रोहतास पत्रिका/सासाराम: सासाराम नगर निगम में पदस्थापित प्रभारी प्रधान सहायक पप्पू कुमार को रिश्वत मांगने के मामले में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्यवाई एक ऑडियो रिकॉर्डिंग एवं व्हाट्स एप्प चैट के सामने आने के बाद की गई है। सासाराम निवासी संजय वैश्य ने रोहतास जिलाधिकारी को लिखित शिकायत आवेदन दिया था जिसमें सिक्योरिटी डिपाजिट मनी वापस करने के एवज में पप्पू कुमार द्वारा रिश्वत की मांग करने का आरोप लगाया गया था। जिसका ऑडियो रिकॉर्डिंग एवं व्हाट्स एप्प चैट भी प्रस्तुत किया गया था।
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
रिश्वत मांगने के मामले में संजय वैश्य ने रोहतास जिलाधिकारी को लिखित आवेदन के साथ-साथ व्हाट्सएप का चैट तथा कॉल रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराया था। आवेदन को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल पप्पू कुमार को निलंबित करते हुए दो सदस्यों का एक जांच टीम का गठन कर दिया है। अपर समाहर्ता जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनिल कुमार पांडे एवं वरीय उप समाहर्ता रोहतास सौरभ आलोक को जांच का जिम्मा दिया गया।
50 प्रतिशत रिश्वत की हुई थी मांग
संजय वैश्य ने बताया कि उनके भाई नगर निगम के संवेदक है। संवेदक रहते हुए उनके द्वारा कई कार्य कराया गया है। उनके द्वारा नगर निगम में कार्य करने से पहले सिक्योरिटी डिपाजिट किया गया है। सिक्योरिटी डिपाजिट वापस करने के एवज में प्रभारी प्रधान सहायक पप्पू कुमार द्वारा 50 प्रतिशत कमीशन की लगातार मांग की जा रही थी। मांग पूरा नहीं करने पर कई दिनों से मामले को लटका के रखा गया था।
निलंबन के बाद कई अधिकारियों की छूट रहे पसीने
नगर निगम के प्रधान सहायक का निलंबन के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इस कार्यवाई के बाद अन्य लोगों के साथ-साथ अन्य अधिकारियों के भी पसीने छूटते दिखाई दे रहा है। संजय वैश्य द्वारा उपलब्ध कराए गए रिकॉर्डिंग में यह जिक्र था की तुम्हें जो करना है कर लो, मेरा कुछ नहीं बिगड़ने वाला। हम रिश्वत के पैसे अकेले नहीं लेते है, इसमें और लोगों एवं अधिकारियों को भी कमीशन देना होता है।