रोहतास पत्रिका/सासाराम: मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत ऑनलाइन किए हुए आवेदनकर्ताओं से लोन की राशि पास कराने के नाम पर लगातार पैसे की डिमांड की जा रही है। आवेदनकर्ताओं से कहा जा रहा है कि उद्योग विभाग में आपका आवेदन आ चुका है और सारी प्रक्रिया पूरी करने के लिए उद्योग विभाग के नाम पर 3500 की राशि आपको एक खाते में डालनी होगी उसके बाद आपको योजना की राशि मिल जाएगी। हालांकि कुछ लोगों ने पैसे डाल भी दिए जबकि कुछ लोगों ने इसकी जानकारी जिला उद्योग केंद्र रोहतास से लिया तो उन्हें मालूम पड़ा कि इस तरह के कोई राशि विभाग द्वारा नहीं ली जा रही है।
विभाग के अधिकारियों ने जब जांच पड़ताल किया तो पता चला की वह एक फ्रॉड कॉल था जो लोगों से इस तरह की राशि मांग रहा था। इसकी जानकारी देते हुए उद्योग विभाग के कर्मी बीके सिंह ने बताया कि जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने स्वयं उक्त नंबर पर कॉल किया तो उसने बताया कि वह विभाग का डेटा ऑपरेटर बोल रहा है और योजना की राशि पास कराने के लिए 3500 की राशि अकाउंट में डालनी होगी।
उद्योगकर्मी ने अपना पद और नाम बताते हुए उसको डाटा तो उसने फोन काट दिया। अब फ्रॉड करने वाले बीके सिंह के नाम से ही कॉल करके राशि की डिमांड करने लगे। जिले में बढ़ती ऐसी फ्रॉड की घटना को देखते हुए नगर थाना को भी सूचित किया गया है। फिलहाल उक्त नंबर और बैंक अकाउंट की डिटेल्स की जानकारी ली जा रही है।
क्या कहते है अधिकारी
जिला उद्योग केंद्र, रोहतास की महाप्रबंधक किरण कुमारी श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के लिए चयनित उम्मीदवारों से किसी प्रकार की कोई शुल्क नहीं ली जाती है। यह योजना काफी लाभदायक है क्योंकि एक रुपए खर्च किए बिना ही लाभार्थी को सीधे उसके अकाउंट में पैसा जाता है। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है इसलिए किसी प्रकार की राशि लेने की बात ही नहीं उठती।
उन्होंने बताया कि लोगों को गुमराह करने के लिए इस तरह फ्रॉड करने वाले लोग उद्यमी योजना के साइट से चयनित लोगों की पूरी जानकारी निकाल लेते हैं और उन्हें कॉल करके राशि का डिमांड करते हैं। महाप्रबंधक ने कहा कि जितने भी चयनित उम्मीदवार हैं उनलोग किसी भी प्रकार के कॉल पर भरोसा नहीं करें। अगर इस तरह के कॉल आते हैं तो लोग सबसे पहले उद्योग केंद्र में आकर संपर्क करें और इस बात की जानकारी दें। साथ ही उन्होंने कहा कि फ्रॉड कॉल करने वाले नंबर और बैक अकाउंट के जरिए फ्रॉड करने वाले लोगों पर प्राथमिकी दर्ज किया जाएगा।
Source: Bihar TV24