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BJP नेता नवीन जिंदल को मंगलवार के दिन ईमेल के जरिए जान से मारने के लिए धमकी मिली है. उदयपुर में दिल दहलाने वाली घटना के बाद समाज में रोष देखने को मिल रहा है. दो मुस्लिम युवकों ने एक हिंदू टेलर की गर्दन काट दिया था. युवकों ने कपड़े सिलाने के बहाने दुकान में गए थे, जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया. मुस्लिम युवकों ने वीडियो जारी करते हुए मोदी को धमकी दिया और कहा कि तुम्हारी भी हाल यही होगी. इस निर्मम हत्या के बाद इलाक़े में सन्नाटा पसरा हुआ है. प्रशासन ने धारा 144 लगाते हुए एक्शन मोड में दिख रही है.

नवीन जिंदल को मिली धमकी

इस घटना के बाद नवीन जिंदल को ईमेल के ज़रिए धमकी मिली है. उन्होंने बताया कि हमें तीन मेल आए हैं जिसमें जान से मारने की धमकी दी गई है और साथ ही साथ उदयपुर की घटना वाली वीडियो अटैच है. जिंदल ने प्रशासन से अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगाया है. नवीन जिंदल BJP दिल्ली इकाई के प्रवक्ता थे. BJP नेत्री रही नुपुर शर्मा के बयान का समर्थन किया था. आपको बता दे, नुपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मुहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद ये पुरा मामला प्रकाश में आया था.

उदयपुर में आख़िर ये घटना क्यों हुई ?

राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों ने मंगलवार को एक हिंदू टेलर कन्हैया लाल को जान से मार दिया था. इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक़, हिंदू टेलर ने नुपुर शर्मा के बयान का समर्थन किया था और अपने सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो पोस्ट किया गया था जिसे नुपुर शर्मा के बयान का समर्थन दिख रहा था. इसी को लेकर मुस्लिम युवकों ने टेलर की गर्दन को काट दिया. इन दोनों युवकों को उदयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

अमित शाह दिखे एक्शन मोड

इस घटना के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्र राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम को उदयपुर भेजी है. अलग से राजस्थान पुलिस ने रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद की गिरफ्तारी के तुरंत बाद एक विशेष जांच दल (एसआईटी) की टीम गठित की है.

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मुम्बई : मुम्बई के कुर्ला की नाइक नगर सोसाइटी में सोमवार की देर रात चार मंज़िला इमारत गिरने से चार की मौत हो गई. .घटनास्थल पर बचाव अभियान से जुड़े कर्मचारियों ने बताया है कि मलबे में दबने से एक की मौत हो गई है जबकि 12 लोगों को बचाया गया है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने का काम चल रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक़, अभी 20-22 लोगों के मलबे में दबने की आशंका है. वही अधिकारियों ने बताया कि मौक़े पर दमकल और राहत कार्य से जुड़े सभी प्रकार के चीजों को घटनास्थल पर तैनात किया गया है.

आदित्य ठाकरे ने देर शाम किया दौरा

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोमवार की देर शाम को घटनास्थल का दौरा किया. मंत्री ने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, जब BMC ने पहले ही इमारत को ख़ाली करने का निर्देश दिया था तो ख़ाली कर देना चाहिए था. अगर समय रहते हैं ये इमारत ख़ाली हो जाता तो ये घटना नहीं होती. उन्होंने कहा कि हम प्रयास कर रहे हैं कि सभी लोगों का बचाया जा सकें. ठाकरे में कहा कि BMC नोटिस जारी करता है तो लोगों को स्वेच्छा से इमारत को ख़ाली कर देना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटना ना हो.

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Agneepath scheme protest

युवा आंदोलन के राष्ट्रीय नेता अनुपम ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि अग्निपथ आंदोलन के अलोकतांत्रिक दमन का हर प्रयास विफल किया जाएगा। सरकार चाहे जितने भी तिकड़म लगाए लेकिन शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक ढंग से संघर्ष जारी रहेगा। 

अनुपम ने सवाल किया कि आंदोलन पर प्रतिक्रिया देने के लिए सरकार सेना की आड़ में क्यों छिप रही है। अपनी राजनीति के लिए अक्सर सेना का इस्तेमाल करने वाली सरकार अब वर्दी की विश्वसनीयता के सहारे अग्निपथ स्कीम को आगे बढ़ा रही है। स्कीम का मक़सद सेना का इस्तेमाल पूंजीपतियों के लिए प्रशिक्षित गार्ड्स तैयार करना है। अनुपम ने बताया कि अग्निपथ स्कीम सिर्फ युवा विरोधी ही नहीं, सेना विरोधी भी है और देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी उचित नहीं है।

