रोहतास पत्रिका/सासाराम: रोहतास जिले में रविवार से 5 दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई। अभियान की शुरुआत रोहतास सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार ने बौलिया रोड स्थित महादलित बस्ती से बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर किया। उन्होंने सभी लोगों से अपील किया कि जीरो से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक जरूर पिलाएं। सिविल सर्जन ने कहा कि पोलियो को जड़ से मिटाने के लिए लगातार समय-समय पर पल्स पोलियो अभियान चलाकर टीकाकरण किया जा रहा है।
27 फरवरी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत जिले में भी पल्स पोलियो अभियान चलाकर जीरो से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जा रही है ताकि हमारा जिला भी पूरी तरह से पोलियो मुक्त रहे। उन्होंने बताया कि अभियान 27 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित किया जाएगा। पल्स पोलियो अभियान के शुभारंभ के अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर आरकेपी साहू, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी ऋतुराज, डब्ल्यूएचओ के एसएसओ अफाक अमीर, यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर के अलावा सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर संतोष कुमार, स्वास्थ प्रबंधक प्रवीण कुमार, बीसीएम ममता कुमारी, बीएमसी उमाशंकर, दिवाकर सहित आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम उपस्थित रहें।
जिले में 4.60 लाख लक्ष्य
जिले में कुल 5 लाख 44 हजार घरों को टारगेट किया गया है जिसमें 4 लाख 60 हज़ार 406 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान को सफल बनाने में 1900 टीम की तैनाती की गई है जिसमें 3500 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया गया है। जिसमें 1200 हाउस टू हाउस टीम, 183 ट्रांजिट टीम, 50 मोबाइल टीम, 19 वन मैन टीम, 452 सुपरवाइजर, 115 सब डिपो बनाए गए हैं। अभियान को लेकर प्रतिदिन संध्याकालीन बैठक कर समीक्षा की जाएगी और अभियान में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर कार्रवाई भी की जाएगी। वही डब्ल्यूएचओ एवं यूनिसेफ के द्वारा अभियान की मॉनिटरिंग की जाएगी।
स्लम एवं महादलित बस्तियों में होगा फोकस
पल्स पोलियो अभियान के दौरान सहरी स्लम बस्तियों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे महादलित बस्तियों में अभियान को लेकर फोकस किया जाएगा। इसके अलावा ईट भट्ठा, पत्थर तोड़ने वाले मजदूरों के बीच भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। वही 1 मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर जिले के सभी शिव मंदिरों के साथ-साथ मेला लगने वाले प्रसिद्ध मंदिरों में विशेष कैंप लगाकर बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी।