Sanjeev Kumar

मैं रोहतास पत्रिका के साथ ईमानदार पत्रकारिता करने की कोशिश कर रहा हूँ, जिसका सरोकार आम जनता से है। अभी तक का मेरा सफ़र एक डिजिटल जर्नलिस्ट के तौर पर रहा है। मुझे क्राइम से जुड़ें घटनाओं पर लिखना पसंद है।

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lalganj nahar

रोहतास पत्रिका/सासाराम: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लालगंज नहर में शुक्रवार को एक किशोर डूब गया। घटना की सूचना पर पहुंचे गोताखोरों के घंटों मशक्कत के बाद भी डूबे किशोर का पता नहीं चल सका है। किशोर के डूबने से घर में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, तो वहीं ग्रामीणों की घटनास्थल पर भीड़ जुटी हुई है। कई तैराक ग्रामीण नहर में उतरकर डूबे युवक की खोज करते रहे। लेकिन, डूबे किशोर का पता नहीं चल सका है।

डूबे किशोर लालगंज के स्व. सरोज सिंह का पुत्र बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लालगंज नहर पर छठ घाट बनाने गए किशोर बादल कुमार पैर धो रहा था। तभी फिसल कर नहर में गिर गया। साथ में छठ घाट बनाने गए एक किशोर अभय कुमार ने चचेरे भाई को डूबता देख उसे बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। हालांकि पानी के तेज बहाव में वह भी बहने लगा।

दोनों किशोर डूबते देख लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। वही पास मौजूद कई तैराक ग्रामीणों ने दोनों डूब रहे किशोरों को बचाने के लिए पानी में उतर गए। काफी मशक्कत के बाद एक किशोर अभय को लोगों ने पानी से निकाल लिया। लेकिन दूसरा किशोर पानी में डूब गया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला। सूचना पर पुलिस गोताखोरों के साथ पहुंचकर डूबे युवक की खोजबीन में जुटी हुई है। हालांकि 12 घंटे की खोजबीन के बाद भी किशोर का कहीं पता नहीं चल सका है।

प्रशासन ने डूबे किशोर की खोज के लिए नहर का पानी भी बंद कराया है। थानाध्यक्ष रिजवान अहमद खान ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची हुई है। डूबे किशोर को खोजने का प्रयास किया जा रहा है, उम्मीद है की जल्द ही बरामद कर लिया जाएगा।

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Covid vaccination
  • पिछले 10 दिनों में 10,963 लोगों की कोरोना जांच, मिले 3 संक्रमित

रोहतास पत्रिका/सासाराम: जिले में कोरोना संक्रमण का प्रभाव लगभग धीरे-धीरे समाप्त हो चुका है। हालांकि 1-2 मरीज कभी कभार मिल भी जा रहे हैं, इसलिए जांच अभियान को जारी रखा गया है,। ताकि संक्रमण के प्रसार को फैलने न दिया जाए। इसको लेकर जिला स्वास्थ्य समिति लगातार लोगों से सावधानी बरतने के लिए भी अपील कर रही है। इधर त्यौहार को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच अभियान को जारी रखने के लिए निर्देश दिया है।

छठ पर्व को लेकर दीपावली के समय से ही अन्य राज्यों से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है। ऐसे में जिले में कोरोना के साथ साथ बढ़ते डेंगू रोग के लिए भी जांच अभियान लगातार चलाया जा रहा है। कोरोना जांच किट से लेकर डेंगू जांच किट की उपलब्धता सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रचुर मात्रा में करा दी गई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को निर्देश भी दिए गए हैं कि बुखार, सर्दी खासी, बदन दर्द से पीड़ित व्यक्ति इलाज के लिए आते हैं तो उनकी कोरोना जांच के साथ साथ डेंगू जांच भी करायी जाए।

पिछले 10 दिनों में जिले में मिले 3 कोरोना पॉज़िटिव

कोरोना संक्रमण की बात करें तो रोहतास जिले में पिछले 10 दिनों के भीतर जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 10,963 लोगों का कोरोना जांच हुई,। इस दौरान महज 3 संक्रमित मरीज पाए गए । जिसमें 12 अक्टूबर को 0, 13 अक्टूबर को 0, 14 अक्टूबर को 0, 15 अक्टूबर को 0, 16 अक्टूबर को 1, 17 अक्टूबर को 0, 18 अक्टूबर को 1, 19 अक्टूबर को 0, 20 अक्टूबर को 1 एवं 21 अक्टूबर को 0 संक्रमित व्यक्ति पाए गए। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार अभी जिले में कोरोना संक्रमित एक्टिव मरीजों की संख्या महज 3 है । जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया गया है।

