रोहतास पत्रिका/डेस्क: अमेरिकी टेलीकॉम कंपनी वेरिजोंन और AT&T ने 12 जनवरी को अमेरिका में 5G लांच किया। उसके बाद से ही कई देशों की एयरलाइन कंपनियों ने अमेरिकी शहरों को जाने वाली हवाई उड़ानों को रद्द कर दिया। जिसमे भारत की एयर इंडिया, जापान एयरलाइंस और दुबई की एमिरेट्स भी शामिल है।
अमेरिका व अन्य देशों के 5G
फ्रांस, यूरोप समेत 50 से अधिक देशों में 5G इंटरनेट की सेवाएं प्रारम्भ होने के बाद अब 12 जनवरी से अमेरिका में भी ये सुविधाएं शुरु की जा चुकी है। जिसके बाद से ही कई देशों ने अपनी हवाई उड़ाने रद्द कर दी है, जिसमे इंडियन एयरलाइन ने 8, दुबई की एयरलाइन एमिरेट्स 9 और जापान एयरलाइन की 2 उड़ाने शामिल है।
5G की फ्रीक्वेंसी
अमेरिका 3.7GHz – 3.9GHz
यूरोप 3.4GHz – 3.4GHz
फ्रांस 3.6 GHz – 3.8 GHz
हवाई जहाज के अल्टीमीटर की फ्रीक्वेंसी
हवाई जहाजों के अल्टीमीटर की रेडियो तरंगों की फ्रिक्वेंसी 4.2Ghz – 4.4GHz के बीच रखी जाती है। लगभग एक जैसी फ्रीक्वेंसी होने की वजह से हवाई जहाज में बैठे पायलेट को गलत सूचना मिल सकती है, जिसके कारण टेक ऑफ या टेक ऑन के दौरान या अल्टीमीटर से मौसम की गलत सिग्नल मिलने से दुर्घटना होने की संभावना है।
क्या हो सकता है उपाय
अमेरिका में लगभग 1 मिनेट में 60 से 70 हवाई जहाजों की लैंडिंग होती है, ऐसे में हवाई उड़ानों पे पाबंदिया लगती रही तो अमेरिका के साथ साथ उससे जुड़े अन्य देशों के आर्थिक सेहद पर इसका असर सीधे पड़ेगा। तो ऐसी स्थिति से उबरने के लिए अमेरिका को भी फ्रांस और यूरोपीय देशों की तरह ही एयरपोर्ट के आस पास के इलाकों में 5G इंटरनेट जैमर का उपयोग करना चाहिए, जिससे उस क्षेत्र में उत्त्पन्न होने वाली तकनीकी समस्यांयों से निजाद मिल सके।
अमेरिका के गलतियों से भारत भी रहे सावधान
फ्रांस, यूरोप और अमेरिका के बाद अब जल्द ही भारत के भी 13 राज्यों में 5G इंटरनेट का परीक्षण होने जा रहा है। इसमें दिल्ली, मुम्बई जैसे बड़े शहर भी शामिल है। अमेरिका में 5G इंटरनेट से उत्तपन होने वाली समस्या न केवल अमेरिका तक ही सीमित रहेगी, बल्कि यही समस्या 5G के आने के बाद हमारे देश में भी उत्तपन होगी। तो ऐसे में आगामी 5G के भारत में प्रवेश करने के लिए हमे इन बातों को संज्ञान में रखते हुए कार्य करने होंगे।
लेख: आयुष पांडेय