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bihar byelection 2022

रोहतास पत्रिका/पटना: गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर कराए जा रहे उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया। दोनों सीटों पर कुल 52.38 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया गया था। बिहार निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में खबर लिखे जाने तक कुल 52.38 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले है। विभाग अनुसार मतदान प्रतिशत में और वृद्धि हो सकती है।

मोकामा में हुए सबसे अधिक मतदान

बिहार चुनाव आयोग के अनुसार मोकामा विधानसभा सीट के लिए सबसे अधिक 53.45 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि गोपालगंज सीट के लिए 51.48 प्रतिशत वोटिंग हुई है। पूरे मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया गया था जिसके कारण एक-दो इलाकों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कही से भी बड़ी अप्रिय घटना की अबतक सूचना नहीं मिली है।

मतदान के लिए बनाए गए थे 619 मतदान केंद्र

मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीट के लिए कराए जा रहे उपचुनाव के लिए कुल 619 मतदान केंद्र बनाए गए, जिसमें गोपालगंज में 330 मतदान केंद्र और मोकामा में 289 मतदान केंद्र बनाए गए थे। आपको बता दूँ कि मोकामा विधानसभा सीट से 6 प्रत्याशी तो गोपालगंज विधानसभा सीट से 9 प्रत्याशी मैदान में है। मोकामा विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 281251 है जबकि गोपालगंज विधानसभा में 331469 मतदाता हैं।

महागठबंधन और भाजपा के बीच टक्कर

बिहार में सरकार बदलने के बाद यह पहला उपचुनाव हो रहा है। इस चुनाव को राजनीतिक दृष्टिकोण के मुताबिक दोनों सीटों पर पर मुख्य मुकाबला महागठबंधन और भाजपा के बीच माना जा रहा है। गोपालगंज में भाजपा के विधायक और बिहार सरकार के पूर्व सहकारिता मंत्री सुबाष सिंह का असामयिक निधन होने से यह सीट रिक्त हो गई थी। वहीं, मोकामा के तत्कालीन विधायक अनंत सिंह को अवैध हथियार रखने के मामले में सजा होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म हो गई थी। मोकामा में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी तो गोपालगंज में सुबाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी मैदान में हैं।

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रोहतास पत्रिका/सासाराम: सासाराम प्रखंड के (तकिया) कुराईच नहर के समीप स्थित गीता घाट योग आश्रम में आयोजित 18 वां श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान महायज्ञ के सातवें दिन कृष्ण- सुदामा मिलन का कथा वाचन किया। कथावाचक गीता घाट बाबा के चरणानुरागी ब्रह्मचारी शंकरानंद जी महाराज ने कृष्ण और सुदामा मिलन के दृश्य को अपने शब्दों में बड़े ही मनमोहक तरीके से भक्तों के समक्ष प्रस्तुत किया। महायज्ञ में पहुंचे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने कृष्ण और सुदामा मिलन की कथा को बड़े ही ध्यानपूर्वक सुना।

वही झांकी के माध्यम से भी कृष्ण और सुदामा के मिलन को प्रस्तुत किया गया। बता दें कि 15 अक्टूबर को जल भरी यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान महायज्ञ की शुरुआत की गई थी। शनिवार को धनतेरस के दिन इस महायज्ञ का पूर्णाहुति की जाएगी। आयोजन कर्मियों ने बताया कि पिछले 18 वर्षों से यह यज्ञ होता आ रहा है। 7 दिन तक चलेवाले इस महायज्ञ में प्रतिदिन भंडारा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें हजारों लोग भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं।

आयोजक मंडल के लोगों ने बताया कि शनिवार को इस माहयज्ञ का समापन किया जाएगा और भंडारा का भी आयोजन किया जाएगा। महायज्ञ को सफल बनाने में नरेंद्र कुमार, अरविंद कुमार, डॉ कामेश्वर सिंह, रामाशंकर राय, संतोष कुमार राय (धर्मपुरा), सनी कुमार, बजरंगबली, हीरामन, रामाशीष राय, खरचू सिंह, डॉक्टर दुलारचंद सिंह, कृपालानंद, जलेश्वरानंद सहित अन्य लोग अहम भूमिका निभा रहे हैं।

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