रोहतास पत्रिका/नासरीगंज: कच्छवा थाना क्षेत्र के बेलाढ़ी गांव में बुधवार देर शाम को एक घर से पति-पत्नी की लाश मिली है। लोगों का कहना है कि आपसी विवाद के बाद दंपति ने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया। घटना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ उमड़ गई है तथा तरह-तरह के अटकले लगाए जा रहे है। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया है। मृतकों की पहचान बेलाढ़ी गांव निवासी कन्हैया महतो के 26 वर्षीय पुत्र शशि कांत और उसकी पत्नी 24 वर्षीय प्रियंका कुमारी के रूप में हुई है। प्रियंका औरंगाबाद के मदनपुर थाना के बंगेर गांव निवासी वकील मेहता की बेटी है। कच्छवां थानाध्यक्ष बिरेंद्र प्रसाद ने बताया कि बैलहाड़ी गांव में आपसी विवाद में पति-पत्नी के आत्महत्या का मामला सामने आया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। एक दिन पहले ही ससुराल से लौटा था शशिकांत लड़की के परिजनों ने कहा कि मृतक शशि कांत अपनी पत्नी प्रियंका के साथ कुछ दिन से अपने ससुराल बंगेर में रह रहा था। मंगलवार 13 दिसंबर को ही ससुराल बंगेर से बेलाढ़ी गांव लौटा था। जिसके बाद बुधवार को भी दोनों में झगड़ा हुआ, फिर दोनों की आत्महत्या की खबर मिली। Source: Dainik Bhaskar
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रोहतास: हत्या के दो महीने बाद भी नहीं हो सका शवों का पहचान
- January 10, 2023
- 8:33 pm

जिले के करगहर व सासाराम मुफस्सिल थान क्षेत्र से बरामद हत्या कर फेंके गए महिला के शव की पहचान करने में पुलिस तंत्र विफल है। घटना के करीब दो माह के समय गुजरने के बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगे हैं। ऐसे में घटना को अंजाम देने वाले अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत आठ नवंबर को करगहर थाना क्षेत्र में सड़क से एक महिला का शव बरामद हुआ था। महिला को अपराधियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतारा था। हत्या के बाद अपराधी सड़क पर महिला का शव फेंक भाग निकले थे। सड़क से गुजर रहे लोगों की सूचना पर पुलिस ने शव को बरामद किया था। लेकिन, शव बरामदगी के लंबे समय बीतने के बाद पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग सका है। थाना से मिली जानकारी के अनुसार महिला की पहचान के लिए प्रयास चल रहा है। लेकिन, अभी तक कोई उपलब्धि नहीं मिली है।
वहीं एक दूसरी घटना सासाराम के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोहद्दीगंज से 13 नवम्बर को प्रकाश में आई थी। जहां एक तालाब में महिला का शव पुलिस ने बरामद किया था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो महिला की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए तालाब में फेंकने के दौरान भारी वस्तु बांधकर उसे डूबा दिया गया होगा। ऐसे में दो-तीन दिन बाद जब शव पानी में ऊपर आया, तो लोग देख सके। बहरहाल मामला जो भी हो मृतका की पहचान के बाद ही घटना का खुलासा होगा।
पुलिस तलाब से मिली महिला के शव की कोई जानकारी महीना दिन बाद भी नहीं जुटा सकी है। ऐसे में करगहर व मुफस्सिल थाना क्षेत्र से बरामद दो महिला शवों की पहचान वउसके मौत फाइलों में दब कर रह गई है। मुफस्सिल थानाध्यक्ष मो. रिजवान अहमद ने बताया कि शव की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। वहीं करगहर थानाध्यक्ष रामविलास प्रसाद ने बताया कि हत्या कर फेंकी गई महिला का शव की पहचान में पुलिस जुटी है।
Source: Hindustan