टीकाकरण अभियान में तेजी

कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जारी टीकाकरण अभियान को भी लगातार जारी रखा गया है। तयौहारों को देखते हुए टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाई गई है, ताकि अन्य राज्यों से लौट रहे लोगों को वंचित डोज से टीकाकृत किया जा सके। रोहतास जिले में अब तक 43 लाख से अधिक लोगों को टीकाकृत किया जा चुका है। जिसमें प्रथम डोज का टीका लेने वालों की संख्या 20 लाख 46 हजार से अधिक है। वहीं दूसरी डोज लेने वालों की संख्या 18 लाख 40 हजार तथा प्रीकॉशन डोज लेने वालों की संख्या 4 लाख 20 हज़ार से अधिक है।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

रोहतास के सिविल सर्जन डॉ केएन तिवारी ने बताया कि रोहतास जिला संक्रमण के मामले काफी हद तक बेहतर स्थिति में है। त्यौहार को देखते हुए संक्रमण के साथ-साथ डेंगू बीमारी पर भी नजर रखी जा रही है। लोगों की जांच की जा रही है। वहीं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के पी साहू ने बताया कि जिले में प्रथम एवं दूसरे डोज लेने वालों की संख्या काफी बेहतर है। प्रीकॉशन डोज को लेकर लोगों में थोड़ी सुस्ती देखी जा रही है। डॉ साहू ने बताया कि प्रीकॉशन डोज से वंचित लोगों को टीकाकृत करने के लिए लगातार प्रयास जारी है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण किया जा रहा है।

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tb
  • टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र लोगों को कर रहा है प्रेरित

रोहतास पत्रिका/सासाराम: टीबी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए लगातार उन्मूलन अभियान चलाए जा रहे हैं। साथ ही साथ टीबी बीमारी को 2025 तक जड़ से मिटाने के लिए आम नागरिकों को अहम भूमिका निभाने के लिए मौका भी दिया जा रहा है। टीबी से ग्रसित मरीजों के लिए सामान्य नागरिक, गैर सरकारी संस्थान, जनप्रतिनिधि सहित अन्य लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को सहायता करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है। ताकि जिले में टीबी से ग्रसित मरीजों को मदद मिल सके।

निक्षय मित्र टीबी मरीजों को पोषण के साथ साथ रोरगार के लिए अवसर उपलब्ध करा सकते हैं। विदित हो कि रोहतास जिले में 1300 के आसपास टीबी के मरीज इलाजरत हैं । वहीं टीबी बीमारी से ग्रसित मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत प्रत्येक माह 500 रुपये सहायता राशि प्रदान की जाती है। टीबी मरीजों को और अधिक सुविधा और लाभ मिल सके तथा उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके इसके लिए निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की गयी है।

निक्षय मित्र बनने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र से कर सकते हैं सम्पर्क

निक्षय मित्र बनने के लिए अपने जिला यक्ष्मा केंद से संपर्क किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन कर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर कर अपनी पूरी जानकारी देकर इस अभियान से जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा इस निक्षय हेल्प लाइन नंबर 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। वहीं निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पोषण के लिए उन्हें सहायता राशि उपलब्ध करानी होगी।

निक्षय मित्र बनने से टीबी मरीजों में जागेगा आत्मविश्वास

सीडीओ सह जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि टीबी मरीजों को सरकार प्रति माह सहायता राशि उपलब्ध कराती है। इसके अलावा सरकार ने मरीजों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निक्षय मित्र योजना की शुरुआत की है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति निक्षय मित्र बन कर टीबी संक्रमित मरीजों को सहायता पहुंचा सकता है।

उन्होंने बताया कि एक निक्षय मित्र अपनी सहूलियत के अनुसार एक से अधिक टीबी मरीजों को गोद ले सकते हैं। टीबी मरीजों को गोद लेने के बाद निक्षय मित्र प्रत्येक माह हर मरीज को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपये राशि प्रत्येक माह प्रदान कर सकते हैं। यह राशि कम से कम 6 माह तक प्रदान करना है। सीडीओ ने कहा कि टीबी मरीजों के लिए आम लोगों को आगे आने से उनमें आत्मविश्वास की भावना जगेगी।

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Dengue in CIty
  • अपर निदेशक-सह-राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम ने पत्र जारी कर दिए निर्देश
  • रैपिड डायग्नोस्टिक किट जांच से संदिग्ध रोगियों की होती है पहचान
  • समाज में अनावश्यक भय को रोकने को लेकर जारी किये गए निर्देश

रोहतास पत्रिका/सासाराम: आजकल डेंगू के फैलाव एवं इससे लोगों के ग्रसित होने की ख़बरें प्रायः देखने को मिल रही हैं। ऐसा पाया गया है कि निजी अस्पतालों एवं जांच घरों में डेंगू की जांच रैपिड डायग्नोस्टिक किट से एनएस 1 घनात्मक परिणाम आने पर उसे डेंगू मरीज घोषित कर दिया जाता है। रैपिड डायग्नोस्टिक किट जांच से संदिग्ध मरीज चिह्नित किये जा सकते हैं किन्तु यह जांच रोग को संपुष्ट नहीं करता। समाचार पत्रों में इसकी सूचना छपने पर समाज में अनावश्यक भय व्याप्त हो जाता है।

अपर निदेशक-सह-राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम ने पत्र जारी कर दिए निर्देश