सरकार ने अग्निपथ योजना के नाम पर सेना की अटकी पड़ी भर्तियों को भी रद्द कर दिया है।युवा हल्ला बोलके राष्ट्रीय महासचिव रजत यादव ने कहा है कि सेना भर्तियों को रद्द किए जाने से लाखों युवा भारी मानसिक अवसाद में हैं। इस कारण आत्महत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार कोयुवा हल्ला बोलसंस्थापक अनुपम हरियाणा के जींद जिले में जाकर ऐसे ही एक शोकाकुल परिवार से मिले और उनका दुख साझा किया। सचिन नामक इस होनहार छात्र ने सरकार की नीति से अवसाद में आकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। इस मौके पर सेना से रिटायर हो चुके सचिन के पिताजी सतपाल जी ने संदेश जारी करते हुए कहा है कि कोई भी युवा इस तरह का कदम उठाने के बजाए बदलाव के लिए संघर्ष करे।

आंदोलन को रोकने की हर संभव कोशिश

युवा हल्ला बोलके कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद मिश्रा ने बताया कि आंदोलन को कुचलने के लिए सरकार हर तरह के तिकड़मों का इस्तेमाल कर रही है। मुकदमे किए जा रहे हैं, गिरफ्तारियां हो रही हैं, कोचिंग संस्थानों में जाकर छात्रों की डिटेल्स ली जा रही हैं, प्रदर्शन में शामिल होने या व्हाट्सएप स्टेटस तक करने से मना किया जा रहा और पूरा सर्विलांस से पर रखा गया है। सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर अग्निपथ स्कीम का प्रचार करवाया जा रहा है

बता दें, दिल्ली पुलिस नेयुवा हल्ला बोलके अध्यक्ष अनुपम समेत कई नेताओं को गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेज दिया था। युवा नेता रजत यादव ने बताया कि राजस्थान के सीकर में रहने वाले संदीप फौजी के घर आयकर विभाग का छापा पड़ा। संदीप लगातार सेना अभ्यर्थियों की आवाज़ बुलंद कर रहे थे औरयुवा हल्ला बोलसंस्थापक अनुपम के साथ वो भी तिहाड़ जेल गए थे।

अनुपम ने दिल्ली के प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए सरकार से ये मांग किया है

  1. युवा विरोधी और सेना विरोधीअग्निपथ स्कीमवापिस लो
  2. रद्द की गयी सेना की पुरानी भर्तियों की पुनर्बहाली करो
  3. ओवरएज हो चुके छात्रों को क्षतिपूरक अवसर देकर नियमित भर्ती तुरंत शुरू करो
  4. सरकार की सेना भर्ती नीति के कारण आत्महत्या कर रहे युवाओं के शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मुआवज़ा दो

अनुपम ने कहा कि युवा आंदोलन को शांतिपूर्ण, संवैधानिक और लोकतांत्रिक ढंग से चलाने को लेकरयुवा हल्ला बोलप्रतिबद्ध है और सरकार की हरकतों से हम डरने वाले नहीं हैं। आने वाले दिनों में बिहार जाकर युवा आंदोलन को रचनात्मक और सकारात्मक ढंग से आगे बढ़ाया जाएगा।

युवा हल्ला बोलके राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी प्रशांत कमल ने बताया है कि मंगलवार 28 तारीख को बिहार पहुँचकर अनुपम समेत सभी आंदोलनकारी एक दिवसीय उपवास पर बैठेंगे और प्रदेश में शांति और प्रतिबद्धता का संदेश देंगे। गाँधी और बुद्ध की भूमि बिहार आंदोलनों की जन्मस्थली रही है और इतिहास में कई बड़े बदलावों की धुरी भी रही है।

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Delhi Free Bus service

रोहतास पत्रिका/नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने 150 Electric Bus सड़कों पर मंगलवार को उतारने के लिए घोषणा किया है. मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal मंगलवार के दिन बसों को हरी झंडी दिखाएंगे. केजरीवाल ने दिल्लीवासियों के लिए तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री हमेशा दिल्ली वाले को कोई ना कोई कारनामा करके चौंकाते रहते हैं. उन्होंने कहा कि तीन दिन तक आप इन बसों का लाभ फ्री में उठा सकते हैं. यानी आप 24 मई से लेकर 26 मई तक इन बसों में बिना किराया दिए आप सफर कर सकेंगे. 150 बसों को शामिल करने के साथ ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी हो जाएगी.इस बात की जानकारी दिल्ली सरकार के एक बयान में दिया गया है.

