लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए विभाग तत्पर: सीएस

Sadar Hospital

रोहतास पत्रिका/सासाराम: स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। इसके लिए लगातार विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं के माध्यम से लोगों को सीधे लाभ पहुँचाया जा रहा है। पिछले दिनों मिशन 60 की सफलता के बाद सरकार ने सभी जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यों की सराहना की है। मिशन 60 के तहत बेहतर परिणाम देने वाले जिला को पुरस्कृत किया गया है। इधर रोहतास जिला स्वास्थ्य समिति ने भी स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर प्रबंधन के बाद लोगों को और अधिक सुविधा मुहैया कराने के लिए कमर कस ली है।

जिले के विभिन्न प्रखण्डों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर सुविधा मुहैया करायी जाए इसके लिए भी जिला स्वास्थ्य समिति लगातार प्रयासरत है। स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने के उद्देश्य से मंगलवार को रोहतास के सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की गई। जिसमें सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य संबंधी कार्यों की समीक्षा की गई। साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में जिले को मिली रैंकिंग के आधार पर सभी प्रखण्ड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की समीक्षा की गयी। इस दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा कार्य में कोताही बरतने एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली गई। साथ ही सिविल सर्जन द्वारा एमओआईसी एवं बीएचएम को कार्य में सुधार के लिए कई दिशा निर्देश भी दिया गया।

सुदृढ़ होगी ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधा

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए भी राज्य सरकार द्वारा लगातार कार्य किए जा रहे हैं। इसके तहत रोहतास जिला स्वास्थ्य समिति भी जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने के लिए प्रयासरत है। खासकर सुदूरवर्ती एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग लोगों तक टेलीमेडिसिन संजीवनी एप के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ पहुंचा रही है। जिसका परिणाम यह देखने में आ रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है।

अनुमण्डल की तर्ज पर पीएचसी में मजबूत होगी स्वास्थ्य सुविधा

रोहतास के सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने कहा कि मिशन 60 के तहत विकास को लेकर जो कार्य हुए हैं उसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है। अनुमंडल की तर्ज पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाएगी। सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में ओपीडी का संचालन दो शिफ्टों में किया गया है। इसका परिणाम भी बेहतर देखने को मिल रहा है। साथ ही सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्दों के एमओआईसी एवं बीएचएम को दिशा निर्देश दे दिया गया है कि स्वास्थ्य सुविधा को और बेहतर करें ।

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रोहतास: हत्या के दो महीने बाद भी नहीं हो सका शवों का पहचान

dead bodies found in rohtas

जिले के करगहर व सासाराम मुफस्सिल थान क्षेत्र से बरामद हत्या कर फेंके गए महिला के शव की पहचान करने में पुलिस तंत्र विफल है। घटना के करीब दो माह के समय गुजरने के बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगे हैं। ऐसे में घटना को अंजाम देने वाले अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत आठ नवंबर को करगहर थाना क्षेत्र में सड़क से एक महिला का शव बरामद हुआ था। महिला को अपराधियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतारा था। हत्या के बाद अपराधी सड़क पर महिला का शव फेंक भाग निकले थे। सड़क से गुजर रहे लोगों की सूचना पर पुलिस ने शव को बरामद किया था। लेकिन, शव बरामदगी के लंबे समय बीतने के बाद पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग सका है। थाना से मिली जानकारी के अनुसार महिला की पहचान के लिए प्रयास चल रहा है। लेकिन, अभी तक कोई उपलब्धि नहीं मिली है।

वहीं एक दूसरी घटना सासाराम के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोहद्दीगंज से 13 नवम्बर को प्रकाश में आई थी। जहां एक तालाब में महिला का शव पुलिस ने बरामद किया था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो महिला की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए तालाब में फेंकने के दौरान भारी वस्तु बांधकर उसे डूबा दिया गया होगा। ऐसे में दो-तीन दिन बाद जब शव पानी में ऊपर आया, तो लोग देख सके। बहरहाल मामला जो भी हो मृतका की पहचान के बाद ही घटना का खुलासा होगा।

पुलिस तलाब से मिली महिला के शव की कोई जानकारी महीना दिन बाद भी नहीं जुटा सकी है। ऐसे में करगहर व मुफस्सिल थाना क्षेत्र से बरामद दो महिला शवों की पहचान वउसके मौत फाइलों में दब कर रह गई है। मुफस्सिल थानाध्यक्ष मो. रिजवान अहमद ने बताया कि शव की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। वहीं करगहर थानाध्यक्ष रामविलास प्रसाद ने बताया कि हत्या कर फेंकी गई महिला का शव की पहचान में पुलिस जुटी है।

Source: Hindustan

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मोबाइल नहीं देने पर सीने में दाग दी गोली, युवक की हालत गंभीर

इन दिनों बिहार में मोबाइल चोरी, छिनतई अब आम बात हो गई है. हर जिलों से प्रतिदिन सैकड़ों इस तरह के केस आते हैं. क्राइम पर कोई रोक नहीं है.अपराधियों के भीतर कानून का भय खत्म होते जा रहा है. प्रदेश के भोजपुर जिले से ऐसी ही एक घटना सामने आई है. जहां एक युवक से जबरन मोबाइल छिनने की कोशिश की गई. जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत सोनघट्टा मोड़ स्थित आलू कोल्ड स्टोर के समीप युवक से अपराधी मोबाइल छिन रहे थे. युवक ने जमकर विरोध किया. गिड़गिड़ाता रहा है, कहा कि हम गरीब है हमारे पास मोबाइल नहीं है लेकिन बदमाशों ने एक नहीं सुनी. मोबाइल नहीं देनेे पर युवक के ऊपर गोली चला दी. बदमाश एक अपाची बाइक से आए थे. लड़का पुरी तरह से घायल होकर उसी स्थान पर बेसुध हो गया. परिजनों को सूचना मिलते ही आनन-फानन में आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया. जहां पर युवक इलाज चल रहा है. डॉक्टर ने बताया कि गोली सीने में लगी है, ब्लड काफी बह चुका है. उसके सीने में टेस्ट ट्यूब लगाया जा रहा है. दो यूनिट ब्लड चढ़ाया जाएगा. डॉ.विकास सिंह ने आगे बताया कि स्थिति अभी नाजुक बनी है, युवक को कुछ दिनों तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा.