स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विनय कुमार शर्मा ने राज्य के सभी सिविल सर्जन को डेंगू की जांच ज़िले के निजी अस्पताल एवं जांच घरों में कराने से संबंधित दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में बताया गया है कि निजी अस्पतालों एवं जांच घरों में डेंगू की जांच रैपिड डायग्नोस्टिक किट (आरडीटी किट) से करने के बाद परिणाम आते ही उसे डेंगू मरीज घोषित कर दिया जाता है। भारत सरकार द्वारा डेंगू की आधिकारिक रूप से जांच की प्रक्रिया केवल एलिसा एनएस1 एवं आईजीएम किट से करने का निर्देश है।

डेंगू से बचाव के लिए शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना ज्यादा बेहतर

चिकित्सकों के अनुसार वेक्टर जनित रोगों में वे सभी रोग आ जाते हैं जो मच्छर, मक्खी या कीट के काटने से होते हैं, जैसे: डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, स्क्रब टायफस या लेप्टोंस्पायरोसिस आदि। मलेरिया एवं डेंगू या अन्य वेक्टर जनित रोगों से बचने के लिए दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए। मच्छर भगाने वाली क्रीम या दवा का प्रयोग दिन में भी कर सकते हैं। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनना ज्यादा बेहतर है। घर के सभी कमरों की सफ़ाई के साथ ही टूटे-फूटे बर्तनों, कूलर, एसी, फ्रिज में पानी को स्थिर नहीं होने देना चाहिए। गमला, फूलदान का पानी एक दिन के अंतराल पर बदलना जरूरी है।

बरसात के दिनों में जलजमाव के कारण बढ़ता है मच्छरों का प्रकोप

बरसात के मौसम में जलजमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप काफ़ी बढ़ जाता है। इस कारण मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना प्रबल हो जाती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ज़िले में मच्छरों से बचाव करने एवं सुरक्षित रहने के लिए मीडिया एवं सोशल मीडिया साइट्स के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है। मच्छरों से होने वाली बीमारियों में मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, जापानी इन्सेफेलाइटिस, जीका वायरस, चिकनगुनिया आदि प्रमुख हैं। वहीं मच्छरों के काटने से सबसे अधिक मामले मलेरिया और डेंगू के ही आते हैं। घर के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों पर सतर्कता बरतना जरूरी है। वहीं मॉल एवं दुकान चलाने वाले लोग भी खाली जगहों पर रखे डिब्बे और कार्टन में पानी जमा नहीं होने दें।

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Tulsi Mission

रोहतास पत्रिका/सासाराम: चौसा पथ स्थित आदर्श ग्राम मोहनिया में सामाजिक संस्था होपप्लस फाउंडेशन, तुलसी मिशन एवं मोहनिया ग्रामवासियों के संयुक्त तत्वाधान में सघन तुलसी पौधारोपण कराया गया। यह कार्यक्रम मोहनिया के सूर्य मंदिर प्रांगण में स्वच्छता एवं पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखकर 700 तुलसी पौधा लगाया गया। इस अवसर पर शिक्षक ज्वाला प्रसाद ने बताया कि पूरे देश में ओडीएफ घोषित होने के बाद भी कुछ लोग यत्र-तत्र अब भी शौच और गंदगी फैलाने में गुरेज नहीं करते, इसीलिए जहां गंदगी फैलाने की आशंका है, उस जगह पर हमलोग सघन तुलसी पौधारोपण कर रहे हैं।

उक्त अवसर पर तुलसी मिशन के अनिल कुमार ने तुलसी के औषधीय गुणों के विषय में लोगों को परिचित कराया और कहा कि हमारे समाज में तुलसी पौधा को माता के समान पूजा जाता है। इस कारण जहां तुलसी पौधा लगा रहता है वहां लोग गंदगी फैलाने से डरेंगे, ऐसे भी मंदिर प्रांगण और छठ घाट पर स्वच्छता का विशेष महत्व होता है। उक्त अवसर पर गार्जियन हरी सिंह ने कहा कि आज के समय में जिस प्रकार से जलवायु परिवर्तन हो रहा है, ऐसे समय में हर एक व्यक्ति को अपने आस-पास पेड़ पौधा लगाना ही चाहिए।

आज के तुलसी पौधारोपण कार्यक्रम में खराड़ी पंचायत मुखिया अरविंद कुमार सिंह, हरि सिंह, दुधनाथ सिंह, विमलेश सिंह, टीम तुलसी मिशन एवं प्रमुख अनिल कुमार सिंह, ज्वाला प्रसाद सिंह, सुजीत सिंह, हरेंद्र शाह, डॉ दुर्गेश नंदन सिंह, धनंजय कुमार रॉय, विजय सिंह, बंटेश कुमार, जितेंद्र सिंह, उमेश सिंह, हेमंत सिंह, विवेक कुमार, निक्की, अनिता, दिव्य एवं अन्य मोहनिया गांव के जनता ने सहयोग प्रदान किया।

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