इन बसों में काफी आधुनिक फिर्चस दिए गए हैं. जीरो स्मोक और जीरो एमिशन वाली इन अत्याधुनिक बसों में सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस, 10 पैनिक बटन, दिव्यांगों के लिए रैंप आदि है. वहीं बसों की ठहराव मुंडेला कलां, राजघाट और रोहिणी सेक्टर-37 में तीन डिपो बनाए गए हैं. डिपो को काफी आधुनिक तरीके से बनाया गया है. जहां पर बसों की रखरखाव की जाएगी. ये पुरी तरह से विद्युतीकृत है. आपको बता दें, इन बसों की रूट दिल्ली के प्रमुख रूटों- रिंग रोड पर तीवरा मुद्रिका, मोरी गेट और महरौली टर्मिनल के बीच रूट नंबर 502, आईपी डिपो पर रूट नंबर E-44, साथ ही कनॉट प्लेस, सफदरजंग, साउथ एक्सटेंशन, आश्रम, जंगपुरा और इंडिया गेट मार्गों पर चलेंगी.

वही परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि Electric Bus पुरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस है. आगे उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हमेशा अपने लोगों को परिवहन के हरित साधनों में स्थानांतरित करने और ईवी पर स्विच करने के लिए प्रेरित कर रही है. सार्वजनिक परिवहन, विशेष रूप से सार्वजनिक परिवहन के स्थायी साधनों में बदलाव एक जीवन शैली में बदलाव है जिसे हम दिल्लीवासियों में देखना चाहते हैं.

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रोहतास पत्रिका/नई दिल्ली: सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान पहुंच गए हैं. अगले दो दिनों तक मोदी का कार्यक्रम है जहां पर वो अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन और ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीस से मुलाकात करेंगे.वही इस कार्यक्रम का मेजबान जापान है. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी क्वाड के सभी नेताओं से मिलेंगे.

प्रधानमंत्री ने सुबह में फोटो के साथ ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘उगते सूरज की भूमि. आगे टोक्यो में प्रधानमंत्री जापान के व्यापारियों के साथ-साथ भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे. वही कार्यक्रम में शामिल होने से पहले एक सरकारी बयान में कहा गया है कि हमारी प्रमुखता क्वाड पहल की समीक्षा दुनिया के चार नेताओं के लिए प्रमुख एजेंडा में से एक रहेगी.

सोमवार को प्रधानमंत्री इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (IPEF) कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन के द्वारा मोदी को आमंत्रित किया गया है. एक सरकारी बयान के आधार पर विश्व के दोनों बड़े दोनों नेताओं की मुलाकात होगी. जहां पर अमेरिका के साथ अपने बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा और क्षेत्रीय विकास और समकालीन वैश्विक मुद्दों पर भी अपनी बातचीत जारी रखी जाएगी.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने द्विपक्षीय बैठक में कहा कि हम हम यूक्रेन में तस्वीर को कैसे देखते हैं. हम यूक्रेन पर पहले जैसे ही बात करेंगे. वही इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी (आईपीईएफ) का इरादा आपूर्ति-श्रृंखला लचीलापन, स्वच्छ ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और डिजिटल व्यापार सहित क्षेत्रों में सामान्य मानकों के माध्यम से क्षेत्रीय देशों को अधिक निकटता से जोड़ना होगा.

इस कार्यक्रम का मुख्य भाग क्वाड मीटिंग है जहां समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र, उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां, समुद्री सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन और कोविड से जुड़ी चुनौतियों और प्रगति पर भी चर्चा की जाएगी. मार्च में चारों देशों के नेताओं ने वर्चुअल मीटिंग की थी. उस समय स्कॉट मॉरिसन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री थे. यूक्रेन युद्ध शिखर सम्मेलन के दौरान उभरे प्रमुख मुद्दों में से एक था. क्वाड शिखर सम्मेलन को लेकर चीन आपत्ति जताते हुए कहा कि अमेरिका के नेतृत्व वाली इंडो-पैसिफिक रणनीति क्षेत्र में विभाजन पैदा करने और टकराव को भड़काने की एक चाल है. आगे चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को कहा कि “तथ्य साबित करेंगे कि तथाकथित इंडो-पैसिफिक रणनीति मूल रूप से विभाजन पैदा करने, टकराव को भड़काने और शांति को कमजोर करने की रणनीति है.”

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