SP ने कहा कि बदमाशों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा

घटना की सूचना मिलते ही SP सीधे अस्पताल पहुंच कर घायल से मिले. पुरी घटना की जानकारी लेते उन्होंने बताया कि घायल युवक कोइलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत सोनघट्टा गांव निवासी लाल मोहन पांडेय का पुत्र 19 वर्षीय अमन पांडे है. अमन दुध प्लांट में पैकिंग का काम करता है. हर रोज की तरह वो काम पर जा रहा था इसी दौरान घटना हो गई. अधीक्षक ने कहा कि हम इसे लुट-पाट की एंगल से ही जांच कर रहे हैं. उस जगह पर जो भी घटनाएं घटी है उसे लेकर जांच करेंगे ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द से गिरफ्तार कर सकें. SP ने बताया कि हम लोगों से कोआर्डिनेशन बनाए ऱखे हुए जिससे लॉ एंड आर्डर बनी रहे. वही थाना इंचार्ज प्रवीण कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन में जुट गए हैं.

 

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Aadhar Card नहीं दिखाने पर BJP नेता ने एक व्यक्ति की ली जान? सोशल साइट पर वीडियो वायरल

मध्य प्रदेश: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें एक युवक से आधार कार्ड नहीं दिखाने पर बेरहमी से पीटा जा रहा है. ये वीडियो मध्यप्रदेश के नीमच जिले की बताई जा रही है हालांकि इस वीडियो की पुष्टि रोहतास पत्रिका नही कर रहा है. वायरल वीडियो में बीजेपी पार्षद के पति दिनेश कुशवाहा को कथित तौर पर जैन की पिटाई करते हुए देखा जा रहा है और उसे आधार कार्ड मांग रहे हैं. बीजेपी नेता युवक से पुछ रहे हैं कि क्या तुम मुस्लिम हो?

वायरल वीडियो पर पुलिस ने क्या कहा?

सोशल मीडिया पर वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में जिस व्यक्ति से आधार कार्ड मांगा जा रहा है. उसका नाम रतलाम के सरसी गांव निवासी 60 वर्षीय भंवरलाल जैन बताया जा रहा है. वहीं मानसा से भंवरलाल मृत स्थित में पाए गए. पुलिस ने शनिवार को सूचना दिया. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने शनिवार को IPC की धारा 304 (लापरवाही से मौत) और 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की. मनासा थाना प्रभारी केएल डांगी ने बताया कि भंवरलाल जैन 18 मई को अपने परिवार के साथ चित्तौड़गढ़ गया था. उसके बाद में वह लापता हो गया. शुक्रवार को नीमच जिले के मनासा में उनका शव मिला. उन्होंने आगे कहा कि हम वीडियो की जांच कर रहे हैं. मामले में आरोपी के साथ वीडियो बनाने वाले के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस मामले के बाद दिनेश कुशवाहा फरार हो गए हैं.

स्थानीय नेताओं ने बोला हमला

Congress के नेताओं ने BJP सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं. विधायक जीतू पटवारी ने कहा, ‘राज्य में कानून-व्यवस्था नहीं है और सिर्फ आधार कार्ड नहीं दिखाने पर एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला गया. मुस्लिम, दलित और आदिवासी के बाद जैन पर हमले हुए. प्रदेश में कोई सुरक्षित नहीं है. इस मामले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह जी को कुछ कहना चाहिए. वही BJP के प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने कहा, ‘यह बेहद दुखद घटना है, मामले की निष्पक्ष जांच होगी.

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दो बच्चे के पिता ने 7 साल की बच्ची के साथ किया रेप, बच्ची की हालत नाजुक

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है जहां पर एक युवक ने 7 साल की बच्ची के साथ रेप किया है. युवक का नाम विकास कुमार है जो कि मिठनपुरा का रहने वाला है. आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है. आरोप स्वीकार्य करते हुए कहा कि मैं नशे के हालत में था इसलिए ये घटना हो गया. मैं होश में नहीं था, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था. महिला थाना की पुलिसकर्मी स्नेही ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी उसके घर से हो गई है. आरोपी दो बच्चे का पिता है. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसे जेल भेजा जा रहा है.

तीन दिन पूर्व की घटना

आरोपी तीन दिन पहले एक शादी समारोह में गया था. जिस बच्ची के साथ रेप हुआ है उसके मौसा के साथ शादी में शामिल हुआ. शादी के दौरान युवक ने बच्ची को कोल्ड ड्रिंक पिलाने का झांसा देकर उसे बाइक पर बैठाकर घर के बाहर सुनसान झाड़ियों में ले गया और बच्ची के साथ रेप किया. बच्ची ने चिल्लाने की कोशिश की तो उसकी आवाज दबाकर उसके साथ जबरन रेप करते रहा. उसके बाद बच्ची को वही छोड़कर भाग गया. पीड़ित बेहोशी की हालात में पाई गई जहां पर दरिंदा ने रेप किया था. बच्ची अस्पताल में भर्ती है परिजनों ने बताया कि प्राइवेट पार्ट में काफी ब्लीडिंग हो गई है. आनन-फानन में पहले PHC में प्राथमिक इलाज करवाया गया है उसके बाद डॉक्टर ने SKMCH रेफर कर दिया. फिलहाल बच्ची SKMCH में भर्ती है. जहां पर उसका इलाज चल रहा है, स्थित काफी नाजुक बताई जा रही है. वहीं स्थानीय लोगों इसे लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की है. लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि क्षेत्र में क्राइम की घटना में काफी वृद्धि हो गई है. प्रशासन घटना होने का इंतजार करती है.

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रोहतास: अगरेर खुर्द दलित हत्याकांड के मुख्य आरोपी गिरफ्तार, 21 दिन बाद पुलिस को मिली सफलता

Agar Khurd Dalit Murder Case

रोहतास पत्रिका/सूर्यपुरा: सूर्यपुरा थाना अंतर्गत अगरेर खुर्द गांव में 20 मार्च को आपसी विवाद में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद मामले के आरोपी फरार चल रहे थे। अब हत्याकाण्ड के 21 दिन बाद सोमवार को पुलिस को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। मिली जानकारी के अनुसार अभियुक्त ब्रिज भूषण पांडे को पुलिस ने बिक्रमगंज थाना क्षेत्र से जांच के लिए गठित एसआईटी ने गिरफ्तार किया है।

घटना में प्रयुक्त हथियार अभी भी पुलिस के पहुँच से बाहर, नहीं हुआ आर्म्स लाइसेंस रद्द

घटना के बाद मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया था कि दलितों पर गोलीबारी करने में प्रयुक्त हथियार लाइसेंसी है या अवैध इसकी जांच की जा रही है। जांच में पता चला कि जिस हथियार से गोलीबारी हुई थी वह हथियार लाइसेंसी और उसकी लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा की गई है। जब इस संबंध में बिक्रमगंज एसडीपीओ से बात किया गया तो पता चला की हथियार का लाइसेंस घटना के 21 दिन बीत जाने के बाद भी रद्द नहीं किया है।

मृतक की पत्नी ने कराई थी प्राथमिकी दर्ज

मृतक राजदेव पासवान की पत्नी इंदु देवी ने स्थानीय सूर्यपुरा थाना में गांव के ही 8 दबंगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। सूर्यपुरा थानाध्यक्ष सुसंत कुमार ने धारा 147/148/149/341/323/447/307/302/504, 27 आर्म्स एक्ट एवं एससी/एसटी एक्ट के तहत कांड संख्या 32/22 दर्ज किया था। इस कांड में कुल 8 लोगों को नामजद किया गया था जिसमें अगरेर खुर्द निवासी भैया राम पांडे के पुत्र बृज भूषण पांडे, चंद्र भूषण पांडे एवं राज भूषण पांडे, स्व जय गोविंद पांडे के पुत्र भैया राम पांडे, बृज भूषण पांडे का पुत्र विकास पांडे, श्रीकांत दुबे का पुत्र सौरभ दुबे उर्फ किस्तु दुबे, रंगनाथ पांडे का पुत्र अभय पांडे एवं कमलेश पांडे का पुत्र संजीव पांडे शामिल है।

दिन-दहाड़े दो लोगों को मारी गई थी गोली, एक की हुई थी मौत

सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के अगरेर खुर्द गांव में उक्त विवाद में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। एक अन्य व्यक्ति को भी गोली लगी थी, लेकिन उसकी जान बच गई थी। ग्रामीण बताते है कि आपसी विवाद में झगड़ा बढ़ गया और कुछ लोगों द्वारा दिनदहाड़े फायरिंग की जाने लगी थी। जिसमें राजदेव पासवान एवं संतोष पासवान को गोली लग गई। राजदेव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संतोष को बिक्रमगंज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

3 दिनों से जारी तनाव ने लिया खूनी रूप

स्थानीय लोग बताते है कि 17 मार्च को अगरेर खुर्द गांव में नाली के ऊपर रखा पत्थर का स्लैब नाली में गिर गया था। उस स्लैब को निकाल कर हटाने को लेकर विवाद हो गया। तब गांव के दबंगों ने नींबू राम की पिटाई कर दी। उसी विवाद में 20 मार्च को भी दोनों पक्षों में नोंक-झोक हुआ। इसके बाद गांव के ही दबंगों के पक्ष से ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी जिसमें राजदेव पासवान और संतोष पासवान को गोली लग गई थी।

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बिहार: शांतिपूर्ण संपन्न हुआ विधानसभा उपचुनाव, 52.38 प्रतिशत हुआ मतदान

bihar byelection 2022

रोहतास पत्रिका/पटना: गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर कराए जा रहे उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया। दोनों सीटों पर कुल 52.38 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया गया था। बिहार निर्वाचन आयोग के मुताबिक, मोकामा और गोपालगंज उपचुनाव में खबर लिखे जाने तक कुल 52.38 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले है। विभाग अनुसार मतदान प्रतिशत में और वृद्धि हो सकती है।

मोकामा में हुए सबसे अधिक मतदान

बिहार चुनाव आयोग के अनुसार मोकामा विधानसभा सीट के लिए सबसे अधिक 53.45 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि गोपालगंज सीट के लिए 51.48 प्रतिशत वोटिंग हुई है। पूरे मतदान के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किया गया था जिसके कारण एक-दो इलाकों में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कही से भी बड़ी अप्रिय घटना की अबतक सूचना नहीं मिली है।

मतदान के लिए बनाए गए थे 619 मतदान केंद्र

मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीट के लिए कराए जा रहे उपचुनाव के लिए कुल 619 मतदान केंद्र बनाए गए, जिसमें गोपालगंज में 330 मतदान केंद्र और मोकामा में 289 मतदान केंद्र बनाए गए थे। आपको बता दूँ कि मोकामा विधानसभा सीट से 6 प्रत्याशी तो गोपालगंज विधानसभा सीट से 9 प्रत्याशी मैदान में है। मोकामा विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 281251 है जबकि गोपालगंज विधानसभा में 331469 मतदाता हैं।

महागठबंधन और भाजपा के बीच टक्कर

बिहार में सरकार बदलने के बाद यह पहला उपचुनाव हो रहा है। इस चुनाव को राजनीतिक दृष्टिकोण के मुताबिक दोनों सीटों पर पर मुख्य मुकाबला महागठबंधन और भाजपा के बीच माना जा रहा है। गोपालगंज में भाजपा के विधायक और बिहार सरकार के पूर्व सहकारिता मंत्री सुबाष सिंह का असामयिक निधन होने से यह सीट रिक्त हो गई थी। वहीं, मोकामा के तत्कालीन विधायक अनंत सिंह को अवैध हथियार रखने के मामले में सजा होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म हो गई थी। मोकामा में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी तो गोपालगंज में सुबाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी मैदान में हैं।

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शहर की समस्यों को किया जाएगा दूर, महिलाओं के लिए विशेष सुविधा का होगा प्रावधान: सत्यवंती देवी

nagar nigam election

रोहतास पत्रिका/सासाराम: नगर निगम चुनाव को लेकर गतिविधियां पूरी तेज हो गई है। अब अभ्यर्थी पूरी तरह से मैदान में उतर चुके हैं और कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। चुनाव में विभिन्न मुद्दों को लेकर अभ्यर्थी लोगों के पास पहुंच रहे हैं और शहर को नया रूप देने के लिए वचनबद्ध भी हो रहे हैं। नगर निगम चुनाव को लेकर रविवार को माइको पर सासाराम नगर निगम के डिप्टी मेयर प्रत्याशी सत्यवंती देवी ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया।

इस दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सासाराम नगर निगम में महिलाओं की जो समस्या है वह महिलाओं से मिलने के बाद भी प्रतीत हुआ है। उन्होंने कहा कि जहां भी वो जा रही है महिलाएं उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करा रही हैं और उस समस्याओं को दूर करने के लिए आग्रह कर रही है। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं के लिए शहरी क्षेत्रों में एक भी शौचालय नहीं है इसलिए मेरे एजेंडे में सर्वप्रथम महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों के लिए डीलक्स शौचालय का निर्माण करवाना मुख्य है। इसके अलावा महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए जो भी सरकार की योजनाएं चलाई रही है उसका लाभ उन्हें दिलवाना होगा।

उन्होंने कहा कि सासाराम ऐतिहासिक शहर है और इसके इतिहास को संजोए रखना हम सभी का कर्तव्य होता है। ऐसे में सबसे पहले ऐतिहासिक धरोहरों को विश्व पटल पर लाने में कार्य किया जाएगा और शहर की जो सबसे बड़ी समस्या जल निकासी और गंदगी है उसे दूर किया जाएगा ताकि हमारे ऐतेहासिक धरोहरों को देखने के लिए जब कोई व्यक्ति अन्य राज्यों से आए तो वह शहर की स्थिति देख कर गर्व महसूस करें। सत्यवंती देवी ने कहा कि चुनावी भ्रमण के दौरान गरीब घरों में शिक्षा की कमी दिखी।

गरीब परिवारों के बच्चों को खासकर लड़कियों को शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया जाएगा ताकि लड़कियां पढ़ाई कर अपना भविष्य संवार सकें। इसके लिए सरकारी स्कूलों को सुदृढ़ किया जाएगा और शहरी क्षेत्रों में लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा बच्चों के साथ-साथ बड़ों के लिए मनोरंजन पार्क का भी निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि लोगों का सहयोग रहा तो हमारा सासाराम बदलेगा और शहर के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस करेंगे। मौके पर पूर्व सासाराम नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद चंद्रशेखर सिंह भी मौजूद रहे।

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जातिगत जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक, तेजस्वी ने कही बड़ी बात

पटना: जातिगत जनगणना को लेकर सभी पार्टियों की सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी. ये बैठक पटना में आयोजित हुआ था. जहां RJD का प्रतिनिधित्व तेजस्वी यादव कर रहे थे. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिल को अगली कैबिनेट बैठक में लाने और नवंबर के महीने में इसे शुरू करनी चाहिए. उनका आगे कहना था कि छठ पुजा में बिहार से बाहर रहने वाले कई लोग घर आते हैं इस समय आकड़े सही प्राप्त होंगे, और पर्याप्त समय भी तैयारी करने के लिए मिल जाएगा. पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीय जनगणना है ना कि जनगणना, ये हमारी जीत है. बैठक के दौरान तेजस्वी ने बताया कि इसमें मानव शास्त्रियों को शामिल करने के लिए अपना सुझाव दिया है. इसे लेकर केन्द्र सरकार को आगे आना चाहिए और आर्थिक रुप से समर्थन करना चाहिए. ये फैसला बिहार के रहने वाले लोगों के हित में है.

नीतीश कुमार ने कही ये बात

बिहार प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार ने बैठक को लेकर अपनी खुशी जताई. उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना कराने के लिए केंद्र की अनिच्छा के बाद राज्य में “सभी जातियों और समुदायों का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण” करेगी. वही सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद, कुमार ने कहा कि विशाल अभ्यास के लिए आवश्यक कैबिनेट मंजूरी जल्द ही दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये खुशी के बात है कि सभी दलों के लोगों ने इस बैठक को लेकर सर्वसम्मति से समर्थन किया है.

