Sanjeev Kumar

मैं रोहतास पत्रिका के साथ ईमानदार पत्रकारिता करने की कोशिश कर रहा हूँ, जिसका सरोकार आम जनता से है। अभी तक का मेरा सफ़र एक डिजिटल जर्नलिस्ट के तौर पर रहा है। मुझे क्राइम से जुड़ें घटनाओं पर लिखना पसंद है।

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रोहतास पत्रिका/सासाराम: सासाराम मत्स्यजीवी समिति के अध्यक्ष पद सहित मंत्री पद का चुनाव संपन्न हो चुका है। इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए तीन और मंत्री पद के लिए भी तीन उमीदवारों ने अपना नामांकन किया था। 4 नवंबर को हुए चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए देवराज बिन्द वहीं मंत्री पद के लिए संजीव मोहन ने विजय प्राप्त किया। आपको बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए देवराज बिंद, दिनेश चौधरी और राजेंद्र खटीक वहीं वहीं मंत्री पद के लिए यमुना चौधरी ,नंदू चौधरी के अलावे संजीव मोहन दावेदार थे।

4 नवंबर को हुई वोटिंग के पश्चात देवराज बिंद को 177, दिनेश चौधरी को 146 वोट जबकि राजेंद्र खटीक को सिर्फ 97 मत प्राप्त हुए। देवराज बिंद ने प्रतिद्वंदी दिनेश चौधरी को 31 मतों से परास्त कर अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया। वही मंत्री पद के लिए यमुना चौधरी को महज 34 मत प्राप्त हुए जबकि नंदू चौधरी को 139 मत से संतोष करना पड़ा। जबकि संजीव मोहन 270 वोट पाकर प्रतिद्वंदी रहे नंदू चौधरी को 131 मतों से पराजित करते मंत्री पद पर कब्जा जमाया।

संजीव मोहन पिछली बार सासाराम मत्स्य जीवी सहयोग समिति के निर्विरोध मंत्री बनाए गए थे। अध्यक्ष और मंत्री के अलावा कार्यकारी समिति के सदस्य पद पर 8 सदस्यों ने निर्विरोध सदस्यता प्राप्त की है। कार्यकारी समिति के सदस्य के तौर पर रामा देवी सोनकर, रामता बिंद, केशव चौधरी, पप्पू सोनकर राजकुमारी देवी, शीला देवी, बिरन चौधरी, हीरावती देवी सोनकर ने निर्विरोध निर्वाचन का प्रमाणपत्र प्राप्त किया है।

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Sadar Hospital Sasaram

रोहतास पत्रिका/सासाराम: राज्य सरकार सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने को लेकर लगातार प्रयासरत है। लोगों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधा मिले इसके लिए सरकारी अस्पतालों को सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। जांच सुविधओं की बात की जाए तो पैथोलॉजी से लेकर अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, एमआरआई सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं । हालांकि इन सुविधाओं के बीच विभागों के अनियमित संचालन की वजह से लोगों को कभी कभी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इधर जिला स्वास्थ्य समिति इन समस्याओं को दूर करने में लगा हुआ है।

  • सासाराम प्रखण्ड के मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सचिव संजीव मोहन ने कहा कि सरकारी अस्पताल में पहले से सुविधाएं बेहतर हो रही हैं लेकिन इन सुविधाओं को और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में खासकर सदर अस्पताल में यदि प्रसव के दौरान गर्भवती महिला की स्थिति बिगड़ने लगती है तो उसे रेफर कर दिया जाता है। इसके अलावा सदर अस्पताल में बनाया गया ट्रामा सेंटर भी रेफरल अस्पताल की तरह कार्य कर रहा है। इमरजेंसी स्थिति में मरीज को वाराणसी रेफर कर दिया जाता है। आवश्यकता है ऐसे मामलों का सरकारी अस्पतालों में ही बेहतर इलाज उपलब्ध हो ताकि गरीब लोगों को असुविधा ना हो। साथ ही साथ साफ सफाई पर और ध्यान देने की जरूरत है।
  • मरीज का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुँचे शिवसागर प्रखण्ड के सोनहर गाँव निवासी अवध बिहार पांडे ने बताया कि कुछ वर्ष पहले सरकारी अस्पताल में ज्यादा व्यवस्था नहीं थी लेकिन अब पहले की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था सुधारने के बावजूद भी कुछ जांच में विभाग द्वारा लापरवाही बरती जा रही है इसमें सुधार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कुछ कमियों को दूर किया जाए जिससे लोगों को फायदा होगा।

एक छत के नीचे मिलेगी कई हाई टेक स्वास्थ्य सुविधा

डीपीसी संजीव मधुकर ने बताया कि बिहार के 8 जिलों के अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में चयनित किया गया है। जिसमें सदर अस्पताल भी शामिल है। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में 100 बेड का मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेंटर (एमसीएच) एवं 10 बेड का पेडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट का भी निर्माण करवाया जा रहा है। डीपीसी ने बताया कि सासाराम सदर अस्पताल में एक ही छत के नीचे कई सारी हाई टेक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी।

