- पिछले तीन महीने में 8 महिलाओं का किया जा चुका है सफल प्रसव
- जिलाधिकारी के आदेश पर जून महीने में सासाराम पीएचसी के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में किया गया था हस्तानांतरण
रोहतास पत्रिका/सासाराम: सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। लोगों को बेहतर इलाज मिले इसके लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। अनुमंडल अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी बेहतर किया जा रहा है। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ दूरदराज एवं सुदूरवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं बेहतर का लाभ मिल सके। इसके लिए भी सरकार लगातार कई कदम उठा रही है।
इधर रोहतास जिले में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर किया जा रहा और इसका परिणाम सकारात्मक भी दिखाई दे रहा है। लोगों का सरकारी अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ा है। सरकारी अस्पतालों में बेहतर संरचना और इलाज की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में काफी बेहतर परिणाम देखने को मिल रहा है। उन्ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से एक है सासाराम प्रखंड के दरीगांव स्थित सासाराम अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र। जहां आज बेहतर सुविधाओं की वजह से सुदूरवर्ती इलाके के लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
जिलाधकारी की पहल से सुदृण हुई व्यवस्था
दरिगांव पंचायत कभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी हुआ करता था। इस वजह से विकास के कार्यों में कई समस्या आ रही थी। नक्सली गतिविधियां खत्म होने के बावजूद भी स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बहाल नहीं की जा सकी थी, परंतु जून महीने में रोहतास जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के दरिगाँव पंचायत के औचक निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को देखते हुए सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दरिगांव स्थानान्तरण करने का निर्देश दिया गया।
इसके साथ ही महिला व पुरुष डॉक्टर के अलावा नर्स एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी सुचारू करने का भी आदेश दिया गया। जिलाधिकारी के आदेश का पालन करते हुए सिविल सर्जन डॉ के. एन. तिवारी ने तत्काल सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दरिगाँव स्थानान्तरण किया। उसके बाद वहां कई सेवाओं को सुचारू किया गया।
8 जुलाई को हुआ पहला संस्थागत प्रसव
दरिगांव पंचायत में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा बहाल करने के बाद 8 जुलाई 2022 को परिसर में पहली बार नवजात की किलकारी गूंजी। करसेरुआं पंचायत के सकाश गांव निवासी सोनू कुमार की पत्नी रेशमा देवी ने एक बच्ची को जन्म दिया। आजादी के बाद पहली बार इस दुर्गम क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में संस्थागत प्रसव सम्पन्न होने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल दिखा और लोगों का विश्वास सरकारी अस्पताल के प्रति और ज्यादा बढ़ा। उक्त अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में तीन महीनों के अंदर 7 गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव कराया जा चुका है। जिसमे तीन सफल प्रसव सितम्बर माह में कराया गया।
ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवा बहाल
सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दरिगांव स्थनान्तरित करने के बाद वहां सभी सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। इसकी जानकारी देते हुए रोहतास सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने बताया कि उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी सेवा के अलावा इमरजेंसी सेवा पूरी तरह से चालू कर दिया गया है । नियमित टीकाकरण भी हो रहा है। इसके अलावा वहां एंबुलेंस सुविधा भी मुहैया करा दी गई है।