बीजेपी से कौन-कौन शामिल

उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और राज्य इकाई के प्रमुख संजय जायसवाल ने बैठक में भाग लिया. बीजेपी अपने केन्द्र के फैसले पर अडिग रही. इस बैठक को लेकर बीजेपी के नेताओं ने कैमरे से बचने की कोशिश की. जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी के कई नेता इसके हक में नहीं है लेकिन उनके भी अपनी मजबूरी है. आपको बता दें कि केन्द्र सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर राज्य सरकार जातीय जनगणना कराना चाहती है तो राज्य सरकार स्वतंत्र है. केन्द्र सरकार के तरफ से कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिल पाएगी.

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जाति आधारित जनगणना का विरोध BJP करेगा तो टूट जाएगा NDA का गठबंधन : BJP थिंक टैंक

रोहतास पत्रिका/पटना: बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर सभी पार्टियों की सहमति बन गई है. इस बात की जानकारी शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने दी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री ने पहले ही बता दिया है कि जाति आधारित जनगणना पर जल्द ही पटना में एक बैठक होगी. मंत्री ने स्पष्ट करते हुए बताया कि बिहार सरकार ने एक जून (बुधवार) को पटना में जाति आधारित जनगणना के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक करने का फैसला किया है. इस तारीख पर सभी दलों ने अपनी सहमति जताई है. आगे चौधरी ने कहा कि बैठक का स्थान 4 देश रत्न मार्ग, पटना में शाम करीब 4 बजे आयोजित होगा. वही बैठक में सभी पार्टियों के शीर्ष नेताओं का आगमन तय माना जा रहा है.

सभी पार्टियों की सहमति

27 मई को हुई बैठक को लेकर नीतीश कुमार ने सकारात्मक संकेत दिए थे. बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को छोड़कर RJD, JDU, कांग्रेस, वाम दल, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) और अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सहित सभी दलों ने जाति-आधारित जनगणना पर सहमति व्यक्त की. भाजपा अपने केंद्रीय नेतृत्व के रुख पर अड़ी हुई थी, जिसने देश में जाति आधारित जनगणना नहीं करने का फैसला किया था हालांकि अब बीजेपी की रूख में हल्की नरमी देखी जा रही है.

BJP की असहमति से टूट जाएगी गठबंधन

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जाति आधारित जनगणना कराने के अपने फैसले पर अडिग हैं. BJP थिंक टैंक का मानना ​​है कि अगर वे बिहार में जाति आधारित जनगणना का विरोध करेंगे तो सीएम नीतीश कुमार बीजेपी से गठबंधन तोड़ सकते हैं और राजद की मदद से बिहार में सरकार बना सकते हैं. नीतीश कुमार और तेजस्वी की बढ़ती नजदीकियों से BJP परेशान दिख रही है. भाजपा को डर सता रहा कि गठबंधन ना टूटे, इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने अपनी सहमति जताई है. आपको बता दें, प्रधानमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि राज्य अपने खर्च पर जाति आधारित जनगणना करने के लिए स्वतंत्र हैं.

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“नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बढ़ी नज़दीकियां तो CBI ने लालू यादव के आवास पर मार दी रेड” – RJD विधायक मुकेश रौशन

बिहार के पूर्व मुखिया लालू प्रसाद के घर तड़के सुबह CBI की टीम ने रेड मारी है. पटना और दिल्ली समेत 17 ठिकानों पर छापेमारी जारी है. टीम ने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड में हुई गड़बड़ी को लेकर कार्रवाई हुई है. पटना, दिल्ली और गोपालगंज समेत कई जगहों पर रेड जारी है. घर के सदस्यों को अलग-अलग कमरे में बैठाकर पूछताछ की जा रही है. वहीं दिल्ली में मिसा भारती के घर पर CBI के बड़े अधिकारी पहुंचे है.

तेज प्रताप यादव को बैठाया पेड़ के नीचे

CBI की टीम पहुंचते ही RJD के कार्यकर्ताओं ने घर के बाहर प्रदर्शन करना शुरु कर दिया है. धरने पर बैठे कई RJD के नेताओं ने कहा कि ये बदले की राजनीति है. सरकार हमारे नेता लालू यादव जी को परेशान करने में लगी है लेकिन हम चुप बैठने वाले नहीं है. वहीं टीम ने तेज प्रताप को पेड़ के नीचे बैठा दिया था. इसके बाद तेज प्रताप ने बिना कुछ कहे चुपचाप पेड़ के नीचे बैठे रहें. 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर CBI की 8 सदस्यीय अफसरों में महिला कर्मचारी भी छानबीन के लिए पहुंची है. आवास में किसी को अंदर बाहर जाने पर रोक लगा दिया गया है. टीम सभी दस्तावेजों को खंगाल रही है. वहीं राबड़ी देवी से पूछताछ करने की खबरें आ रही हैं.

पुरा मामला क्या है?

आपको बता दे कि 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव रेलमंत्री थे इसी बीच रेलमंत्री ने नौकरी देने के बदले जमीन और कई प्लॉट लिए. इसी आरोप को लेकर एक नया केस दर्ज हुआ है, जिसे लेकर CBI की टीम जांच में लगी है. ये केस लालू यादव और उनकी बेटी मिसा भारती पर हुई है. इधर, RJD के विधायक मुकेश रौशन ने कहा कि RJD और JDU के नजदीकियों से BJP परेशान हो गई है इसलिए छापेमारी करवा रही हैं. इस समय लालू यादव की तबीयत खराब है, उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है और तेजस्वी यादव भी शहर से बाहर है.ऐसे समय में रेड मारना उचित नहीं है.