स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने का लगातार प्रयास जारी

रोहतास सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने बताया कि सासाराम सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। कई सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भवन निर्माण कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि लगभग 56 करोड़ की लागत से कई भवनों का निर्माण किया जा रहा है। सिविल सर्जन ने बताया कि आने वाले समय में सरकारी अस्पताल में कई बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।

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  • 4 से 6 नवंबर तक सहरसा में आयोजित होगा राज्य स्तरीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता

रोहतास पत्रिका/सासाराम: बिहार के सहरसा में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय सीनियर भारोत्तोलन प्रतियोगिता 2022 में रोहतास जिले के भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को सासाराम नगर निगम के पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने ड्रेस किट प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया। बता दें कि सहरसा में 4 से 6 नवंबर तक आयोजित होने वाले इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जिले के कुल 10 खिलाड़ियों का चयन किया गया है।

सभी चयनित खिलाड़ी नेकरा स्थित एबीआर फाउंडेशन स्कूल के विद्यार्थी हैं जिनको विद्यालय के सचिव डॉ पृथ्वी पाल सिंह की मौजूदगी में ड्रेस किट प्रदान किया गया। इस अवसर पर चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जिले में खेल का कद काफी बढ़ा है। जिले के खिलाड़ी बिहार ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों में बेहतर प्रदर्शन करके अपने जिले का नाम रोशन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यदि ऐसे खिलाड़ियों को मौका मिले तो और बेहतर करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में खेल के लिए संसाधनो का अभाव है। खेल के मैदान के साथ-साथ जिले में स्पोर्ट्स एकेडमी भी होना चाहिए ताकि विभिन्न खेलों से जुड़कर यहां के भी खिलाड़ी अपने हुनर का प्रदर्शन कर जिला ही नहीं बिहार का नाम रोशन कर सकें।

वहीं मौके पर मौजूद एबीआर फाउंडेशन स्कूल के सचिव डॉ पृथ्वी पाल सिंह ने कहा कि विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ खेल के प्रति समर्पित है और इस विद्यालय के छात्र अधिकांश खेलों में अपना भागीदारी निभाते हैं और सफलता भी हासिल करते हैं। वही सहरसा में आयोजित राज्य स्तरीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को विद्यालय के सचिव डॉ पृथ्वी पाल सिंह एवं पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने शुभकामनाएं दिया।

प्रतियोगिता में शामिल होने वाली खिलाड़ी

तीन दिवसीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता के लिए जिले के कुल 10 खिलाड़ियों का चयन किया गया है जिसमे पुरुष वर्ग में शुभशेखर कुमार, वैभव प्रजापति, मिक्की कुमार, गौरव कुमार, सागर कुमार, भोला कुमार शामिल है जबकि महिला वर्ग में खुशी कुमारी, अमृता कुमारी, प्रियंका कुमारी, अंजली कुमारी शामिल है। वही कोच के रूप में सुधाकर कुमार एवं मैनेजर के रूप में स्वेता सिंह होंगी।

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Dengue
  • निजी जांच क्लिनिकों से भी मांगा जा रहा है आंकड़ा

रोहतास पत्रिका/सासाराम: बारिश का मौसम खत्म होते ही रोहतास जिले में डेंगू के मामले में धीरे-धीरे कमी आने लगी है। सितंबर -अक्टूबर के महीने में जहां रोहतास जिले में लगभग प्रतिदिन डेंगू के लक्षण वाले मरीज पाए जा रहे थे,वहीं पूर्व की अपेक्षा अब ऐसे मरीजों के मामले में भी कमी आई है। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार रोहतास जिले में 25 अक्टूबर तक 15 डेंगू से पीड़ित मरीज की पुष्टि हुई थी।

बेहतर इलाज के बाद सभी मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं वर्तमान में जिले में एक भी डेंगू का मरीज नहीं है। हालांकि निजी जांच क्लिनिकों में जांच के दौरान डेंगू के लक्षण वाले मरीज मिल रहे लेकिन पहले की अपेक्षा काफी कम संख्या में ऐसे मरीज मिल रहे हैं। जिला स्वास्थ्य समिति के अनुसार सदर अस्पताल में हो रही जांच के दौरान पिछले 11 दिनों में एक भी डेंगू के लक्षण वाले मरीज नहीं मिले हैं। जिले में डेंगू के घटते प्रकोप से जिला स्वास्थ्य समिति ने भी थोड़ी राहत की सांस ली है। वहीं जिला स्वास्थ्य समिति डेंगू को लेकर अभी भी सतर्क है। सदर अस्पताल में डेंगू वार्ड को अभी भी चालू रखा गया है। ताकि विपरीत परिस्थितियों से निपटा जा सके।

