रोहतास पत्रिका/सासाराम: बिहार राज्य जैव विविधता पार्षद्, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्त्तन विभाग एवं रोहतास वन प्रमंडल द्वारा गुरुवार को स्थानीय फजलगंज स्थित मल्टीपरपस हाल में ग्राम पंचायत, प्रखण्ड एवं जिला स्तर पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समिति के अध्यक्षों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद डॉ के गणेश, बिहार राज्य जैव विविधिता पार्षद्, पटना एवं रोहतास जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार को वन प्रमंडल पदाधिकारी रोहतास के द्वारा औषधीय पौधा देकर सम्मानित किया गया।
इस तकनिकी सत्र में बिहार राज्य जैव विविधता पार्षद से आये उप-निदेशक सुनील कुमार सिन्हा, विशेषज्ञ, वैज्ञानिक ( उद्यान), कृशि विज्ञान केन्द्र, बिक्रमगंज, रोहतास डॉ रतन कुमार, मनीश कुमार वर्मा, वन प्रमंडल पदाधिकारी – सह – नोडल पदाधिकारी, रोहतास वन प्रमंडल, भावेश कुमार, जीआईएस, राज्य परियोजना प्रबंधक / जल एवं स्वच्छता, पंचायती राज विभाग, बिहार सरकार द्वारा सभी अध्यक्षों एवं जनता को जैव विविधता अधिनियम, 2002 एवं संशोधित नियमावली का सामान्य परिचय देते हुये उद्देश्य को बताया गया। साथ ही जैव विविधता प्रबंधन समिति के कार्य एवं लोक जैव विविधता पंजी के निर्माण में भूमिका एवं इसकी महत्ता से अवगत कराया गया ।
एक्सेस एवं बेनिफिट शेयरिंग (एबीएस) द्वारा जैव विविधता प्रबंधन समिति से होने वाले यदे की विस्तृत जानकारी दी गई तथा विरासत वृक्षों का सर्वेक्षण हेतु जानकारी भी दी गई। जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया की इस तकनिकी सत्र से जैव विविधता प्रबंधन समिति के निर्माण की क्षमता, जैव विविधता संरक्षण, जैव विविधता के घटकों का सत्त उपयोग, अनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से उत्पन्न होने वाले लाभों का उचित एवं न्यायसंगत साझाकरण की सुविधा प्राप्त होगी। इस तकनिकी सत्र से स्थानीय आबादी तक पहुँच एवं लाभ साझाकरण का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही लोक जैव विविधता पंजी की मदद से हो रहे आवासीय परिवर्त्तन, वनों को समझना एवं उसका आकलन करने में सहायक होगा। डीएफओ ने बताया की इस रजिस्टर में क्षेत्रों के पौधों, खाद्य श्रोतों, वन्यजीवों, औषधी श्रोतों आदि में जैव विविधता का पूर्ण प्रलेखन दर्ज होगा।