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IIM काशीपुर के 10वें दीक्षांत समारोह में 344 छात्रों को मिली डिग्री, 100% प्लेसमेंट के साथ 37 लाख रुपये का Highest पैकेज

IIM काशीपुर ने अपने प्रमुख दो वर्षीय MBA (2021-2023 बैच), MBA  एनालिटिक्स, एग्जीक्यूटिव एमबीए और डॉक्टरल कार्यक्रम के लिए अपने 10वें दीक्षांत समारोह की मेजबानी की। संस्थान ने बीते शनिवार को संपन्न हुए दीक्षांत समारोह में कुल 353 छात्रों को डिग्री प्रदान की, जिनमें 9 डॉक्टरल और 344 एमबीए स्नातक शामिल हैं। मुख्य अतिथि द्वारा शीर्ष प्रदर्शन करने वाले 07 छात्रों को संस्थान पदक और 01 छात्र को सर्वश्रेष्ठ आल राउंड प्रदर्शन पदक से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, 13 एमबीए छात्रों और 3 एमबीए (एनालिटिक्स) छात्रों को डायरेक्टर्स मेरिट लिस्ट से सम्मानित किया गया।

37 लाख रुपये सालाना का पैकेज 

IIM काशीपुर ने इस वर्ष INR 37 LPA के उच्चतम पैकेज के साथ 100% प्लेसमेंट हासिल किया है। बैच 2021-23 का औसत CTC 19% की सालदरसाल (YOY) वृद्धि के साथ INR 18.11 LPA है। 2022 में 77 महिला छात्रों की प्लेसमेंट की तुलना में 2023 में 91 महिला छात्रों की प्लेसमेंट अनुपात में 18% की वृद्धि हुई है। रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड, एचएसबीसी, ब्लूमबर्ग, ट्रेसविस्टा, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, ईएक्सएल एनालिटिक्स, ईवाई, गार्टनर, थेमैथको, नोमुरा, एचएसबीसी, मॉर्गन स्टेनली, बैंक ऑफ अमेरिका, सोसाइटी जेनरेल, इंवेस्को सहित लगभग 150 कंपनियों ने 2023 के प्लेसमेंट मुहीम में हिस्सा लिया। आईटी और एनालिटिक्स, बीएफएसआई, रिटेल और ईकॉमर्स सेक्टर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में  छात्रों को परामर्श, वित्त, विपणन और बिक्री, संचालन, एनालिटिक्स और एचआर की भूमिकाओं में नौकरी की ऑफर मिली।

मुख्य अतिथि ने कही ये बात

एनसीडीईएक्स ईमार्केट्स लिमिटेड के एमडी और सीईओ मृगांक परांजपे ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि स्नातक करने वाले छात्रों के लिए आज का दिन एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि वे अपने जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। आईआईएम काशीपुर अकादमिक उत्कृष्टता के लिए अपनी प्रतिबद्धता और आज के गतिशील कारोबारी माहौल में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान को विकसित करने के लिए प्रसिद्ध है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्नातक वर्ग अपने संबंधित क्षेत्रों में बड़ी सफलता हासिल करेगा, और मैं उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

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Rohtas: डॉ कन्हाई महतो सहित पांच समाजसेवियों ने निक्षय मित्र बन टीबी मरीजों को लिया गोद

Nikshay Mitra

रोहतास पत्रिका/सासाराम: सदर अस्पताल स्थित जिला यक्ष्मा केंद्र में शनिवार को टीबी पीड़ित गरीब एवं जरूरतमंद पांच मरीजों के बीच निक्षय मित्र के तहत खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। यक्ष्मा विभाग के डॉ कन्हाई महतो सहित डब्ल्यू एच ओ के बिहार मेडिकल कंसलटेंट डॉ राजीव एन सेथुमाधवन, रिदम पब्लिक स्कूल के निदेशक अरविंद कुमार, वार्ड 14 के वार्ड पार्षद बृजनंदन सिंह एवं समाजसेवी गोविंद कुमार ने निक्षय मित्र बनकर पांच टीबी मरीजों को गोद लिया है।

इनके द्वारा लगातार 6 महीने तक उक्त टीबी मरीज को पोषण आहार के रूप में खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी । इसी के तहत शनिवार को रोहतास के सिविल सर्जन की अध्यक्षता एवं जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार की देख रेख में कुल पांच टीबी मरीजों में खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने कहा कि यह सरकार की अच्छी पहल है। यदि टीबी पीड़ित मरीजों को गोद लिया जाए और थोड़ी सहायता की जाए तो हमलोग जिले से टीबी बीमारी को मिटाने में अहम योगदान निभा सकते हैं। सिविल सर्जन से कहा कि टीबी मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाती है। ऐसे में दवा के साथ साथ सही पोषन मिले तो वो टीबी बीमारी से लड़ने में मदद करेगा।

सिविल सर्जन सहित अन्य लोगों ने नए टीबी मरीज को लिया गोद

निक्षय मित्र बन टीबी मरीजों को पोषण सहायता उपलब्ध कराने के बाद सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने भी एक नए टीबी मरीज को गोद लेने की घोषणा की । उन्होंने कहा कि वो भी एक टीबी मरीज को गोद लेकर पोषण आहार के रूप में खाद्य सामग्री उपलब्ध करायेंगे। वहीं कार्यक्रम में मौजूद यक्ष्मा विभाग के वरीय यक्ष्मा प्रयोगशाला पर्यवेक्षक ज्ञानेंद्र कुमार ने भी एक नए टीबी मरीज को गोद लेने की घोषणा की। इनलोगों के द्वारा आगामी 24 मार्च को विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर टीबी मरीजों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