सरकारी अस्पताल में डेंगू जांच जारी

जिला मलेरिया विभाग में कार्यरत जेपी गौतम ने बताया कि जिले में डेंगू को लेकर लगातार जांच की जा रही है। सरकारी अस्पतालों में फिलहाल नए मामले सामने नहीं आ रहे हैं । उन्होंने बताया कि डेंगू को लेकर लगातार सतर्कता बरती जा रही। डेंगू का ज्यादा खतरा सितम्बर से अक्टूबर तक देखने को मिलता है। ठंड बढ़ते ही डेंगू के मच्छर धीरे धीरे कम होने लगते हैं, फिर भी लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए घरों के साथ साथ आस पास के जगहों को साफ रखें। गंदा पानी न जमा होने दें। सरकारी अस्पतालों में जांच के दौरान डेंगू पॉजिटिव आने पर उक्त व्यक्ति का सैम्पल एलिसा जांच के लिए गया भेजा जा रहा है। एलिसा जांच में पॉजिटिव आने पर ही उसे कन्फर्म केस माना जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक आई जांच रिपोर्ट में 15 लोगों में डेंगू पाया गया था जो इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ्य स्वस्थ्य हैं।

डेंगू के लक्षण दिखने पर कराएं जांच

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि जिले में डेंगू के मामले में काफी कमी आई है। उन्होंने बताया कि डेंगू में आई कमी के बावजूद भी सभी सरकारी अस्पतालों को जांच करने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं । साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में कितने डेंगू के लक्षण वाले मरीज हैं , इसके लिए निजी जांच क्लिनिकों से भी आंकड़ा जमा किया जा रहा है। एसीएमओ ने लोगों से अपील की है कि तेज बुखार, आंखों में दर्द, अधिक थकान या कमजोरी महसूस हो तो डेंगू जांच करवा लें।

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रोहतास पत्रिका/पटना: जन सुराज पदयात्रा के 32वें दिन प्रशांत किशोर जन सुराज अभियान के लौरिया प्रखंड समिति के सदस्यों के साथ बैठक की।इस बैठक में उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को जन सुराज अभियान के पश्चिम चंपारण जिले का अधिवेशन बेतिया में होगा। वहां जिले के सभी लोग जो जन सुराज अभियान से जुड़े हैं, उपस्थित रहेंगे और लोकतांत्रिक तरीके से वोटिंग के माध्यम से तय करेंगे की दल बनना चाहिए अथवा नहीं।

यह प्रक्रिया हर जिले में पदयात्रा के दौरान होगी। साथ ही पश्चिम चंपारण जिले के सभी बड़ी समस्यायों पर भी मंथन कर उसकी प्राथमिकताएं और समाधान पर निर्णय होगा। प्रशांत किशोर ने लोगों को बताया कि पदयात्रा के दौरान जिन गांवों और पंचायतों से वो गुजर रहे हैं, वहां की समस्यायों का संकलन भी करते जा रहे हैं।

पार्टी बनती है तो लोगों के सुझाओं का रखा जाएगा ध्यान

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि,”अगर दल बनता है तब उसके संविधान में क्या-क्या होना चाहिए, इसका सुझाव लोग दे रहे हैं। लोगों ने सुझाव दिया है कि अगर दल बनता है तो 10 प्रतिशत टिकट पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े लोगों को दिए जाएं। एक और सुझाव है कि यह संविधान में लिख दिया जाए की दल में किसी को 2 टर्म से ज़्यादा मौक़ा नहीं मिले, ताकि नए लोगों को अवसर मिलता रहे।

इसी तरह के कुछ और सुझाव आए हैं। एक सुझाव ये है की ‘Right to Recall’ का भी प्रावधान हो। अगर कोई प्रतिनिधि जीत कर जाने के बाद ठीक से काम नहीं कर रहा है और जनमत उसके विरोध में है तो 25 प्रतिशत जनता से लिखवा कर पार्टी उन्हें मजबूर कर सके की वो अपना इस्तीफ़ा दें। ऐसे अलग अलग सुझाव लोग दे रहे हैं। मगर अभी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है यह सब तब जनमत के माध्यम से तय होगा जब पार्टी बनाने का फ़ैसला होगा और राज्य स्तर के सम्मेलन में इन बातों को सब के बीच रखा जाएगा।”

पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने 6 पंचायतों के 10 गांवों का भ्रमण किया। इस दौरान पदयात्रा 17 किमी चलकर लौरिया से योगापट्टी गई। पदयात्रा कटैया पंचायत से निकल कर दोनवार, सिसवा भूमिहार, सिसवा बैरागी, पिपरहिया होते हुए योगापट्टी प्रखंड के सेमरी गांव स्थित पदयात्रा शिविर पहुंचे जहां पदयात्रियों ने रात्रि भोज और विश्राम किया। जगह-जगह पर लोगों ने जन सुराज पदयात्रा का स्वागत किया और प्रशांत किशोर के साथ जन सुराज के विचारों पर चर्चा की।

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