्त अनुशंसा के आलोक में अमित कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नोखा के विरूद विहित प्रपत्र में प्रपत्र-‘‘क‘‘ गठित कर आरोप पत्र के साथ उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने एवं उन्हें निलंबित करने की अनुशंसा की गई है।