कोई भी बन सकता है निक्षय मित्र

पोषण सहायता सामग्री वितरण कार्यक्रम में मौजूद जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है। इसके लिए सरकार द्वारा टीबी से पीड़ित मरीजों को पोषण के लिए सरकार द्वारा प्रतिमाह 500 की राशि प्रदान की जाती है। इसके अलावा सरकार द्वारा निक्षय मित्र कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। जिसके तहत समाज के सक्षम व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों, मुखिया, वार्ड पार्षद, विधायक, सांसद, सरकारी एवं निजी कार्यालय में कार्यरत लोग, एन जी ओ सहित सामाजिक कार्यकर्ता टीबी के मरीज को गोद ले कर उसके पोषण में सहयोग कर सकते है।

इस मौके पर सदर अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ कन्हाई महतो, कार्यकारी अधीक्षक सदर अस्पताल डॉ श्री भगवान सिंह मौजूद रहे। वहीं इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला यक्ष्मा केंद्र के डीईओ शेखर कुमार श्रीवास्तव, डीपीएस आदित्य आकाश, एसटीएलएस शाहिद एहसान के अलावा विभाग की सुधा कुमारी, ममता कुमारी, राहुल कुमार, अशोक कुमार, अतुल कुमार सिन्हा, संजय श्रीवास्तव, मुन्ना कुमार सिंह, भोला कुमार, आशीष श्रीवास्तव का अहम योगदान रहा।

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Rohtas: छात्र-छात्राओं को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की हुई शुरुआत

Albendazole

रोहतास पत्रिका/सासाराम: 16 मार्च को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के पूर्व बुधवार को सासाराम फजलगंज स्थित डायट के अभ्यास विद्यालय में कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार एवं डीआईओ डॉ आर के पी साहू ने मध्य विद्यालय फजलगंज के बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर किया। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए एसीएमओ डॉ अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कभी कभी बच्चों के पेट मे कीड़े हो जाते हैं। जिससे बच्चों की पाचन क्रिया कमजोर हो जाती और धीरे धीरे बच्चे एनीमिया के शिकार हो जाते हैं। क्योंकि पेट मे मौजूद कृमि शरीर में मौजूद खून को अपना भोजन बनाते हैं। उन्होंने बताया कि अल्बेंडाजोल की एक खुराक कृमि से मुक्ति दिलाता है। एसीएमओ ने बताया कि 16 मार्च को पूरे जिले में एक साथ कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी और 1 से 19 आयु वर्ग वाले बालक बालिकाओं को दवा खिलाई जाएगी। वहीं 16 मार्च को छूटे हुए बच्चों को 20 मार्च को मॉप अप दिवस पर अल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई जाएगी।

जिले में 16.90 लाख बच्चों को खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल की खुराक

कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में रोहतास जिले में 16 लाख 90 हज़ार 675 से अधिक बच्चों को अल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई जाएगी। जिसमें 1 से 2 वर्ष के बच्चों को अल्बेंडाजोल की आधी गोली खिलाई जाएगी, जबकि 3 वर्ष से अधिक के बच्चों को अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। यह गोली स्वास्थ्यकर्मी अपने सामने खिलाएंगे। इसके लिए जिले के सभी 3236 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 9 लाख 35 हज़ार 13 अल्बेंडाजोल की गोली उपलब्ध करा दी गई। वहीं सरकारी एवं निजी विद्यालयों में 7 लाख 37 हज़ार 662 अल्बेंडाजोल की गोली उपलब्ध कराई गई है।

शत-प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाने के रखा गया लक्ष्य

डीआईओ डॉ आर के पी साहू ने कहा कि जिले में शत प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकारी स्कूल, निजी स्कूल, केंद्रीय विद्यालय एवं इंजीनियरिंग कॉलेज के बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। वहीं ज़िला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य को बच्चों को दवा खिलाने के लिए दिशा निर्देश दे दिया गया है। 16 मार्च को सभी विद्यालयों के बच्चों को शत प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए भी निर्देश जारी कर दिया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीपीसी संजीव मधुकर ने की । मौके पर डीपीएम अजय कुमार, डीसीएम चन्दा कुमारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएचएम प्रवीण कुमार, बीसीएम ममता कुमारी, यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर, दिवाकर पाठक, एडीपीसी राजदेव प्रसाद,एपीओ जियाउल हक, एपीओ रामभजन राम, मध्य विद्यालय फजलगंज के प्रधानाचार्य मनोज कुमार, कृमि विभाग के चंद्रभान दुबे, डीपीएम जीविका सहिय अन्य मौजूद रहे।

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सुरक्षित मातृत्व आश्वासन “सुमन” योजना के तहत रखा जा रहा ख्याल

Suman

रोहतास पत्रिका/सासाराम: मातृ- शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार द्वारा लगातार नए-नए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं । इन कार्यक्रमों से मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी के अप्रत्याशित लाभ भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में इस तरह के कार्यक्रमों को और अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है। मातृ शिशु मृत्यु दर में और कमी लाने को लेकर सरकार द्वारा सुरक्षित मातृत्व आश्वासन “सुमन” योजना संचालित है। जिसके तहत गर्भवती महिलाओं के साथ साथ प्रसव के 6 महीने तक धात्री महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के अलावा 0 से लेकर 6 वर्ष के बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया गया है। जैसा कि हम जानते हैं कि प्रसव के पूर्व और प्रसव के बाद माता और शिशुओं को अत्यधिक देखभाल की आवश्यकता होती है।

उचित देखभाल और सुविधा के अभाव में कई गर्भवती महिलाएं अपनी जान खो देती हैं । गर्भवती महिलाओं की होने वाली इसी मृत्यु को रोकने के लिए सुरक्षित मातृत्व आश्वासन “सुमन” योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिला एवं धात्री महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाएं फ्री में प्रदान करनी है। सुमन योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को प्रसव के 6 माह बाद तक फ्री में स्वास्थ्य लाभ दिया जाएगा। किसी महिला के अस्पताल में आने के बाद उसे प्रशिक्षित नर्स की निगरानी में लाया जाएगा और उसके तथा उसके शिशु के स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी।

सुमन योजना के तहत मिलेगी कई सुविधाएं

गर्भवती महिलाओं के साथ साथ धातृ महिला व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सुरक्षित मातृत्व आश्वासन “सुमन” योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ धात्री महिलाओं और नवजात शिशुओं को कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। योजना के अंतर्गत आयरन फोलिक एसिड सप्लीमेंट कराने की पूरी जिम्मेवारी अस्पताल की होगी। इसके अलावा महिला के गर्भावस्था के दौरान किसी प्रकार की जटिलता की स्थिति में सी सेक्शन की फ्री सुविधा प्रदान करना, गर्भावस्था और शिशु के पैदा होने के बाद पूरी देखभाल करना, महिला को घर से अस्पताल तक निःशुल्क परिवहन सुविधा प्रदान करना, आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं का प्रसव से पूर्व होने वाली टेस्ट का खर्च वहन करने के अलावा केंद्र सरकार, प्रसव नार्मल अथवा ऑपरेशन होने पर अस्पताल के सभी खर्च का भुगतान करेगी। साथ ही सरकार प्रसव के बाद 6 महीने तक बच्चों, महिला के लिए दवाइयों का इंतजाम करेगी। प्रसव में किसी तरह की परेशानी होने पर उपचार की आवश्यकता होने पर सरकार सभी खर्च का भुगतान करेगी। इसके अलावा भी कई सुविधाएं शामिल हैं।

गर्भवती महिला व नवजात की जान बचाना मुख्य मकसद

डीपीसी संजीव मधुकर ने बताया कि सुविधाओं के अभाव में अथवा गर्भावस्था के दौरान उचित खान-पान नहीं मिलने से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य बुरा असर पड़ता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं की जान भी चली जाती है। इसके लिए सरकार ने सुरक्षित मातृत्व आश्वासन “सुमन” योजना की शुरुआत की है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत गर्भावस्था से प्रसव 6 महीने बाद तक निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया जा रहा है। डीपीसी ने बताया कि इस योजना के तहत अस्पतालों या प्रशिक्षित नर्सों की निगरानी में महिलाओं का प्रसव कराया जा रहा एवं मां और उसके बच्चे के स्वास्थ्य की उचित देखभाल की जा रही है।

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रोहतास: जैव विविधता प्रबंधन समिति के अध्यक्षों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित

meeting

रोहतास पत्रिका/सासाराम: बिहार राज्य जैव विविधता पार्षद्, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्त्तन विभाग एवं रोहतास वन प्रमंडल द्वारा गुरुवार को स्थानीय फजलगंज स्थित मल्टीपरपस हाल में ग्राम पंचायत, प्रखण्ड एवं जिला स्तर पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समिति के अध्यक्षों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद डॉ के गणेश, बिहार राज्य जैव विविधिता पार्षद्, पटना एवं रोहतास जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार को वन प्रमंडल पदाधिकारी रोहतास के द्वारा औषधीय पौधा देकर सम्मानित किया गया।

इस तकनिकी सत्र में बिहार राज्य जैव विविधता पार्षद से आये उप-निदेशक सुनील कुमार सिन्हा, विशेषज्ञ, वैज्ञानिक ( उद्यान), कृशि विज्ञान केन्द्र, बिक्रमगंज, रोहतास डॉ रतन कुमार, मनीश कुमार वर्मा, वन प्रमंडल पदाधिकारी – सह – नोडल पदाधिकारी, रोहतास वन प्रमंडल, भावेश कुमार, जीआईएस, राज्य परियोजना प्रबंधक / जल एवं स्वच्छता, पंचायती राज विभाग, बिहार सरकार द्वारा सभी अध्यक्षों एवं जनता को जैव विविधता अधिनियम, 2002 एवं संशोधित नियमावली का सामान्य परिचय देते हुये उद्देश्य को बताया गया। साथ ही जैव विविधता प्रबंधन समिति के कार्य एवं लोक जैव विविधता पंजी के निर्माण में भूमिका एवं इसकी महत्ता से अवगत कराया गया ।

एक्सेस एवं बेनिफिट शेयरिंग (एबीएस) द्वारा जैव विविधता प्रबंधन समिति से होने वाले यदे की विस्तृत जानकारी दी गई तथा विरासत वृक्षों का सर्वेक्षण हेतु जानकारी भी दी गई। जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया की इस तकनिकी सत्र से जैव विविधता प्रबंधन समिति के निर्माण की क्षमता, जैव विविधता संरक्षण, जैव विविधता के घटकों का सत्त उपयोग, अनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से उत्पन्न होने वाले लाभों का उचित एवं न्यायसंगत साझाकरण की सुविधा प्राप्त होगी। इस तकनिकी सत्र से स्थानीय आबादी तक पहुँच एवं लाभ साझाकरण का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही लोक जैव विविधता पंजी की मदद से हो रहे आवासीय परिवर्त्तन, वनों को समझना एवं उसका आकलन करने में सहायक होगा। डीएफओ ने बताया की इस रजिस्टर में क्षेत्रों के पौधों, खाद्य श्रोतों, वन्यजीवों, औषधी श्रोतों आदि में जैव विविधता का पूर्ण प्रलेखन दर्ज होगा।